Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
Claim
निर्दोषों के साथ अपराधियों जैसा सलूक कर रही है यूपी पुलिस।
‘हाथ ऊपर वरना गोली मार देंगे’ अपराध रोकना तो दूर, निर्दोषों के साथ अपराधियों जैसा सलूक।बदायूँ में वाहन चेकिंग के नाम पर आम जनता से अपराधियों जैसा व्यवहार नाक़ाबिले बर्दाश्त! वोट लेकर सत्ता पर क़ाबिज़ भाजपाइयों का ये रिटर्न गिफ़्ट हैं। pic.twitter.com/KmTzZF6jgB
— Zafarlodi(चोकीदार चोर है) (@Zafarlodi1) June 24, 2019
Verification
पिछले दो-तीन दिनों से सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस का एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है जिसमे कुछ पुलिस वाले एक युवक की तलाशी ले रहे हैं। दूसरी तरफ कुछ पुलिस वाले तलाशी के दौरान बंदूक ताने नज़र आए। इस वीडियो को सपा नेता और बदायूं के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने भी शेयर किया है।
‘हाथ ऊपर वरना गोली मार देंगे’ अपराध रोकना तो दूर, निर्दोषों के साथ अपराधियों जैसा सलूक।बदायूँ में वाहन चेकिंग के नाम पर आम जनता से अपराधियों जैसा व्यवहार नाक़ाबिले बर्दाश्त! वोट लेकर सत्ता पर क़ाबिज़ भाजपाइयों का ये रिटर्न गिफ़्ट हैं। pic.twitter.com/UIeuKsjdsk
— Dharmendra Yadav (@MPDharmendraYdv) June 24, 2019
वायरल हो रहे पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि वाहन चेकिंग के नाम पर यूपी पुलिस निर्दोषों के साथ अपराधियों जैसा बर्ताव कर रही है। खबर को बारीकी से समझने के लिए सबसे से पहले इंडिया टुडे का एक लेख पढ़ा। इस लेख में वायरल वीडियो की पूरी जानकारी थी साथ ही यूपी पुलिस के एक बयान का भी उल्लेख था। बयान के मुताबिक़ “आपराधिक गतिविधियों के चलते पुलिस के कई जवान ऐसी ही घटनाओं में घायल हो चुके हैं इसलिए, पुलिस अपने बचाव में ऐसा कर रही है।
पड़ताल के दौरान हमें एक यूट्यूब लिंक मिला जो न्यूज़18 का है। इस वीडियो में जिले के SSP अशोक कुमार त्रिपाठी ने पूरे मामले पर सफाई दी है।
पड़ताल के दौरान ही यूपी पुलिस का आधिकारिक ट्विटर हैंडल प्राप्त हुआ जहां पूरे मामले को समझा जा सकता है।
Tools Used
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- Youtube Search
Result- Misleading
Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.