Thursday, April 17, 2025
हिन्दी

Fact Check

वीवीपैट मशीन से पर्चियां निकाले जाने का पुराना वीडियो लोकसभा चुनाव में ईवीएम फ्रॉड के दावे से वायरल

Written By Runjay Kumar, Edited By JP Tripathi
Apr 22, 2024
banner_image

Claim
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के बाद भाजपा ने किया ईवीएम फ्रॉड.

Fact
नहीं, वायरल वीडियो पुराना है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग वीवीपैट मशीन से पर्चियां निकालते नज़र आ रहे हैं. इस वीडियो को 19 अप्रैल को हुए लोकसभा चुनाव के दौरान का बताकर भाजपा द्वारा ईवीएम फ्रॉड किए जाने के दावे से शेयर किया जा रहा है.

हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो पुराना है. गुजरात के भावनगर जिले के जिला निर्वाचन अधिकारी ने ईवीएम फ्रॉड वाले दावे का खंडन किया था.

वायरल वीडियो करीब 1 मिनट 46 सेकेंड का है, जिसमें कुछ लोग एक कमरे में रखी कई वीवीपैट मशीनों से पर्चियां निकालते दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो को वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है, “बहुत अहम वीडियो है आप इसको जरूर देखिए 19 तारीख में जो चुनाव हुआ चुनाव के बाद ईवीएम जहां फुल सिक्योरिटी में रखी जाती है वहां ईवीएम से वीवीपीएटी से पर्ची चुराई जा रही है और भारतीय जनता पार्टी अपनी पर्ची डलवा रही है”. पोस्ट का आर्काइव यहां देखें।

Courtesy: X/I_m_kd53

Fact Check/ Verification

Newschecker ने सबसे पहले वायरल वीडियो वाले कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 13 दिसंबर 2022 को किया गया एक ट्वीट मिला. इस ट्वीट में वायरल वीडियो भी मौजूद था और तब इसे गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान भावनगर का बताया गया था.


Courtesy: X/WeThePeople3009

हालांकि, इसी ट्वीट के रिप्लाई में भावनगर जिले के कलेक्टर के आधिकारिक X अकाउंट से किया गया रिप्लाई भी था. इस रिप्लाई में अंग्रेज़ी में लिखा एक टेक्स्ट मौजूद था.


Courtesy: X//Collectorbhav

टेक्स्ट के अनुसार, “चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के मुताबिक मतगणना के बाद वीवीपैट पर्चियों को वीवीपैट मशीन से निकाल कर उन्हें काले रंग के लिफाफे में रखकर सील कर दिया जाता है, ताकि वीवीपैट मशीन का इस्तेमाल अगले चुनाव में किया जा सके. इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाती है और इसकी एक कॉपी स्ट्रॉन्ग रूम में एवं दूसरी संबंधित डीईओ के पास रखी जाती है”.

हालांकि, इस दौरान भावनगर के कलेक्टर ने वीडियो के वास्तविक लोकेशन का कोई ज़िक्र नहीं किया था.

जांच में हमें कई और X अकाउंट से भी दिसंबर 2022 में ट्वीट किया गया यह वीडियो मिला.  


Courtesy: X/I_KKarthikeyan

अपनी जांच में हमें चुनाव आयोग की वेबसाइट पर प्रकाशित एक मैन्युअल भी मिला, जिसमें यह लिखा हुआ था कि वोटों की गिनती के बाद वीवीपैट पर्चियों को मशीन से निकालकर एक काले रंग के लिफाफे में रखकर सील कर दिया जाता है.

Conclusion

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि वायरल वीडियो पुराना है. साथ ही हमने यह भी पाया कि भावनगर के कलेक्टर ने इस वीडियो को लेकर किए जा रहे ईवीएम फ्रॉड वाले वायरल दावे का खंडन भी किया था.

Result: FALSE

Our Sources
Video shared by an X account on 13th Dec 2022
Tweet by Bhavanagar DM on 15th Dec 2022

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

फैक्ट-चेक और लेटेस्ट अपडेट्स के लिए हमारा WhatsApp चैनल फॉलो करें: https://whatsapp.com/channel/0029Va23tYwLtOj7zEWzmC1Z

image
यदि आप किसी दावे का सच जानना चाहते हैं, किसी तरह की प्रतिक्रिया देना चाहते हैं या हमारे किसी फैक्ट चेक को लेकर शिकायत दर्ज करना चाहते हैं, तो हमें +91-9999499044 पर व्हाट्सएप या checkthis@newschecker.in​. पर ईमेल करें. आप हमारे Contact Us पेज पर जाकर वहाँ मौजूद फॉर्म भी भर सकते हैं.
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
About Us

Newchecker.in is an independent fact-checking initiative of NC Media Networks Pvt. Ltd. We welcome our readers to send us claims to fact check. If you believe a story or statement deserves a fact check, or an error has been made with a published fact check

Contact Us: checkthis@newschecker.in

17,830

Fact checks done

FOLLOW US
imageimageimageimageimageimageimage
cookie

हमारी वेबसाइट कुकीज़ का उपयोग करती है

हम कुकीज़ और समान प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हैं ताकि सामग्री को व्यक्तिगत बनाने में मदद मिल सके, विज्ञापनों को अनुकूलित और मापने में मदद मिल सके, और बेहतर अनुभव प्रदान कर सके। 'ठीक है' क्लिक करके या कुकी पसंद करने में एक विकल्प को चालू करके, आप इस से सहमत होते हैं, हमारे कुकी नीति में विस्तार से व्याख्या की गई रूप में।