गुरूवार, दिसम्बर 12, 2024
गुरूवार, दिसम्बर 12, 2024

Homeहिंदीमथुरा कोतवाली में दंपति के आत्मदाह की ख़बर सोशल मीडिया पर भ्रामक...

मथुरा कोतवाली में दंपति के आत्मदाह की ख़बर सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ वायरल

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Claim
शर्मनाक!!मोदी राज में सबसे ज्यादा दलितों व मुस्लिमो पर जुल्म किए जा रहे हैं। जमीन पर ज़बरन कब्जा कर रही पुलिस व भाजपा का दलित दंपत्ति द्वारा विरोध में खुद को जिंदा जलाया।  
Verification
28 अगस्त को थाना परिसर में एक दंपति के आत्मदाह की घटना इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा में है। ट्विटर की एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि स्थानीय भाजपा दबंगों व पुलिस द्वारा, दलित दंपति की सम्पति पर कब्ज़ा कर लेने से दंपति ने खुद को आग लगा ली है।
पड़ताल के लिए पहले हमनें वीडियो के स्क्रीनशॉट से ख़बर को गूगल पर खंगाला। जहां सबसे पहले दैनिक भास्कर के एक लेख में वायरल खबर प्राप्त हुई।
लेख के मुताबिक ख़बर मथुरा के सुरीर थाने की है, जहां स्थानीय दबंगो व पुलिस के उत्पीड़न से आहत होकर एक दंपति ने थाना परिसर में पेट्रोल डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। प्रकाशित लेख में दंपति के दलित होने तथा दंपति के जमीन पर कब्ज़ा होने का कोई तथ्य प्राप्त नहीं हुआ।
हमने दावे की बारीकी से जाँच के लिए खबर को गूगल पर और खोजा। इस दौरान हमें अमर उजाला व NDTV में प्रकाशित लेख प्राप्त हुए लेकिन कही पर भी दंपति के दलित होने व उनकी जमीन पर कब्ज़ा होने का कोई तथ्य नहीं मिला।
खबर की पुष्टि के लिए Newschecker की टीम ने सुरीर कोतवाली के SHO से फोन पर बात की। नियुक्त किए गए नए SHO का कहना है कि जमीनी विवाद के चलते दंपति का पड़ोसी सत्यपाल उन्हें परेशान करता था साथ ही उन्होंने बताया कि आत्मदाह करने वाला दंपति ‘ठाकुर’ बिरादरी का था और सत्यपाल का भाजपा से कोई सम्बन्ध नहीं है।
हिंदुस्तान के प्रकाशित एक लेख में इस बात की पुष्टि की गयी है।
Tools Used
  • InVID
  • Google Search
Result-  Misleading 

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Most Popular