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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
Claim
रेलवे में 50 फ़ीसदी कर्मचारियों की संख्या घटाने की तैयारी में केंद्र सरकार।
59610:07 AM – May 20, 2020Twitter Ads info and privacy273 people are talking about this दावे का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।
देश में बढ़ते कोरोना संकट के बीच सार्वजनिक यातायात पर ग्रहण लगा हुआ है। हालांकि चौथे लॉक डाउन में कुछ प्रदेशों ने सार्वजनिक यातायात में छूट दी है। लेकिन अभी तक आम नागरिकों के लिए टाइम टेबल से चलने वाली देश की लाइफ लाइन कही जाने वाली भारतीय रेलों के संचालन पर आखिरी फैसला आना बाकी है। इसी बीच रेलवे को लेकर एक दावा तेजी से वायरल हो रहा है। दावे में एक अख़बार की कटिंग को अटैच करते हुए कहा जा रहा है कि रेलवे अपने 50 फ़ीसदी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी में है। दावे के साथ बीजेपी पर भी निशाना साधा गया है। यह दावा सपा नेता राजीव राय द्वारा किया गया है। रेलवे द्वारा अपने 50 फीसदी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने का दावा तेजी से वायरल हो रहा है।
siddharth yadav(SP)@Siddhuyad_SP
बधाई हो भक्तों !ख़ुशख़बरी है..
ऐतिहासिक बेरोज़गारी,नई भर्ती पर रोक के अलावा नौकरियों से आधे लोगों को निकाल कर
आपकी फ़ौज की संख्या और बढ़ा रहे है!#देश_बदहाल_मनहूस_6_साल
811:04 AM – May 20, 2020Twitter Ads info and privacySee siddharth yadav(SP)’s other Tweets (आर्काइव) A. L. Meena@ALMeena9
बधाई हो भक्तों !ख़ुशख़बरी है..
ऐतिहासिक बेरोज़गारी,नई भर्ती पर रोक के अलावा नौकरियों से आधे लोगों को निकाल कर
आपकी फ़ौज की संख्या और बढ़ा रहे है!#देश_बदहाल_मनहूस_6_साल
10:38 AM – May 20, 2020Twitter Ads info and privacySee A. L. Meena’s other Tweets (आर्काइव )
बधाई हो भक्तों !ख़ुशख़बरी है..
ऐतिहासिक बेरोज़गारी,नई भर्ती पर रोक के अलावा नौकरियों से आधे लोगों को निकाल कर
आपकी फ़ौज की संख्या और बढ़ा रहे है!#देश_बदहाल_मनहूस_6_साल
10:12 AM – May 20, 2020Twitter Ads info and privacySee Shiv Kumar Boudh’s other Tweets (आर्काइव)
फैक्ट चेक: कोरोना वायरस से बचने के लिए केंद्र सरकार ने पूरे देश में पिछले 2 महीने से लॉक डाउन लगा रखा है। कुछ बुनियादी जरूरतों को छोड़कर देश में सार्वजनिक यातायात पर पूरी तरह ग्रहण लगा हुआ है। हालिया दिनों में कुछ राज्यों द्वारा द्वारा बसों के संचालन सहित रेलवे ने कुछ श्रमिक विशेष सहित राजधानी ट्रेनों के संचालन की अनुमति दी है। इसी बीच सपा नेता राजीव राय द्वारा शेयर किये जा रहे दावे को खंगालना शुरू किया। कुछ कीवर्ड्स के माध्यम से यह जानने का प्रयास किया कि क्या रेलवे सचमुच अपने 50 फीसदी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर चुका है। इस दौरान कई खबरों के लिंक खुलकर सामने आये।
खोज के दौरान लाइव हिंदुस्तान का एक एक मिला। लेख में प्रकाशित खबर के मुताबिक़ रेलवे ने अपने 50 फीसदी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने का प्रस्ताव पास किया है। लाइव हिंदुस्तान ने यह खबर पिछले साल यानि 2019 में आखिरी बार अपडेट की है। खबर में सूत्रों के हवाले से ऐसा दावा किया गया है।
रेलवे में कर्मचारियों की संख्या 50 फीसदी घटाने की तैयारी
सरकार ने रेलवे में सुधार के नाम पर कर्मचारियों की संख्या 50 फीसदी तक घटाने का प्रस्ताव तैयार किया है। रेलकर्मियों के लिए आकर्षक-लाभप्रद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना लागू की जाएगी और आउटसोर्सिंग को…
खोज के दौरान ही एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड की गई वीडियो मिली जो वायरल दावे की तस्दीक करती नजर आयी। यह वीडियो भी साल 2019 की है। इतना तो तय हो गया था कि वायरल हो रही अखबार की क्लिप पिछले साल की है। इस खबर को उस समय प्रकाशित किया गया था जब देश में कोरोना की दस्तक नहीं हुई थी। यहाँ तक कि भारतीय रेल उस समय नियमित तौर पर ट्रेनों को संचालित भी कर रहा था। दावे की तह तक जाने के लिए यह जानने का प्रयास किया कि क्या रेलवे ने साल 2019 में ऐसा कोई प्रस्ताव पास किया था? इसकी जानकारी के लिए PIB की वेबसाइट पर रेलवे की प्रेस रिलीज या मेमोरेंडम खोजने का प्रयास किया। इस दौरान कुछ हालिया प्रेस रिलीज सामने आई। जहां विज्ञप्तियों में कहीं भी वायरल दावे जैसा कुछ भी नहीं मिला।
दिसंबर साल 2019 में रेलवे ने क्या कोई प्रेस रिलीज जारी की थी जिससे वायरल दावे की पुष्टि की जा सके। इसके लिए खोज करने पर कहीं भी यह नजर नहीं आया कि रेलवे अपने 50 फ़ीसदी स्टॉफ को बाहर का रास्ता दिखाने जा रहा है।
हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि भारतीय रेल ने अपने 50 फ़ीसदी कर्मचारियों को निकालने का कोई भी आधिकारिक ऐलान नहीं किया है। सूत्रों के हवाले से कई मीडिया संस्थानों ने भ्रामक खबर फैला दी थी। कोरोना संकट के बीच सपा नेता द्वारा अखबार की जिस कटिंग से दावा किया गया है वह करीब 7 महीने पुराना है। हमारी पड़ताल में यह साफ हो गया कि सपा नेता ने सोशल मीडिया में भ्रामक दावा शेयर किया है।
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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.