रविवार, दिसम्बर 22, 2024
रविवार, दिसम्बर 22, 2024

HomeFact Checkसर्वे के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद में कथित रूप से मिले शिवलिंग का...

सर्वे के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद में कथित रूप से मिले शिवलिंग का बताकर वायरल हो रहा यह वीडियो पुराना है

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया कि यह ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के दौरान प्राप्त हुए 12 फीट लंबे शिवलिंग का वीडियो है.

वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर तथा ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रहा विवाद ऐसे तो काफी पुराना है, लेकिन हाल-फिलहाल में कोर्ट के आदेश पर हुए एक सर्वे के बाद यह एक राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है. पत्रिका द्वारा प्रकाशित एक लेख के अनुसार, वाराणसी सिविल कोर्ट के जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर ने शृंगार गौरी मंदिर तथा ज्ञानवापी परिसर स्थित मस्जिद के सर्वे का आदेश दिया था. NDTV के एक लेख के अनुसार एक तरफ हिन्दू पक्ष सर्वे के दौरान शिवलिंग मिलने की बात कह रहा है, तो वहीं मुस्लिम पक्ष ने मस्जिद के वजू खाने से शिवलिंग प्राप्त होने की इस बात को गलत बताया है.

इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि यह ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के दौरान प्राप्त हुए 12 फीट लंबे शिवलिंग का वीडियो है.

Fact Check/Verification

ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के दौरान प्राप्त हुए 12 फीट लंबे शिवलिंग का बताकर शेयर किये जा रहे इस दावे की पड़ताल के लिए, हमने इसके एक की-फ्रेम को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें यह जानकारी मिली कि वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं बल्कि पुराना है.

यह ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के दौरान प्राप्त हुए 12 फीट लंबे शिवलिंग का वीडियो है.
गूगल सर्च से प्राप्त परिणाम

Prince Kumar नामक यूजर ने यही वीडियो एक साल पहले अपने शेयरचैट पेज पर शेयर किया था. Raju Katara नामक यूजर ने भी लगभग एक साल पहले यही वीडियो शेयर किया था.

शेयरचैट यूजर Raju Katara द्वारा शेयर किये गए पोस्ट का स्क्रीनशॉट

वायरल वीडियो के एक की-फ्रेम को Yandex पर ढूंढने पर हमें यह जानकारी मिली कि वायरल वीडियो साल 2020 से ही इंटरनेट पर मौजूद है.

Yandex सर्च से प्राप्त परिणाम


Kishan’s Talk
नामक यूट्यूब चैनल द्वारा यही वीडियो 30 जुलाई, 2020 को प्रकाशित किया गया था. इसी प्रकार MUSIC WORLD नामक चैनल ने उक्त वीडियो को 28 जनवरी, 2021 को प्रकाशित किया है.

Kishan’s Talk नामक चैनल द्वारा प्रकाशित वीडियो का स्क्रीनशॉट

Conclusion

इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट हो गया कि ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के दौरान प्राप्त हुए 12 फीट लंबे शिवलिंग का बताकर शेयर किया जा रहा यह वीडियो असल में साल 2020 से ही इंटरनेट पर मौजूद है. बता दें कि शृंगार गौरी मंदिर तथा ज्ञानवापी परिसर स्थित मस्जिद के सर्वे के दौरान मस्जिद के वजू खाने से मिली आकृति के शिवलिंग होने या ना होने को लेकर अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं की गई है. हालांकि, यह वीडियो कब का और कहां का है इसकी पुष्टि नहीं हो पाई, लेकिन इस शिवलिंग का ज्ञानवापी मस्जिद में चल रहे विवाद से कोई लेना देना नहीं है।

Result: False Context/False

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044  या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Saurabh Pandey
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Most Popular