शनिवार, अक्टूबर 12, 2024
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अयोध्या दीपदान महोत्सव में सरकार द्वारा खर्च की गई रकम को बढ़ा चढ़ाकर गलत दावे के साथ किया गया शेयर

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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Claim: 20,000 litre oil used to light up 500,000 earthen lamps in Ayodhya. Total cost: 133 crores. Here a poor girl trying to collect a little oil from these diyas to take home. Look at the fear in her eyes. Is this our idea of Ram Rajya?

हिंदी अनुवाद: 20,000 लीटर तेल का प्रयोग कर अयोध्या में 500,000 दीये जलाये गए. कुल लागत: 133 करोड़. अब इस गरीब बच्ची को देखिये जो कि इन दीयों से तेल निकाल कर इकठ्ठा कर रही है ताकि तेल घर ले जा सके. उसकी आँखों में डर देखिए. क्या हमने रामराज्य की यही परिकल्पना की थी?

Verification:

सोशल मीडिया पर एक छोटी बच्ची द्वारा जलाये गए दीयों से तेल निकालने की तस्वीर बहुत तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में एक भावनात्मक अपील है इसलिए यह तस्वीर बहुतायत शेयर की जा रही है। तस्वीर के साथ वायरल दावे में बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 133 करोड़ रुपये की लागत से अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन किया। इस आयोजन में लगभग 5 लाख दीये जलाये जलाने की बात कही जा रही है। 5 लाख दीयों के प्रज्ज्वलन में 133 करोड़ रुपए की लागत पर यकीन नहीं होता इसलिए हमने इस दावे की छानबीन शुरू की। अपनी पड़ताल के पहले चरण में हमने यह जानने का प्रयास किया की पूरा मामला क्या है।

क्या है पूरा मामला?

उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट ने एक निर्णय लिया था कि 26 अक्टूबर को दीपावली के उपलक्ष्य में अयोध्या में दीपोत्सव मेले का आयोजन किया जाएगा जिसमे करीब 5 लाख दीये जलाये जाएंगे। कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि इस आयोजन पर होने वाला कुल खर्च उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।कैबिनेट के इसी निर्णय की आलोचना हुई। सोशल मीडिया यूजर्स ने अपने-अपने हिसाब से इस निर्णय की सराहना या आलोचना की।  आलोचना करते हुए यूजर्स ने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए पूछा कि भूख और मूलभूत सुविधाओं से वंचित एक प्रदेश में दीपोत्सव मेले पर 133 करोड़ रुपए खर्च करना तर्कसंगत नहीं है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावा

वायरल दावे में छोटी बच्ची की तस्वीर की वजह से एक भावनात्मक अपील थी इसलिए यूजर्स ने इसे काफी प्रमुखता से शेयर किया।

इसी तरह के अन्य दावे इस लिंक पर जाकर देखें जा सकते हैं।

गौरतलब है इन दावों में से अधिकांश दावे न्यूज़ एजेंसियों के लिंक के साथ पोस्ट किये गए हैं इसकी वजह है मीडिया संस्थानों द्वारा इस खबर की बड़ी कवरेज, नीचे आप खुद देख सकते हैं कैसे मीडिया संस्थानों ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया है.

NDTV द्वारा प्रकाशित खबर

‘दीपोत्सव’ पर 133 करोड़ रुपये खर्च करेगी उप्र सरकार

लखनऊ: अयोध्या में इस सप्ताह के अंत में होने वाला बहुप्रचारित ‘दीपोत्सव’ (Deepotsav) अब एक आधिकारिक समारोह होगा और आयोजन का पूरा खर्च उत्तर प्रदेश सरकार वहन करेगी. राज्य मंत्रिमंडल द्वारा यह निर्णय लिया गया है.

