पुलिसकर्मियों से जुड़ा बयान देने पर सपा नेता कमाल अख्तर की पिटाई का बताकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो दो हिस्सों में है। पहले भाग में दिखाया गया है कि कमाल अख्तर ने पुलिस को लेकर विवादित बयान दिया है। दूसरे भाग में दिखाया गया है कि पुलिस ने सपा नेता कमाल अख्तर की पिटाई कर दी है।
6 मार्च 2025 के एक्स पोस्ट (आर्काइव) में 41 सेकंड का वीडियो शेयर किया गया है। वीडियो में कथित तौर पर सपा नेता कमाल अख्तर यह बोलते हुए दिखते हैं “अल्लाह तौबा तौबा! अल्लाह माफ़ करे! इस उत्तर प्रदेश का कोई आईएएस, इस उत्तर प्रदेश का कोई आइपीएस, पीसीएस कोई ऐसा सीओ कोई ऐसा कोतवाल इस उत्तर प्रदेश के अंदर पैदा नहीं हुआ, अगर कमाल अख्तर उसको फोन कर दे आज की डेट में भी जो आपका काम नहीं करे।”
इसके बाद वीडियो के दूसरे हिस्से में पुलिस एक व्यक्ति को पीटती हुई नजर आती है। पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “समाजवादी पार्टी के कमाल अख्तर को औकात पता चल गई अब कि भौंकना उत्तर प्रदेश में अलाउड नहीं है, सूत दिया ढंग से।” वीडियो के साथ शेयर किये गए ऐसे अन्य पोस्ट्स का आर्काइव यहाँ और यहाँ देखें।

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Fact Check/Verification
सपा नेता कमाल अख्तर की पिटाई का बताकर वायरल हुए दावे की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल लेंस पर सर्च किया। इस दौरान यह वीडियो हमें 9 अप्रैल, 2021 को एबीपी गंगा के यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुई रिपोर्ट में मिला।
रिपोर्ट में बताया गया है कि यूपी में पंचायत चुनाव के दौरान अमरोहा की एक पंचायत में सपा के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर ने यह विवादित बयान दिया था।

इसके बाद हमने वीडियो में पिट रहे व्यक्ति के बारे में भी पड़ताल की। गूगल लेंस पर कीफ्रेम्स को ढूंढने पर यह वीडियो हमें 13 वर्ष पहले संतोष चतुर्वेदी नामक यूज़र द्वारा यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया हुआ मिला।
करीब 13 साल से इंटरनेट पर वीडियो की मौजूदगी से यह स्पष्ट हो गया कि यह वीडियो 3 साल पहले कमाल अख्तर द्वारा दिए गए बयान के बाद का नहीं है। इस यूट्यूब वीडियो के कैप्शन में बताया गया है कि यह 21 फरवरी, 2011 की एक घटना का वीडियो है और इसमें नजर आ रहे व्यक्ति सपा के नेता राजा चतुर्वेदी हैं।

इसके बाद हमने संबंधित की-वर्ड्स के जरिए 21 फरवरी 2011 को हुई ऐसी किसी घटना से जुड़ी जानकारी को गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें 23 फरवरी 2011 को इंडियन एक्सप्रेस पर इस घटना से जुड़ी रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में बताया गया है कि समाजवादी पार्टी ने इस मारपीट के लिए उस दौरान उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बहुजन समाज पार्टी पर आरोप लगाया था।

इससे जुड़ी जानकारी के लिए हमने सपा नेता राजा चतुर्वेदी का सोशल मीडिया अकाउंट खंगाला। इस दौरान हमने पाया कि राजा चतुर्वेदी ने 17 जून 2019 को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से यह वीडियो शेयर कर जानकारी दी थी कि यह वीडियो 21 फरवरी 2011 की रात 12 बजे बजट सत्र के अन्तिम दिन, विधेयक बिल के विरोध प्रदर्शन के दौरान का है। वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, “21 फरवरी 2011 की रात्रि 12 बजे बजट सत्र के अन्तिम दिन, विधेयक बिल के विरोध प्रदर्शन के दौरान। विधानसभा भवन के मुख्य द्वार पर बर्बरता पूर्वक पुलिस लाठी चार्ज”

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Conclusion
जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि पुलिस द्वारा सपा नेता कमाल अख्तर की पिटाई का दावा फ़र्ज़ी है। वीडियो में जिस नेता की पिटाई हो रही है, उनका नाम राजा चतुर्वेदी है और यह घटना करीब 14 साल पुरानी है।
Sources
You tube video uploaded on 21st February 2011 .
Report published by ABP on 9th April 2021.
Instagram post by Raja Chaturvedi on 17th June 2021.
Report published by Indian Express on 23rd February 2011.