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क्या किसान ऋण माफी के तहत माफ हुआ रितेश देशमुख का 4 करोड़ 70 लाख रुपए का कर्ज?

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Claim
Actor Ritesh Deshmukh and MLA Amit Deshmukh (Sons of congress Ex-chief minister Vilasrao Deshmukh) are availing the loan meant for farmers. The total amount involved 4 crores 70 lakhs
 
हिंदी अनुवाद- अभिनेता रितेश देशमुख और विधायक अमित देशमुख (कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटे) किसान ऋण माफ़ी का लाभ उठा रहें है। लाभ की कुल रकम 4 करोड़ 70 लाख है। 
 
 
 
 
 
Verification
 
ट्विटर पर एक पत्र को साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटों अभिनेता रितेश देशमुख और उनके विधायक भाई अमित देशमुख का 4 करोड़ 70 लाख रूपये ऋण किसान कर्ज माफ़ी के तहत माफ़ कर दिया गया है।
 
 
ट्विटर पर पत्र साझा करने वाली यूजर वेरिफ़िएड ट्विटर हैंडल की मालिक हैं जिनका नाम ‘मधु पूर्णिमा किश्वर’ है। ट्विटर पर प्राप्त पत्र का सच जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की। इस दौरान हमने सबसे पहले कुछ कीवर्ड्स के सहारे गूगल पर खोजा। इस दौरान हमें मामले से संबंधित अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित एक Free Press journal  नामक वेबसाइट का लेख प्राप्त हुआ।  
 
 
लेख में रितेश देशमुख द्वारा वायरल पत्र के मध्यम से दी जा रही जानकारी को सिरे नकारा है और साथ ही पत्र शेयर करने वाली यूज़र को गलत अफवा साझा कर लोगों को बहकाने की बात कही है।
 
इसके बाद हमें ट्विटर पर भी रितेश देशमुख का मामले पर प्रतिक्रिया देता हुआ ट्वीट प्राप्त हुआ। जहाँ से उपरोक्त लेख में दी गयी जानकारी की पुष्टि हुई ।  
 
 
 
रितेश देखमुख के ट्वीट के बाद मधु किश्वर ने अपनी गलती मानते हुए उनसे माफी भी मांगी है।
 

 
 
 
 
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Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

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