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एक खूबसूरत मीनार का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। इस वीडियो (viral video) में देखा जा सकता है कि किस तरह से थिरकती रोशनी (light) की किरणें तरह-तरह की आकृतियां बना रही हैं। इस वीडियो (viral video) को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह जोधपुर के उमेद पैलेस का किला है। इसकी लाइटनिंग (light) देखकर गुंबद जैसा लगता है, इसे देखने का किराया 3000 रुपए है।
सोशल मीडिया पर दूसरे वायरल वीडियोज के फैक्ट चैक यहां पढ़ें।
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
वायरल वीडियो (viral video) की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। सबसे पहले हमने इस वीडियो को INVID टूल पर डालकर इसके कुछ कीफ्रेम्स निकाले। इसके बाद एक इमेज को गूगल रिवर्स के जरिए सर्च किया। जिसके बाद हमें इससे जुड़ी कई जानकारियाँ हासिल हुई। हमें यही हूबहू वीडियो कई अलग-अलग यूट्यूब चैनल पर भी मिला।
इन यूट्यूब चैनलों पर इस मीनार को इस्तांबुल का गलाटा टावर बताया गया था। जहां पर इस लाइट (light) शो का आयोजन किया गया था। दोनों ही यूट्यूब चैनलों पर ये वीडियो साल 2018 में पोस्ट किए गए थे। वायरल वीडियो के बारे में पुख्ता जानकारी हासिल करने के लिए हमने अपनी पड़ताल को जारी रखा। हमने कुछ कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया। सर्च करने के दौरान हमें Pro AVL Central नाम के यूट्यूब पर यही लाइट (light) शो का वीडियो (viral video) मिला। जिसके डिसक्रिप्शन में इस्तांबुल जेनक्लिक महोत्सव लिखा हुआ था। इस महोत्सव के प्रचार के लिए क्रीम स्टूडियो में गलाटा टावर पर प्रोजेक्शन मैप शो का आयोजन किया गया था।
हमने गूगल पर क्रीम स्टूडियो की वेबसाइट को सर्च किया। इस दौरान हम एक पेज पर पहुंचे, जहां पर गलाटा टावर पर हुए इस 3डी प्रोजेक्शन मौपिंग शो के बारे में बताया गया है। इस पेज पर इस टावर के बारे में कई जानकारियां दी गई थी। इस पेज पर बताया गया है कि गलाटा टावर कई साल पुराना है। ये टावर इस्तांबुल के सबसे ऊंचे और पुराने टावरों में गिना जाता है। इस टावर का निर्माण 14वीं शताब्दी में हुआ था।
क्रीम स्टूडियो की वेबसाइट पर इस टावर से जुड़ी कई तस्वीरें भी शेयर की गई हैं। वेबसाइट पर प्रोजेक्शन मैपिंग वीडियो शो से भी जुड़ी गई तस्वीरें शेयर की गई हैं।
पड़ताल के दौरान हमें इस्तांबुल मेट्रोपॉलिटन म्युनिसिपैलिटी की वेबसाइट मिली। जिस पर प्रोजेक्शन मैपिंग वीडियो शो से जुड़ी जानकारियां दी गई हैं। इस आधिकारिक वेबसाइट पर एक प्रेस रिलीज भी शेयर किया गया था, जो कि प्रोजेक्शन मैपिंग वीडियो शो के बारे में था।
Conclusion
सोशल मीडिया पर 3-डी लाइटनिंग (light) से जगमगाते जिस टावर के वीडियो (viral video) को उम्मेद भवन बताया जा रहा है, असल में वह वीडियो (viral video) इस्तांबुल शहर के गलाटा टावर का है। हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों से पता चला है कि ये वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं बल्कि दो साल पुराना साल 2018 का है।
Result: False
Our Source
YouTube – https://www.youtube.com/watch?v=PcXIt8PPuAk&feature=emb_title
Cream Studio – https://creamstudio.tv/galata-tower-projection-mapping-experience
IBB – https://www.ibb.istanbul/en/News/Detail/1106