Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
देश के कुछ राज्यों में विधानसभा चुनावों का दौर करीब आ रहा है, इंटरनेट के इस आधुनिक युग में चुनावों के नतीजे अपने पक्ष में करने और वोटों का ध्रुवीकरण करने के लिए सोशल मीडिया का खूब इस्तेमाल किया जाता है। चुनावों के दौरान देश में अलग-अलग दलों द्वारा वोटों को साधने के लिए कई तरह के दावे भी किए जाते हैं।
ऐसे में इन दिनों हिन्दू-मुस्लिम सद्भाव को ठेस पहुँचाने के लिए एक वीडियो को सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। वीडियो में मुस्लिम वेशभूषा में नजर आ रहे दो युवकों को एक दूध ढोने वाली गाड़ी में रखे कुछ कंटेनरों के साथ छेड़छाड़ करते हुए देखा जा सकता है।
वीडियो में एक व्यक्ति को दूध के कंटेनर में हाथ डालते और अपने मुंह को कंटेनर के बहुत करीब ले जाते हुए देखा जा सकता है। वहीं, दूसरे व्यक्ति को हाथों में पानी की एक थैली पकड़े हुए देखा जा सकता है। इस बीच वीडियो में पंजाबी भाषा में कहा जा रहा है कि, दूध में गंदे हाथ डाले जा रहे हैं और मिलावट हो रही है.
इसी वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा जा रहा है, “देख लीजिए क्या चल रहा है , खुलेआम सड़कों पर पानी मिलाते हैं और शायद लगता है दूध के कंटेनर में यह थूक भी रहे हैं. अब तो दूधवाला भी सनातनी ढूंढना पड़ेगा.” वीडियो के साथ दिए गए कैप्शन को पढ़ने पर लोग इसे भारत का समझ रहे हैं।
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को कई अन्य यूज़र्स ने भी वायरल दावे के साथ शेयर किया है
फेसबुक लिंक
Fact check / Verification
इंटरनेट पर वायरल हो रहे इस वीडियो के बारे में सटीक जानकारी के लिए हमने पड़ताल शुरू की। सबसे पहले हमने वीडियो को InVid टूल की सहायता से कुछ कीफ्रेम्स में बदला और फिर एक कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल की मदद से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमने पाया कि इस वीडियो को कुछ पाकिस्तानी यूज़र्स ने ट्विटर व यूट्यूब पर उर्दू कैप्शन के साथ शेयर किया है।
उर्दू भाषा में लिखे इस कैप्शन को समझने के लिए हमने अपनी टीम के उर्दू भाषा के सहयोगी की मदद ली। इस दौरान पता चला कि, ट्विटर पोस्ट में इस वीडियो को पाकिस्तान के लाहौर का बताया जा रहा है।
वायरल वीडियो की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। जिसके बाद हमें वायरल वीडियो एक पाकिस्तानी न्यूज के फेसबुक पेज पर उर्दू कैप्शन के साथ अपलोड हुआ प्राप्त हुआ। इस पोस्ट में भी इस वीडियो को पाकिस्तान का बताया गया है।
वीडियो के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए हमने वीडियो में दिख रहे टेम्पो लोडर की कंपनी और मॉडल के नाम को भी गूगल पर खोजा। बताते चलें कि लोडर की कंपनी का नाम SIWA और मॉडल नाम CARGO LOADER है।
खोज के दौरान हमने पाया कि SIWA पाकिस्तान की एक कंपनी है जो टेम्पो, रिक्शा और ऑटो पार्ट्स बनाती है। इसके अलावा हमने पाया कि इस तरह के लोडर टेम्पो के कई वीडियोज यूट्यूब पर मौजूद हैं जिन्हें ज्यादातर पाकिस्तान के लोगों ने ही अपलोड किया है।
Conclusion
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से पता चला कि दूध में मिलावट को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो भारत का नहीं, बल्कि पाकिस्तान का है।
Result- Misleading
Our Sources
https://www.youtube.com/results?search_query=SIWA+CARGO+LOADER
https://twitter.com/LoveBpositive/status/1405098025396051975
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.