सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम में TMC के मुस्लिम कार्यकर्ताओं द्वारा हिन्दुओं के घर जला दिए गए.
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में टीएमसी नेता भादू शेख की हत्या के बाद भड़की हिंसा में 8 लोग मारे गए हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई (CBI) को सौंप दी. मामले की जांच के लिए गठित CBI की टीम रामपुरहाट पहुंच कर जांच शुरू कर चुकी है. सूबे में चुनावी हिंसा को लेकर ममता बनर्जी सरकार (Mamata Banerjee Government) पर पहले से ही हमलावर रही बीजेपी, 8 लोगों की मौत की इस भयावह घटना को संसद में भी उठा चुकी है.
सोशल मीडिया पर बीरभूम (Birbhum) हिंसा के नाम पर तमाम वीडियो और तस्वीरें शेयर की जा रही हैं. पुलिस द्वारा मामले में कोई साम्प्रदायिक एंगल ना होने की बात कहने के बाद भी कई सोशल मीडिया यूजर्स इसे टीएमसी (TMC) के मुस्लिम कार्यकर्ताओं द्वारा हिन्दुओं पर अत्याचार का दावा कर रहे हैं.
इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम में TMC के मुस्लिम कार्यकर्ताओं द्वारा हिन्दुओं के घर जला दिए गए.
Fact Check/Verification
पश्चिम बंगाल के बीरभूम में TMC के मुस्लिम कार्यकर्ताओं द्वारा हिन्दुओं के घर जला दिए जाने के नाम पर शेयर किये जा रहे इस वीडियो की पड़ताल के दौरान हमने पाया कि वीडियो में दिख रहे बस पर ‘www.djgaadi.in’ लिखा हुआ है.

www.djgaadi.in वेबसाइट पर जाकर हमने पाया कि DJ Gaadi नामक यह बस ऑपरेटर सिर्फ ओडिशा में ही अपनी सेवाएं प्रदान करता है.

उपरोक्त जानकारी के आधार पर हमने ‘bus fire odisha’ कीवर्ड्स को यूट्यूब पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें वायरल वीडियो के दृश्यों से मिलते जुलते कुछ वीडियो प्राप्त हुए. यूट्यूब सर्च से प्राप्त परिणामों से यह जानकारी मिली कि वायरल वीडियो साल 2020 से ही इंटरनेट पर मौजूद है, इसलिए यह बीरभूम में हुई हिंसा से संबंधित नहीं हो सकता है.

India TV द्वारा 9 फरवरी, 2020 को प्रकाशित एक वीडियो रिपोर्ट के अनुसार, ओडिशा के ब्रह्मपुर में आग लगने के कारण 6 लोगों की मौत हो गई थी तथा 40 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. Kanak News द्वारा 9 फरवरी, 2020 को ओड़िया भाषा में प्रकाशित एक वीडियो में भी वायरल वीडियो में दिख रही बस को देखा जा सकता है.
उपरोक्त जानकारी के आधार पर हमने ट्विटर एडवांस्ड सर्च फीचर का प्रयोग कर 8 फरवरी, 2020 से 10 फरवरी, 2020 के बीच ‘Odisha’ कीवर्ड्स के साथ शेयर किये गए वीडियो को ढूंढना शुरू किया. इस प्रक्रिया में हमें BABUL SETHI नामक यूजर द्वारा 10 फरवरी, 2020 को शेयर किया गया एक ट्वीट प्राप्त हुआ, जिसमें वायरल वीडियो मौजूद है.
इसके अतिरिक्त हमें 9 फरवरी, 2020 को शेयर किये गए कुछ ट्वीट्स प्राप्त हुए, जिनमें वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश्य मौजूद हैं.
Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम में TMC के मुस्लिम कार्यकर्ताओं द्वारा हिन्दुओं के घर जला दिए जाने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा भ्रामक है. वायरल वीडियो असल में 9 फरवरी, 2020 को ओडिशा के गंजाम जिले में एक बस में लगी आग का है. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि बीरभूम हिंसा मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
Result: False Context
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