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राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संसद के दोनों सदनों में बीते 8 और 9 फ़रवरी को दिए गए भाषण चर्चा के विषय रहे.
कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पीएम मोदी के लोकसभा और राज्यसभा के भाषणों के कुछ अंश निकाल कर बनाया गया एक वीडियो शेयर किया गया. इस वीडियो के एक हिस्से में प्रधानमंत्री को लोकसभा में “हर घर नल” योजना के लाभार्थी परिवारों का आकंड़ा 8 करोड़ बताते हुए सुना जा सकता है जबकि वीडियो के दूसरे हिस्से में राज्यसभा में दिए अपने भाषण के दौरान उन्हें इसी योजना के लाभार्थी परिवारों का आकंड़ा 11 करोड़ बताते हुए सुना जा सकता हैं. कांग्रेस ने कटाक्ष करते हुए लिखा कि पीएम मोदी ने महज़ 21 घंटे में 3 करोड़ लाभार्थी बढ़ा दिए.
लोकसभा में अपनेे धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री ने हर घर नल योजना का ज़िक्र करते हुए कहा कि “आज़ादी के 75 साल बीत गए और 8 करोड़ परिवारों को आज नल से जल मिला हैं”. संसद टीवी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर प्रधानमंत्री के लोकसभा में दिए गए भाषण के वीडियो में 57 मिनट और 30 सेकंड पर इसे सुना जा सकता है.
वहीं एक दिन बाद राज्यसभा में दिए अपने भाषण के 13वें मिनट में प्रधानमंत्री मोदी नल से जल योजना का ज़िक्र करते हुए कहते हैं कि ” आज़ादी के पहले से अब तक, हम सरकार में आये तब तक केवल तीन करोड़ परिवारों को नल से जल मिलता था. पिछले तीन चार साल में आज 11 करोड़ घरों को नल से जल मिल रहा है.
भारत सरकार की “हर घर नल” योजना के लाभार्थी परिवारों से जुड़े आंकड़ों के विवाद को समझने के लिए हमने इस योजना और उससे जुड़े आधिकारिक आंकड़ों को समझने का प्रयास किया.
“हर घर नल से जल” भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा संचालित्य जल जीवन मिशन के अंतर्गत आने वाली एक सब स्कीम है. 15 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री द्वारा इस योजना का ऐलान किया गया था. जल जीवन मिशन की शुरुआत ग्रामीण भारत के सभी घरों में वर्ष 2024 तक व्यक्तिगत घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के लिये की गई है.
वर्ष 2019 से 2024 तक के लिए योजना पर करीब 3.5 लाख करोड़ रूपये का प्रावधान केंद्र सरकार द्वारा किया गया था. जिसके अंतर्गत प्रतिवर्ष आम बजट में जल जीवन मिशन के लिए एक राशि जल शक्ति मंत्रालय को आवंटित की जाती है. वर्ष 2023-24 के बजट में योजना की राशि को 70 हज़ार करोड़ रुपए रखा गया है.
प्रधानमंत्री द्वारा योजना के लाभार्थियों के सन्दर्भ में सदन में प्रस्तुत किये गए आंकड़ों की अधिक जानकारी के लिए हमने जल शक्ति मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर हर घर नल से जल योजना के ताज़ा आंकड़ों को खंगालना शुरू किया तो पता चला कि योजना शुरू होने से पहले यानि वर्ष 2019 तक देश में केवल 3 करोड़ 23 लाख 62 हज़ार 838 ग्रामीण घरों में नल से जल की सुविधा थी.
योजना की आधिकारिक वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 तक यह आंकड़ा बढ़कर 11 करोड़ 13 लाख हो गया है यानि केवल 4 सालों में लगभग 8 करोड़ नए ग्रामीण घरों में नल से जल की सुविधा दी गयी है.
योजना के रियल टाइम आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020-21 में सबसे ज़्यादा 3 करोड़ से अधिक पानी के कनेक्शन दिए गए जिसके बाद साल 2021-22 में 2 करोड़ और बीते वर्ष 1 करोड़ 83 लाख घरों तक पीने के पानी का कनेक्शन पहुंचाया गया.
आंकड़ों को खंगालने के बाद हमने पाया कि वर्ष 2014 में सत्ता में आने के बाद, प्रधानमंत्री ने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान अगस्त 2019 में इस योजना की शुरुआत की थी उससे पहले तक देश में यूपीए के दौर मे दिए गए लगभग 3 करोड़ ग्रामीण घरों में पानी के कनेक्शन थे जो मौजूदा योजना के बाद बढ़कर 11 करोड़ हो गए.
UPDATE/CORRECTION: इस आर्टिकल को 13 फरवरी 2023 को नयी जानकारी व कुछ सुधारों के साथ अपडेट किया गया है. |
Our Sources
Data from the official Website of Jal Shakti Jal Jeevan Mission
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