Authors
Claim
यह वीडियो पश्चिम बंगाल का है जहां हिन्दू महिलाओं के साथ बदसलूकी हो रही है।
Fact
यह उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले का एक पुराना वीडियो है।
सोशल मीडिया पर कुछ महिलाओं के साथ अभद्रता करते युवकों का एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो को पश्चिम बंगाल में हिन्दू औरतों पर एक धर्म विशेष के लोगों द्वारा की जा रही बदसलूकी का बताकर राज्य सरकार पर निशाना साधा जा रहा है। विचलित करने वाले इस वीडियो में सुनसान रास्ते पर कुछ पुरुष महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार करते नजर आ रहे हैं।
14 फरवरी 2024 को @ajaychahan41 नामक एक एक्स अकाउंट ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि ‘यह पश्चिम बंगाल में हमारी हिंदू महिलाओं की स्थिति है, जबकि प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी स्वयं एक महिला हैं हैं, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।‘ लेख लिखे जाने तक इस पोस्ट को करीब 2 लाख लोगों द्वारा देखा जा चुका है।
इसी तरह के कई अन्य सोशल मीडिया पोस्ट्स का आर्काइव यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
Fact Check/ Verification
जांच की शुरुआत में हम देखते हैं कि वायरल एक्स पोस्ट पर किये गए कमेंट्स में वीडियो को उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले का बताया गया है। वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को कुछ कीवर्ड्स के साथ गूगल गूगल सर्च करने पर हमें इस मामले से जुड़ी 29 मई 2017 को प्रकाशित “द इंडियन एक्सप्रेस” की एक खबर मिली। इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो के कुछ फ्रेम्स दिखाए गए हैं। ‘रामपुर छेड़छाड़: वीडियो वायरल, एक गिरफ्तार’ शीर्षक के साथ प्रकाशित इस रिपोर्ट में बताया गया है कि छेड़खानी की यह घटना 22 मई 2017 को उत्तर प्रदेश के रामपुर स्थित कुवाखेड़ा गांव में घटित हुई थी।
अब कुछ कीवर्ड्स को गूगल सर्च करने पर हमें 29 मई 2017 को ‘फर्स्टपोस्ट’ और इंडिया टुडे द्वारा इस घटना पर प्रकाशित रिपोर्ट मिलीं, जिनमें इस बात की पुष्टि की गई है कि 22 मई 2017 की यह घटना उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले की है।
29 मई 2017 को प्रकाशित आज तक’ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पीड़िता अपने भाई के साथ बाजार गई थी और वापस लौटते समय वे एक पेट्रोल पंप पर रुके थे। इस दौरान जब महिलाएं टॉयलेट के लिए पास के जंगल में गईं, तब उनके साथ बदसुलूकी की घटना हुई। प्रभात खबर में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, रामपुर के थाना टांडा क्षेत्र की इस घटना में यूपी पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित अन्य 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि 10 आरोपियों की तलाश की जा रही थी।
दावे में इस घटना को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यकाल का बताया गया है, जबकि अपनी जांच में हमने पाया कि यह घटना 22 मई 2017 को उत्तर प्रदेश में घटित हुई थी। साल 2022 में भी यह वीडियो उत्तर प्रदेश का बताकर वायरल हुआ था। तब यह दावा किया गया था कि यह घटना सपा सरकार के समय की है। उस समय Newschecker द्वारा किए गए फैक्ट चेक को यहाँ पढ़ा जा सकता है। ज्ञात हो कि योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ 19 मार्च 2017 को ली थी। यानि यह घटना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल के दौरान हुई थी।
Conclusion
जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि महिलाओं के साथ बदसुलूकी का यह वीडियो पश्चिम बंगाल का नहीं, बल्कि यूपी के रामपुर का है और करीब 6 साल पुराना है।
Result: False
Sources
Report published by The Indian Express on 29th May 2017.
Report published by India Today/AajTak on 29th May 2017.
Report published by FirstPost on 29th May 2017.
Report published by Prabhat Khabar on 29th May 2017.
Report published by The Hindu on 19th March 2017.
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