Authors
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
Claim– राम जन्मभूमि का शिलापूजन राजीव गांधी द्वारा साल 1989 में हो चुका है और यह उसी समय की तस्वीर है।
फेसबुक का आर्काइव लिंक यहाँ देखा जा सकता है।
अयोध्या में राम मंदिर के शिला पूजन की तैयारियां पूरे चरम पर हैं। आगामी 5 अगस्त को देश के पीएम नरेंद्र मोदी मंदिर का शिलान्यास करेंगे। इसी बीच सोशल मीडिया में भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि मंदिर का शिला पूजन साल 1989 में ही हो चुका है। दावा किया जा रहा है कि यह शुभ कार्य राजीव गाँधी द्वारा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को, जिसे हम देवउठनी एकादशी कहते हैं को किया गया गया था। इस दावे को सोशल मीडिया के कई माध्यमों पर बड़ी तेजी से शेयर किया जा रहा है।
ऐसे ही कई अन्य सोशल मीडिया पोस्ट्स को यहाँ देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव की जिस तस्वीर के साथ अयोध्या में राम जन्मभूमि पूजन की बात की जा रही है, उसका सच जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल शुरू की। इस दौरान सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज के सहारे तस्वीर को खंगालना आरम्भ किया। इस दौरान कई मीडिया रिपोर्ट्स मिली जिनमें वायरल तस्वीर का प्रयोग किया गया था। अधिकतर तस्वीरों में राजीव गाँधी की हत्या के मामले को लेकर प्रकाशित लेख थे जिनमें इस तस्वीर को जगह दी गई है।
कुछ कीवर्ड के माध्यम से की गई पड़ताल के दौरान पंजाब केसरी का एक लेख मिला जिसने कमोवेश वायरल तस्वीर को सच ही बता दिया है। राम मंदिर शिला पूजन को लेकर इस लेख में तस्वीर को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है।
कुछ अन्य कीवर्ड्स के माध्यम से की गई पड़ताल में पता चला कि जिस तस्वीर को अयोध्या में मंदिर पूजन का बताकर शेयर किया जा रहा है वह इस्कॉन टेम्पल दिल्ली की तस्वीर है।
Asianage में प्रकाशित लेख के मुताबिक़ यह तस्वीर साल 1989 में इस्कॉन टेम्पल दिल्ली की है जब राजीव गाँधी को हरे कृष्णा के भक्तों ने भागवत गीता भेंट की थी।
पड़ताल के दौरान ही वायरल हो रही तस्वीर commons.wikimedia.org पर भी प्राप्त हुई जिसमें साफ किया गया है कि राजीव गाँधी की वायरल तस्वीर दिल्ली के इस्कॉन टेम्पल की है।
अयोध्या की नहीं है राजीव गाँधी की वायरल तस्वीर
हमारी पड़ताल में इतना तो साफ हो गया था कि वायरल हो रही तस्वीर का राम मंदिर शिलापूजन से कोई वास्ता नहीं है। लेकिन क्या राजीव गाँधी ने राम मंदिर बनाने के लिए कोई पहल की भी थी यह इससे पहले भी मंदिर निर्माण के लिए नींव रखी जा चुकी है यह जानना भी बेहद आवश्यक था। कुछ कीवर्ड्स के माध्यम से गूगल खंगालने पर कई मीडिया रिपोर्ट्स सामने आयी। दैनिक जागरण लिखता है कि साल 1989 में तत्कालीन पीएम राजीव गाँधी ने अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास का आदेश दिया था। लेख के मुताबिक़ 9 नवम्बर साल 1989 में विश्व हिन्दू परिषद ने हजारों लोगों की मौजूदगी में मंदिर की नीव रखी थी। मंदिर की नीव रखने वाले कामेश्वर चौपाल जो दलित तबके से आते थे उनकी उम्र उस समय महज 35 साल थी। हालांकि मंदिर के शिलान्यास के बाद सूबे और देश में कई सरकारें बदली और राजनीतिक समीकरण के चलते मंदिर एक मुद्दा बन गया था।
AajTak ने भी भूतपूर्व पीएम राजीव गाँधी द्वारा अयोध्या में मंदिर के शिलान्यास की अनुमति दिए जाने की घटना का रोचक वर्णन किया है।
Conclusion
हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि राजीव गाँधी की जिस तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है वह सही नहीं है। साथ ही साल 1989 में दलित युवक ने राम जन्मभूमि की नीव रखी थी। राजीव गाँधी की वायरल तस्वीर दिल्ली स्थित इस्कॉन मंदिर की है।
Sources
factsanddetails– https://factsanddetails.com/world/cat55/sub388/entry-5651.html
commons.wikimedia.org–https://commons.wikimedia.org/wiki/File:Rajiv_Gandhi_meeting_Russian_Hare_Krishna_devotees_in_New_Delhi_1989.jpg#file
Result-Misleading
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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.