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Fact Check
Claim
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने भारत को बीमार मानसिकता का गुलाम बताया है।
Fact
नहीं, यह दावा फर्जी है।
सोशल मीडिया पर Headline 24 नामक एक वेबसाइट का स्क्रीनशॉट वायरल है। स्क्रीनशॉट में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की तस्वीर के साथ हेडलाइन में लिखा है “भारत बीमार मानसिकता का गुलाम जहां बलात्कारियों को बचाने के लिए रैली निकाली जाती है-संयुक्त राष्ट्र।”
14 अक्टूबर 2024 के एक एक्स पोस्ट में स्क्रीनशॉट के साथ कैप्शन में लिखा है, ‘भारत बीमार मानसिकता का गुलाम जहां बलात्कारियों को बचाने के लिए रैली निकाली जाती है संयुक्त राष्ट्र … इस पर आप लोगों की क्या राय है कमेंट में जवाब जरूर दें।‘ एक्स पोस्ट का आर्काइव यहाँ देखें।
ऐसे अन्य पोस्ट यहाँ और यहाँ देखें।
Fact Check/Verification
दावे की पड़ताल के लिए हमने ‘संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि भारत बीमार मानसिकता का गुलाम है’ की-वर्ड को गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली जो इस दावे की पुष्टि करती हो।
वायरल स्क्रीनशॉट में लिखी हेडलाइन ‘भारत बीमार मानसिकता का गुलाम जहां बलात्कारियों को बचाने के लिए रैली निकाली जाती है-संयुक्त राष्ट्र’ को गूगल के जरिये खोजने पर हमें इसी टेक्स्ट के साथ 15 अप्रैल 2018 का एक ट्विटर पोस्ट (आर्काइव) मिला। इससे स्पष्ट हो गया कि यह दावा करीब 6 सालों से सोशल मीडिया पर मौजूद है।
जांच में आगे हमने पाया कि 15 अप्रैल 2018 को AAP Express नामक फेसबुक पेज से भी वायरल स्क्रीनशॉट के साथ पोस्ट (आर्काइव) शेयर किया गया था। पोस्ट के कैप्शन में लिखा था, “BJP द्वारा बच्ची के बलात्कारियों के समर्थन में रैली निकाले जाने की शर्मनाक हरकत से अंतर्राष्ट्रीय पटल पर देश की छवि हुई धूमिल। संयुक्त राष्ट्र ने कहा ‘भारत बीमार मानसिकता का गुलाम जहां बलात्कारियों को बचाने के लिए रैली निकली जाती है।”
चूंकि इस पोस्ट में कहा गया है कि भाजपा द्वारा बलात्कारियों का कथित समर्थन करने पर संयुक्त राष्ट्र की ओर से इस प्रकार की टिप्पणी की गई थी। इसलिए हमने ‘भाजपा द्वारा बलात्कारियों का समर्थन करने पर संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि भारत बीमार मानसिकता का गुलाम है‘ की-वर्ड को गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें The Janmanch नामक वेबसाइट पर वायरल क्लिप वाली हेडलाइन के साथ 14 अप्रैल 2018 को प्रकाशित खबर मिली। इस खबर लिखा है कि ‘जम्मू के कठुआ जिले में मुस्लिम समुदाय से बदला लेने के मकसद से 8 साल की मासूम असीफा के साथ उग्र हिंदुवादियों ने मंदिर में लगातार तीन दिन सामूहिक बलात्कार कर पत्थरों से कुचल कर हत्या कर देने के मामले में संयुक्त राष्ट्र ने कड़ी टिप्पणी की है।’
ज्ञात हो कि जम्मू कश्मीर के कठुआ में आठ साल की एक बच्ची को 10 जनवरी 2018 को अगवा कर 13 जनवरी को उसकी हत्या कर दी गई थी। इस दौरान अल्पसंख्यक समुदाय की इस लड़की के साथ कई लोगों ने दुराचार किया था। यह घटना चर्चा में तब आई थी जब दोषियों को बचाने के लिए तिरंगा यात्रा निकाली गई थी, जिस रैली में तत्कालीन भाजपा-पीडीपी सरकार में मंत्री समेत कई अन्य भाजपा नेता शामिल हुए थे।
The Janmanch द्वारा छापी गई खबर में इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट का हवाला दिया गया है। 14 अप्रैल 2018 को इंडियन एक्सप्रेस द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में लिखा है कि “जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आठ साल की बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या की घटना को “भयावह” बताते हुए संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने उम्मीद जताई है कि अधिकारी इस क्रूर अपराध के दोषियों को न्याय के दायरे में लाएंगे।” रिपोर्ट में कहीं भी एंटोनियो गुटेरेस की ओर से भारत बीमार मानसिकता का गुलाम कहे जाने का बयान नहीं मिलता है।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस के बयान पर 14 अप्रैल 2018 को ही हिन्दुस्तान टाइम्स, बीबीसी और टाइम्स ऑफ़ इंडिया द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट पढ़ने से यह पता चलता है कि उनकी ओर से भारत को बीमार मानसिकता का गुलाम नहीं कहा गया था। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने अपने दैनिक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कठुआ मामले पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा था, “मुझे लगता है कि हमने इस भयावह मामले में, एक छोटी बच्ची के साथ दुर्व्यवहार और हत्या की मीडिया रिपोर्ट देखी है। हमें पूरी उम्मीद है कि अधिकारी अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाएंगे ताकि उन्हें इस छोटी बच्ची की हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सके।”
Conclusion
जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने भारत को लेकर ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। वायरल दावा फर्जी है।
Result: False
Sources
Social Media Posts.
Report published by Indian Express on 14th April 2018.
Report published byBBC on 14th April 2018.
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