Fact Check
बांग्लादेश के रंगपुर का नहीं है यह वायरल वीडियो, गलत दावे के साथ हो रहा है वायरल

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो को बांग्लादेश के रंगपुर का बताया गया है। वीडियो के साथ कैप्शन में यह दावा किया गया है कि रंगपुर में इस समय विकट स्थिति है। हिंदुओं के घर और मंदिर जला दिए गए हैं। रंगपुर जिले के पीरगंज स्थित एक हिंदू गांव में मुस्लिम भीड़ ने आग लगा दी है।

वायरल ट्वीट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
बांग्लादेश में इस वक्त हिंदुओं के खिलाफ अलग-अलग जगहों पर हिंसा भड़की हुई है। इस हिंसा की शुरुआत दुर्गापूजा के दौरान हुई थी, लेकिन हिंसा की आग अब बांग्लादेश में स्थापित हिंदू मंदिरों और हिंदुओं के घरों तक पहुंच गई है। बीते 18 अक्टूबर को Times Of India द्वारा प्रकाशित एक खबर के मुताबिक, बांग्लादेश के रंगपुर में भड़की हिंसा के दौरान, मुसलमानों ने हिन्दुओं के करीब 65 घरों को आग के हवाले कर दिया था। एक अफवाह के चलते हिंसा की शुरुआत हुई थी। दरअसल, कुछ लोगों द्वारा आरोप लगाया गया था कि एक हिंदू व्यक्ति ने फेसबुक पर पवित्र कुरान के अपमान के बारे में पोस्ट किया था, जिसके बाद हिंसा भड़क गई। इसी क्रम में उपरोक्त ट्विटर हैंडल द्वारा वीडियो शेयर करते हुए इसे बांग्लादेश का बताया गया है।
उपरोक्त वायरल ट्वीट को 3,200 से ज्यादा रिट्वीट और करीब 4,000 लाइक्स मिले थे।
बीते 17 अक्टूबर को @UnityCouncilBD नाम के जिस ट्विटर हैंडल द्वारा वायरल हो रहे वीडियो को शेयर किया गया था, वह एक फर्जी हैंडल है। इसका फैक्ट चेक हमारी टीम द्वारा बीते 14 अक्टूबर को प्रकाशित एक खबर में किया जा चुका है। अंग्रेजी भाषा में किया गया फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
वायरल दावे को अन्य ट्विटर यूजर्स द्वारा भी शेयर किया गया है।
वायरल ट्वीट का आर्काइव वर्जन यहां और यहां देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
क्या सच में वायरल हो रहा वीडियो रंगपुर में हुई हिंसा के दौरान का है? वीडियो की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। न्यूजचेकर की टीम ने सबसे पहले बांग्लादेश के ‘अग्निशमन सेवा और नागरिक सुरक्षा विभाग’ से संपर्क किया। न्यूज़चेकर से बात करते हुए वहां के सीनियर स्टाफ अधिकारी, मोहम्मद शाहजहाँ सिकंदर ने बताया कि वीडियो बांग्लादेश का नहीं है। उन्होंने कहा, “ये दृश्य बांग्लादेश का नहीं हैं। हिंदू समुदाय में दहशत पैदा करने के लिए चल रही हिंसा के संदर्भ में इस वीडियो का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।”
अधिक जानकारी के लिए हमने कुछ कीवर्ड्स की सहायता से गूगल पर खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें एक समाचार पोर्टल TIME8 Axom द्वारा बीते 14 अक्टूबर को प्रकाशित किया गया एक लेख प्राप्त हुआ। लेख के मुताबिक, त्रिपुरा के धलाई जिले के माराचेरा बाजार में मंगलवार (बीते 12 अक्टूबर) की आधी रात को, दुर्गा पूजा पंडाल समेत चार दुकानों में आग लग गई थी। TIME8 Axom में प्रकाशित पूरी खबर को आप यहां पढ़ सकते हैं।
पड़ताल के दौरान हमें एक और फेसबुक पोस्ट प्राप्त हुआ, जिसमें बंगाली भाषा में कैप्शन के साथ एक वीडियो को पोस्ट किया गया था। कैप्शन में लिखा गया है, ‘माराचेरा बाजार के दुर्गा पूजा मंडप में लगी भीषण आग। यह हादसा नवरात्रि की सप्तमी की रात को हुआ।’
फेसबुक पोस्ट को यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल में मिले उपरोक्त फेसबुक पोस्ट की पुष्टि के लिए Newschecker ने त्रिपुरा में धलाई (Division) के डिवीजनल फायर अधिकारी ज्योतिष रंजन दास से संपर्क किया। बातचीत में उन्होंने कहा, “यह वीडियो त्रिपुरा के धलाई जिले के एक दुर्गा पूजा पंडाल में लगी आग का है न कि बांग्लादेश के रंगपुर का।”
वायरल वीडियो की पुष्टि करते हुए, कमालपुर दमकल विभाग के साथ काम करने वाले एक फायरमैन जॉय भट्टाचार्जी ने कहा, “वीडियो कमालपुर के माराचेरा बाजार में आग लगने का है, यह घटना रात 13 अक्टूबर को रात करीब 02:42 बजे हुई थी और आस-पड़ोस की करीब 4 दुकानें भी आग की चपेट में आ गईं।”
बांग्लादेश स्थित फ़ैक्ट-चेकिंग वेबसाइट रुमर स्कैनर और भारतीय फ़ैक्ट-चेकिंग वेबसाइट ऑल्ट न्यूज़ और बूम लाइव ने भी वायरल वीडियो को त्रिपुरा का बताया है।
Conclusion
Newschecker द्वारा की गई पड़ताल के मुताबिक, सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो भारत के त्रिपुरा स्थित धलाई जिले का है, जिसे गलत दावे के साथ बांग्लादेश के रंगपुर का बताया जा रहा है।
Result: Misplaced context
Our Sources
Govt sources
Social media posts
News portals
बांग्लादेश से न्यूजचेकर की टीम मेंबर दिल अफरोज जहां के इनपुट्स के साथ।
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