Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि अधिकारियों ने अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का फोन उठाना बंद कर दिया है।
फेसबुक पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “यू पी में तो अधिकारियों ने अब योगी का फ़ोन ही उठाना बंद कर दिया।अरे भैया अभी तो उठा लो 10 मार्च के बाद भले ही मत उठाना।।”
(उपरोक्त पोस्ट के कैप्शन को अक्षरश: लिखा गया है।)
मीडिया में अक्सर ऐसी खबरें आती रही हैं कि यूपी में कई प्रशासनिक अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं। हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूपी में कई मंडलायुक्त, डीएम व एसपी-एसएसपपी ने सीएम कार्यालय से गए फोन का जवाब नहीं दिया। यूपी सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सूबे के 25 डीएम और 4 कमिश्नर से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा था। इसमें वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या व बरेली के मंडलायुक्त भी शामिल थे। इसी बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया है कि यूपी में अधिकारियों ने अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का फोन उठाना बंद कर दिया है।
Fact Check/Verification
यूपी में अधिकारियों ने अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का फोन उठाना बंद कर दिया है, दावे के साथ वायरल वीडियो की सत्यता जांचने के लिए हमने वायरल वीडियो को ध्यान से देखा। हमें वीडियो में दाईं ओर ऊपर की तरफ ‘R9’ का लोगो नज़र आया। हमने यूट्यूब पर कुछ कीवर्ड्स की मदद से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें ‘R9’ के यूट्यूब चैनल द्वारा 26 सितंबर 2020 को अपलोड किया गया एक वीडियो प्राप्त हुआ।
प्राप्त वीडियो में 0:39 सेकेंड से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “देखिए ये बहुत गंभीर बात है, जो कानपुर से बात सामने आई है, एक दो जगह से अन्य बातें सामने आई हैं कि माननीय विधायक या माननीय सांसद के फोन को सीएमओ या किसी अधिकारी के द्वारा रिसीव नहीं किया जाता है। मंडलायुक्त कानपुर इसको नोट करेंगे और संबंधित सीएमओ से एक बार माननीय विधान परिषद सदस्य अरुण पाठक जी को, माननीय विधायक अभिजीत सांगा जी को फोन कराएँगे और मांफी मांगे इस बात को लेकर। इस प्रकार की चीजें अक्षम्य होंगी कि जनप्रतिनिधि गण फोन करें और कोई फोन रिसीव न करे। ये गलत बात है। एक सामान्य शिष्टाचार भी होता है कि कोई फोन करे तो हम उसको कॉल बैक करें या तो रिसीव करें और अगर व्यस्त हैं, तो कॉल बैक करके उन्हें अवगत कराएं।”
R9 द्वारा अपलोड किए गए वीडियो में वायरल वीडियो के अंश को देखा जा सकता है। इसमें कहीं भी योगी आदित्यनाथ ने ये नहीं कहा है कि अधिकारियों ने उनका फोन उठाना बंद कर दिया है।
पड़ताल के दौरान हमें Amar Ujala Uttar Pradesh द्वारा 25 सितंबर 2020 को अपलोड किया गया एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो के मुताबिक, कानपुर मंडल की समीक्षा के दौरान विधान परिषद सदस्य व विधायक अभिजीत सांगा ने सीएमओ के फोन नहीं उठाने की शिकायत की। जिस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक में कहा कि सीएमओ फोन कर विधायकों से माफी मांगे। उन्होंने हिदायत दी कि अधिकारी नियमित फोन उठाएं और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की शिकायतों पर कार्रवाई होगी।
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट है कि यूपी में अधिकारियों ने अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का फोन उठाना बंद कर दिया है, दावे के साथ शेयर किया गया वीडियो दो साल पुराना है, जिसके आधे हिस्से को शेयर किया जा रहा है। असल में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, सीएमओ द्वारा जनप्रतिनिधियों के फोन नहीं उठाने पर अधिकारियों को नियमित फोन उठाने का आदेश दे रहे थे।
Result: False Context/Missing Context
Our Sources
Amar Ujala Youtube Channel
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