ABP न्यूज़ द्वारा प्रकाशित खबर

यूपी: ‘दीपोत्सव’ पर 133 करोड़ रुपये खर्च करेगी योगी सरकार, जलाए जाएंगे 5.51 लाख से अधिक ‘दीये’

जानकारी के मुताबिक इस बार अयोध्या के दीपोत्सव में पांच देशों मारीशस, नेपाल, सूरीनाम, इंडोनेशिया और थाइलैंड की रामलीला मंडलियां रामलीला का मंचन करेंगी. इसके अलावा देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 32 सांस्कृतिक दलों का कार्यक्रम होगा. श्रीलंका के कलाकार भी आएंगे.

Times Of India द्वारा प्रकाशित खबर

Ayodhya: City gears up for Deepotsav, set to break its own record | News – Times of India Videos

Ayodhya: City gears up for Deepotsav, set to break its own record. Uttar Pradesh government is all set to celebrate Deepotsav in Ayodhya on October 26. It is intended to break its own by lighting 5.51 lakh diyas or earthen lamps this Diwali. Three-day Diwali celebration will be celebrated in the temple city.

ZEE News द्वारा प्रकाशित खबर

अयोध्या में भव्य होगा ‘दीपोत्सव’, 133 करोड़ रुपये खर्च करेगी योगी सरकार

‘Deepotsav’ will be grand in Ayodhya, Yogi government will spend 133 crore rupees | अयोध्या में भव्य होगा ‘दीपोत्सव’, 133 करोड़ रुपये खर्च करेगी योगी सरकार | Hindi News, यूपी एवं उत्‍तराखंड खास खबरें सिर्फ आपके लिए…हम खासतौर से आपके लिए कुछ चुनिंदा खबरें लाए हैं. इन्हें सीधे अपने मेलबाक्स में प्राप्त करें.

क्या है 133 करोड़ रुपए का सच?

अब उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दीपोत्सव मेले के आयोजन के लिए 133 करोड़ रुपए खर्च करने के दावे की पड़ताल के लिए हमने उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट तलाशा। हमें उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की वेबसाइट पर कैबिनेट द्वारा लिया गया एक हालिया निर्णय मिला जिसमें अयोध्या में दीपोत्सव मेले के आयोजन का सर्कुलर मौजूद है। इस बारे में अधिक जानकारी इस लिंक से प्राप्त की जा सकती है। 

132.70 लाख को 133 करोड़ बता मीडिया ने चलाई भ्रामक खबर

जैसा कि ऊपर आप कैबिनेट के निर्णय से संबंधित दस्तावेज में देख सकते हैं कि सरकार ने अयोध्या में दीपोत्सव मेले के लिए 132.70 लाख यानि करीब 133 लाख यानि 1.33 करोड़ की अनुमानित लागत का जिक्र किया है। मीडिया संस्थानों ने 133 लाख या 1.33 करोड़ को 133 करोड़ बताकर खबर प्रकाशित कर दिया जिसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स इन्ही विभिन्न समाचार एजेंसियों में प्रकाशित खबरों के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार के इस निर्णय की आलोचना करने लगे।

भ्रामक है सोशल मीडिया पर किया जा रहा यह दावा

हमारी पड़ताल में यह सिद्ध हो गया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 133 करोड़ रुपये खर्च करने का दावा भ्रामक है।  इस पड़ताल के माध्यम से हम अपने पाठकों को यह बताना चाहते हैं कि जरुरी नहीं है कि आप मीडिया द्वारा प्रकाशित हर खबर पर आँख मूँद कर यकीन कर लें। आप व्यक्तिगत स्तर पर प्राथमिक पड़ताल कर सकते हैं या फिर आप हमें लिख कर किसी भी दावे का सच जान सकते हैं। अगर इस दावे की बात करें तो 5 लाख दीये जलाने के लिए 133 करोड़ रुपए का खर्च आसानी से यकीन करने योग्य दावा नहीं है तो इस तरह के किसी भी संदेहास्पद दावे पर बिना प्राथमिक पड़ताल के यकीन ना करें।

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Misleading

(किसी भी संदिग्ध ख़बर की जानकारी आप  Newschecker को ई-मेल के जरिए भेज सकते हैं: checkthis@newschecker.in)

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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Saurabh Pandey
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

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