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Fact Check
पहलगाम हमले के बाद NIA की हिरासत में जिपलाइन ऑपरेटर की पिटाई का वीडियो।
वायरल वीडियो जिपलाइन ऑपरेटर की पिटाई का नहीं है। यह वीडियो साल 2017 से इंटरनेट पर मौजूद है।
सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति की बर्बरतापूर्ण तरीके से पिटाई का वीडियो वायरल है। दावा है कि यह वीडियो पहलगाम हमले के बाद NIA की हिरासत में जिपलाइन ऑपरेटर की पिटाई का है।
ज्ञात हो कि पहलगाम आतंकी हमले के कुछ दिन बाद गुजरात के रहने वाले ऋषि भट्ट ने पहलगाम में जिपलाइन करने का अपना वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इस वीडियो में जिपलाइन करने के दौरान वह हमले से अनजान अपना वीडियो बना रहे थे। जिपलाइन के इस वीडियो में गोलियों की आवाज सुनाई दे रही है और लोग दौड़ते-गिरते हुए भी नजर आ रहे हैं।
वीडियो की शुरुआत में जिपलाइन ऑपरेटर तीन बार ‘अल्लाहु अकबर’ कहता हुआ नजर आता है। सोशल मीडिया पर शेयर होते ही यह वीडियो वायरल हो गया है। वीडियो के वायरल होने के बाद NIA ने जिपलाइन ऑपरेटर को पूछताछ के लिए बुलाया।
29 अप्रैल, 2025 के एक फेसबुक पोस्ट (आर्काइव) में विचलित करने वाले दृश्यों का वीडियो शेयर किया गया है। पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “हिन्दू पर्यटक को मौत के मुँह में धक्का देने वाले अरसद नदीम ज़िप लाइन ऑपरेटर का NIA ऑफिस में स्वागत है। वीडियो वायरल होने के बाद आज शाम ही इस आतंकवादी को गिरफ्तार कर NIA को सौंपा गया है…”
जिपलाइन ऑपरेटर की पिटाई का बताकर शेयर किये गए अन्य पोस्ट्स का आर्काइव यहाँ और यहाँ देखें।

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। इस दौरान यह वीडियो हमें 5 जुलाई 2018 के एक एक्स पोस्ट में नजर आया। यह वीडियो साल 2018 से इंटरनेट पर मौजूद है, इसलिए स्पष्ट है कि यह 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद का नहीं है।
एक्स यूजर शेर मोहम्मद बुगती ने खुद को बलूच रिपब्लिकन पार्टी का केंद्रीय प्रवक्ता बताया है। इस पोस्ट में वायरल क्लिप का लंबा वर्जन पोस्ट किया गया है। पोस्ट के कैप्शन में वीडियो को पाक सेना द्वारा बलूची छात्र पर अत्याचार का बताया गया है।

2018 में पोस्ट किये गए गए लंबे वीडियो को गौर से देखने पर हमने पाया कि वीडियो में पिटाई करते नजर आ रहे व्यक्ति की वर्दी पर पाकिस्तानी झंडा लगा हुआ है। जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि वायरल वीडियो में जो व्यक्ति पिटाई कर रहा है, वह भारतीय सुरक्षाकर्मी नहीं है।

खोजने पर हमें 2017 और 2018 में पाकिस्तानी सेना से जुड़ी वीडियो शेयर करने वाले यूट्यूब चैनल्स पर वायरल क्लिप से मिलते-जुलते वीडियो मिले। इन यूट्यूब चैनल्स पर शेयर किये गए वीडियो में वायरल क्लिप के समान दृश्य नजर आते हैं। वीडियो में पिटता नजर रहा व्यक्ति एक ही जैसे पलंग पर लेटा नजर आ रहा है। साथ ही वीडियो में पिटाई करते नजर आ रहे व्यक्ति पाकिस्तानी वर्दी पहने हुए हैं।
हालाँकि, जांच में हम यह पता नहीं लगा पाए कि वायरल वीडियो कब और कहां शूट किया गया था। लेकिन इतना स्पष्ट है कि यह वीडियो पहलगाम के जिपलाइन ऑपरेटर की पिटाई का नहीं है।

पढ़ें: क्या बजरंग दल ने मस्जिद में लगाई आग? जानें, वायरल वीडियो का सच
जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि वायरल वीडियो जिपलाइन ऑपरेटर की पिटाई का नहीं है। यह वीडियो वर्ष 2018 या उससे पहले इंटरनेट पर मौजूद है।
Sources
X post by @SherM_BRP on July 5,2018.
Youtube video by Media Wave on 28th November 2017.
Youtube video by Samba Khokhar on 2nd September 2018.
Runjay Kumar
December 15, 2025
JP Tripathi
December 13, 2025
JP Tripathi
December 9, 2025