Saturday, March 29, 2025

Fact Check

क्या उत्तराखंड के जसपुर दरगाह पर चादर चढ़ाने पहुंचे हिन्दुओं की हुई पिटाई?

Written By Pragya Shukla
Apr 1, 2021
banner_image

सोशल मीडिया पर इन दिनों उत्तराखंड के जसपुर दरगाह का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ लोग लड़ाई करते हुए देखे जा सकते हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो उत्तराखंड स्थित जसपुर दरगाह का है। जहां पर चादर चढ़ाने गए कुछ हिन्दुओं को मज़ार के खादिमों ने दौड़ा -दौड़ा कर मारा। इन लोगों को सिर्फ इसलिए पीटा गया है, क्योंकि ये लोग हिंदू थे। इस वीडियो को सुप्रीम कोर्ट के वकील Prashant Patel Umrao और Sudarshan News के CMD & Editor-in-Chief Suresh Chavhanke ‏ने भी ट्वीट किया है।

Prashant Patel Umrao ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘उत्तराखंड के जसपुर दरगाह पर शबे बारात को चादर चढ़ाने गए सेकुलर हिंदुओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। दरगाह के संचालकों का अभिनंदन, पहली बार कोई अच्छा काम किया है। अजमेर दरगाह में भी जाने वाले ऐसे हिंदुओं का इसी प्रकार स्वागत होना चाहिए।’ पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां देखा जा सकता है।

Sudarshan News के CMD & Editor-in-Chief ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘मैं जीवन में पहली बार शांतिदूतों का धन्यवाद कर रहा हूं। उन्होंने उत्तराखंड के जसपुर दरगाह पर चादर चढ़ाने गए हिंदुओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।’ पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां देखा जा सकता है।

https://twitter.com/ippatel/status/1377151493397094408

CrowdTangle पर मिले डाटा के मुताबिक उत्तराखंड के जसपुर दरगाह वाले इस वीडियो को अभी तक सैकड़ों लोग सोशल मीडिया पर शेयर कर चुके हैं। ट्विटर पर सुप्रीम कोर्ट के वकील Prashant Patel Umrao की पोस्ट को सबसे ज्यादा रिट्वीट और लाइक्स मिले हैं।

लेख लिखे जाने तक Prashant Patel Umrao की पोस्ट को 6.3k रिट्वीट और 19.3k लाइक्स मिले थे। तो वहीं फेसबुक पर Deepak Kandwal की पोस्ट को सबसे लाइक और शेयर मिले हैं। फेसबुक पर Deepak Kandwal की पोस्ट को 13k लाइक्स और 2.5k शेयर मिले हैं। फेसबुक पर वायरल इस पोस्ट को यहां देखा जा सकता है। ट्विटर पर वायरल इस पोस्ट को यहां देखा जा सकता है। जबकि वायरल पोस्ट्स के अर्काइव लिंक को यहां और यहां पर देखा जा सकता है।

उत्तराखंड के जसपुर दरगाह

Fact Check/Verification

वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट Etvbharat की वेबसाइट पर मिली। जिसे 29 मार्च 2021 को प्रकाशित किया गया था। इस रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तराखंड के जसपुर में पतरामपुर के पास कालू सैय्यद बाबा की दरगाह पर शब-ए-बारात के मौके पर कुछ लोग दरगाह पर चादर चढ़ाने और इबादत करने आए थे। इसी दौरान इबादत करने आए लोगों और मजार के मुजाविरों में मामूली बात को लेकर नोकझोंक हो गई। नोकझोंक देखते ही देखते मारपीट में बदल गई। दोनों गुटों की तरफ से लाठी-डंडों से मारपीट की गई।

