A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
Claim-
आतंकवादी कौम ने भारत की राजधानी फूकने के बाद फ्रांस की राजधानी पेरिस फूक दी । # IslamicJihad
Verification-
सोशल मीडिया पर एक इमारत में लगी का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो शेयर करने वाले यूज़र का दावा है कि आग फ्रांस की एक इमारत में विशेष समुदाय के लोगों द्वारा लगाई गयी है। वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने वीडियो को कुछ स्क्रीनशॉट्स और कीवर्ड्स के माध्यम से गूगल पर खोजा। इस दौरान हमें सबसे पहले
mirror.co.uk नामक वेबसाइट पर वायरल क्लिप के
वीडियो के साथ एक
लेख प्राप्त हुआ।
लेख के मुताबिक आग पेरिस के एक Gare de Lyon नामक रेलवे स्टेशन पर लगी। लेख में मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए बताया गया है कि, पहले यह दावा किया जा रहा है था कि आग प्रदर्शन के इलाके में लगी है। लेकिन अभी तक किसी भी प्राधिकरण द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गयी है। गूगल पर और बारीकी से खोजने पर
CNBC नामक वेबसाइट पर प्रकाशित एक
लेख प्राप्त हुआ। लेख के अनुसार आग जांचकर्ताओं ने अभी तक इस बात का खुलासा नहीं किया है कि आखिर आग कैसे लगी। लेकिन उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है कि आग पर काबू पा लिया गया है। लेख के मुताबिक फ्रेंच पुलिस ने Associate press के एक पत्रकार को बताया कि किसी ने स्टेशन के पास खड़े स्कूटर में आग लगा दी थी जिसके बाद आग ने व्यापक रूप ले लिया।
लेकिन लेख में इस बात की जानकारी नहीं दी गयी है कि आगजनी करने वाला कौन था। लेकिन लेख में आगे फ्रेंच पुलिस द्वारा किये गए एक ट्वीट की चर्चा की गयी है। जहां पुलिस यह बताया कि कॉन्सर्ट के पास प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन से करने से मना करने पर हिंसा की। फ्रेंच पुलिस ने अपने ट्वीट से हिंसा की निंदा की है।
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मामले की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने गूगल पर पेरिस में लगी आग से संबंधित खबरों को खोजा। इस दौरान हमें
BBC की वेबसाइट पर प्रकाशित
लेख प्राप्त हुआ। लेख के मुताबिक डीआर कांगो सरकार के राजनीतिक विरोधियों ने खड़े स्कूटर, मोटरसाइकिल और डिब्बे में आग लगा थी जिसने बाद में आक्रमक रूप ले लिया था।
इन सभी लेखों को पढ़ने के बाद हमारी पड़ताल में यह साबित हुआ कि आग राजनैतिक विरोधियों ने लगाई है न कि किसी समुदाय विशेष के लोगों ने।
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.