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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, इस वीडियो में कुछ पुलिस वाले एक ई-रिक्शा में बैठकर सड़क पर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। पानी से भरी इस सड़क पर कुछ सेकेंड बाद ई-रिक्शा अचानक से पलट जाता है, जिससे सड़क पर भरे पानी में पुलिस वाले भी गिर जाते हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो के कैप्शन के साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो यूपी के किसी शहर का है। बीते 2 अक्टूबर को INC TV के ट्विटर हैंडल से इस वीडियो को शेयर किया गया था।
दरअसल, यूपी में योगी सरकार के सत्ता में आने के तुरंत बाद प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का अभियान चलाया गया था। सौ दिन के अभियान में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का प्रदेश सरकार ने वादा किया था। अब योगी सरकार के कार्यकाल को पूरा होने में बस कुछ ही वक्त बचा है, सड़क को लेकर किए गए वादे कहीं पूरे हुए, तो कहीं कागजों में ही सड़कों को गड्ढा मुक्त कर दिया गया। योगी सरकार के इसी वादे पर तंज कसते हुए कांग्रेस ने इस वीडियो को शेयर किया है।
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने भी शेयर किया है।
सपा प्रवक्ता I.P. Singh ने भी वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया था।
Fact Check/Verification
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देखकर कोई भी कह सकता है कि ये उत्तर प्रदेश के किसी जिले का दृश्य है, क्योंकि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सड़कों की हालत कुछ ऐसी ही है। बारिश के दिनों में वहां रह रहे लोगों को इस तरह की समस्याओं से दो-चार होना ही पड़ता है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले हमने इसे पूरा देखा। वीडियो में ई-रिक्शा के पास से गुजरती हुई एक स्कूटी दिखाई दे रही है, जिसमें बाइक सवार, स्कूल यूनिफार्म पहने एक बच्चे को लेकर जा रहा है। उस बाइक के नंबर प्लेट को गौर से देखने पर पता चलता है कि यह राजस्थान के किसी आरटीओ में पंजीकृत है। इससे शंका हुई कि हो सकता है कि यह वीडियो राजस्थान का हो।
पड़ताल के दौरान दैनिक भास्कर द्वारा 1 अक्टूबर 2021 को प्रकाशित किया गया एक लेख मिला। इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो को राजस्थान के दौसा का बताया गया है।
खोज के दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस फैक्ट चेक के ट्विटर हैंडल द्वारा किया गया एक रिप्लाई ट्वीट प्राप्त हुआ। इस हैंडल द्वारा पश्चिमी यूपी कांग्रेस सेवादल के एक ट्वीट पर रिप्लाई देते हुए, इसे राजस्थान के दौसा का बताया गया है।
इस वायरल वीडियो को कांग्रेस द्वारा शेयर करने से पहले, 1 अक्टूबर को एक अन्य यूजर ने राजस्थान के सीएम को टैग करके शेयर किया था, जिसमें बताया गया है कि यह वीडियो राजस्थान के दौसा जिले का है।
Conclusion
मीडिया रिपोर्ट्स और यूपी पुलिस द्वारा वायरल वीडियो पर किए गए ट्वीट के बाद यह साफ़ हो गया कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं है।
Result
Misleading
Our Sources
Media Report
Tweet UP Police
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