उत्तराखंड के जसपुर दरगाह
उत्तराखंड के जसपुर दरगाह

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने इस पूरे मामले पर उत्तराखंड की जसपुर पुलिस से बातचीत की। उन्होंने हमें बताया कि ये दावा पूरी तरह से गलत है। इस पूरे मामले में हिंदू-मुस्लिम जैसा कोई ऐंगल नहीं है। मारपीट करने वाले दोनों ही गुट मुस्लिम थे। ये लड़ाई चंदे को लेकर हुई है। पुलिस के मुताबिक, “दरगाह पर कुछ समय से काफी चंदा आ रहा है। ऐसे में चादर चढ़ाने आए गुट ने दरगाह के निर्माण और व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए। जिसके बाद दोनों गुटों की ये बातचीत मार-पीट में बदल गई। जंगल इलाका होने के कारण भगदड़ मच गई। इस मार-पीट में कई लोगों को गंभीर चोट लगी है। इस पूरी घटना को हमने संज्ञान में ले लिया है। इस मामले पर FIR भी दर्ज कर ली गई है। पुलिस इस पर उचित कार्रवाई कर रही है।”

उत्तराखंड के जसपुर दरगाह
उत्तराखंड के जसपुर दरगाह

छानबीन के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ा उत्तराखंड पुलिस का एक ट्वीट भी मिला। जिसे 30 मार्च 2021 को पोस्ट किया गया है। इस ट्वीट में उत्तराखंड पुलिस ने वायरल दावे को फर्जी बताया है। साथ ही ट्वीट में उत्तराखंड पुलिस ने यह भी बताया है कि मारपीट करने वाले दोनों गुट मुस्लिम समुदाय के हैं। 

Conclusion

हमारी पड़ताल के बाद ये स्पष्ट होता है कि उत्तराखंड के जसपुर दरगाह के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा पूरी तरीके से गलत है। दरगाह पर न हिंदू चादर चढ़ाने के लिए गए थे और न ही वहां पर किसी हिंदू के साथ मार-पीट की गई है। ये मार-पीट दो मुस्लिम गुटों के बीच चंदे और दरगाह के निर्माण को लेकर हुई है।


Read More – क्या तस्वीर में दिख रही औरतें जबरन इस्लाम कबूल करने वाली बांग्लादेशी स्वतंत्रता सेनानियां हैं?

Result: False

Claim Review: उत्तराखंड के जसपुर दरगाह पर हिंदूओं को दौड़ा-दौड़ा का पीटा
Claimed By: प्रशांत पटेल उमराव, वकील, सुप्रीम कोर्ट
Fact Check: False

Our Sources

Uttrakhand Police – https://uttarakhandpolice.uk.gov.in/dstations/12

Twitter – https://twitter.com/uttarakhandcops/status/1377254022147493895

Etvbharat – https://react.etvbharat.com/hindi/uttarakhand/state/udham-singh-nagar/controversy-between-two-parties-over-a-minor-issue-in-jaspur-dargah/uttarakhand20210329212253567


किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044  या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

image
यदि आप किसी दावे का सच जानना चाहते हैं, किसी तरह की प्रतिक्रिया देना चाहते हैं या हमारे किसी फैक्ट चेक को लेकर शिकायत दर्ज करना चाहते हैं, तो हमें +91-9999499044 पर व्हाट्सएप या checkthis@newschecker.in​. पर ईमेल करें. आप हमारे Contact Us पेज पर जाकर वहाँ मौजूद फॉर्म भी भर सकते हैं.
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
About Us

Newchecker.in is an independent fact-checking initiative of NC Media Networks Pvt. Ltd. We welcome our readers to send us claims to fact check. If you believe a story or statement deserves a fact check, or an error has been made with a published fact check

Contact Us: checkthis@newschecker.in

17,571

Fact checks done

FOLLOW US
imageimageimageimageimageimageimage
cookie

हमारी वेबसाइट कुकीज़ का उपयोग करती है

हम कुकीज़ और समान प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हैं ताकि सामग्री को व्यक्तिगत बनाने में मदद मिल सके, विज्ञापनों को अनुकूलित और मापने में मदद मिल सके, और बेहतर अनुभव प्रदान कर सके। 'ठीक है' क्लिक करके या कुकी पसंद करने में एक विकल्प को चालू करके, आप इस से सहमत होते हैं, हमारे कुकी नीति में विस्तार से व्याख्या की गई रूप में।