Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.
यूक्रेन (Ukraine) में मचे कोहराम के बीच सोशल मीडिया पर विचलित कर देने वाली एक तस्वीर खूब वायरल हो रही है. तस्वीर एक बच्ची की है जो बेसुध हो चुकी एक घायल महिला के बगल में बैठकर रो रही है. बच्ची के हाथ में एक डॉल भी देखी जा सकती है.
अप्रत्यक्ष रूप से इस तस्वीर को रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच चल रहे युद्ध से जोड़ा जा रहा है. तस्वीर को इस तरह से पेश किया गया है जैसे यह दृश्य यूक्रेन का हो, जहां रूस द्वारा किए गए ताबड़तोड़ हमलों में ये महिला और बच्ची घायल हो गए.
ट्वीट्स के आर्काइव को यहां और यहां देखा जा सकता है.
वायरल तस्वीर के कैप्शन में लिखा है, “कौन शासन से कहेगा, कौन समझेगा, एक चिड़िया इन धमाकों से सिहरती है। #worldwar3 #RussiaUkraineConflict #WorldWarIII”. फेसबुक और ट्विटर पर इस कैप्शन के साथ तस्वीर को तेजी से शेयर किया जा रहा है.
रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में दोनों देशों को नुकसान हो रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) का कहना है कि अभी तक उनके 137 आम नागरिक और सिपाही मारे जा चुके हैैं और सैकड़ों घायल भी हैं. यूक्रेन के कई इलाकों में जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है और आम जनता का बुरा हाल है. ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि यूक्रेन के लोग जान बचाने के लिए दूसरे देशों की शरण ले रहे हैं. इस बीच सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल हो रही है, जिसे लेकर लोग अपना दुख जाहिर कर रहे हैं.
Fact Check/Verification
वायरल तस्वीर को येंडेक्स सर्च इंजन पर रिवर्स सर्च करने पर हमें एक यूट्यूब वीडियो मिला. वीडियो के थंबनेल में वायरल तस्वीर जैसी ही एक दूसरी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है.
यूट्यूब वीडियो में युद्ध पर बनी कुछ फिल्मों के छोटे-छोटे अंश दिखाए गए हैं. वीडियो में 1 मिनट 30 सेकंड के बाद वायरल तस्वीर से मिलता-जुलता दृश्य देखा जा सकता है. गौर से देखने पर यह साफ समझ आता है कि ये किसी फिल्म का दृश्य है.
यूट्यूब वीडियो के साथ दी गई जानकारी में युद्ध पर आधारित कुछ फिल्मों के नाम लिखे हुए हैं. इनमें से एक नाम “द ब्रेस्त फोर्ट्रेस”(Brest Fortress) है. खोजने पर सामने आया कि इस फिल्म को “फोर्ट्रेस ऑफ वॉर” (Fortress Of War) के नाम से भी जाना जाता है.
“फोर्ट्रेस ऑफ वॉर” 2010 में रिलीज हुई एक रूसी-बेलारुसियन फिल्म है जो 1941 में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाजी जर्मनी (Germany) द्वारा सोवियत संघ पर किए गए आक्रमण पर आधारित है. IMDb की वेबसाइट पर इस फिल्म की कई तस्वीरें मौजूद हैं. इन तस्वीरों में वायरल तस्वीर जैसी एक दूसरी तस्वीर भी मौजूद है, जिसमें वही महिला और बच्ची नजर आ रहे हैं.
कुछ रूसी वेबसाइट्स पर भी इस बच्ची और महिला की तस्वीर को “फोर्ट्रेस ऑफ वॉर” फिल्म का बताया गया है.
Conclusion
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से यह स्पष्ट हो जाता है कि वायरल तस्वीर एक फिल्म का हिस्सा है. इसका रूस और यूक्रेन के बीच चल रही लड़ाई से कोई संबंध नहीं है.
Result: False Context/Missing Context
Sources
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in
Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.