Authors
Claim:
बेल्जियम के वामंपथियों ने हजारों की संख्या में देश में घुस आये मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता दिलाई और साल भर में ही परिणाम सामने आ गए। मुस्लिम पार्टियां चुनाव जीत गई और अब बेल्जियम को इस्लामी राष्ट्र घोषित करने की मांग हो रही है।
World’s second oldest mosque, Cheraman mosque of Kerala, was built by a Hindu King by converting a Hindu temple.
Babur demolished the most sacred Hindu temple at Shri Ram’s birth place & built a Mosque.
But Hindus are intolerant & Muslims are victim!#HistoryOfAyodhya
— Aviral Sharma (@sharmaAvl) November 6, 2019
Verification:
ट्विटर पर एक दावा वायरल हो रहा है कि बेल्जियम के वामंपथियों ने हजारों की संख्या में देश में घुस आये मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता दिलाई और साल भर में ही परिणाम सामने आ गए। मुस्लिम पार्टियां चुनाव जीत गई और अब बेल्जियम को इस्लामी राष्ट्र घोषित करने की मांग हो रही है।
ट्विटर पर इस दावे को अब तक 1100 लोगों द्वारा शेयर किया जा चुका है और 3100 बार लाइक भी किया गया है।
यहाँ पढ़ा जा सकता है कि ट्विटर पर इस दावे को कई यूजर्स द्वारा शेयर किया गया है।
⚠#बेल्जियम के वामपंथियों ने हजारों की संख्या में देश में घुस आये मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता दिलाई और साल भर में ही परिणाम सामने आ गये …
मुस्लिम पार्टियां चुनाव जीत गई और अब बेल्जियम को #ईस्लामी_राष्ट्र घोषित करने की मांग हो रही है ……!![ जागो हिन्दुओं ]
— Vaishali Mishra ☘|| हिन्दू || (@VaishaliHinduu) November 6, 2019
⚠#बेल्जियम के वामपंथियों ने हजारों की संख्या में देश में घुस आये मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता दिलाई और साल भर में ही परिणाम सामने आ गये …
मुस्लिम पार्टियां चुनाव जीत गई और अब बेल्जियम को #ईस्लामी_राष्ट्र घोषित करने की मांग हो रही है ……!![ जागो हिन्दुओं ]
— Neeraj Kushwaha (@NeerajK25087064) November 6, 2019
बेल्जियम के वामपंथियों ने हजारों की संख्या में देश में घुस आये मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता दिलाई और साल भर में ही परिणाम सामने आ गये … मुस्लिम पार्टियां चुनाव जीत गई और अब बेल्जियम को ईस्लामी राष्ट्र घोषित करने की मांग हो रही है ……
— Dharmendra Kumar Singh Chauhan (@Dharmen96551112) November 6, 2019
#बेल्जियम के #वामपंथियों ने हजारों की संख्या में देश में घुस आये मुस्लिम #शरणार्थियों को #नागरिकता दिलाई और साल भर में ही परिणाम सामने आ गये … #मुस्लिम पार्टियां चुनाव जीत गई और अब बेल्जियम को #ईस्लामी #राष्ट्र घोषित करने की मांग हो रही है ……
— विनय कुमार द्विवेदी (@jXAKZ0my3bGHBBz) November 6, 2019
अलग-अलग कीवर्ड्स और टूल्स की मदद से हमने ट्विटर पर किए जा रहे दावे को खंगाला। सबसे पहले हमने यह जानना चाहा कि बेल्जियम का प्रधानमंत्री कौन है? क्या वह मुस्लिम समुदाय से है? पड़ताल के दौरान हमने पाया कि बेल्जियम की प्रधानमंत्री Sophie Wilmes हैं जिनका मुस्लिम समुदाय से कोई ताल्लुक नहीं है।
बेल्जियम की राजनीतिक पार्टियां:
खोज के दौरान पता चला कि बेल्जियम में इस समय कोई भी मुस्लिम पार्टी नहीं है।
बेल्जियम में मुस्लिम आबादी:
बेल्जियम में मुस्लिम आबादी केवल 4.0 से 6.5 प्रतिशत ही है।
साल 2012 में एक नई राजनीतिक पार्टी बनाई गई गई थी जिसका नाम Islam (इस्लाम) पार्टी रखा गया था। इसकी स्थापना 4 लोगों द्वारा की गई थी। वर्ष 2012 में हुए लोकल चुनाव में इस पार्टी ने 2 सीट हासिल की थी। इस्लाम पार्टी ने यह लोकल चुनाव Molenbeek और Anderlechit जिले से लड़ा था। इस पार्टी का उद्देश्य केवल एक इस्लामिक राज्य बनाना था और इस्लाम पार्टी का मानना था कि महिलाओं और पुरूषों को अलग करना एक अच्छा निर्णय है।
Euro News के लेख से हमने पाया कि इस्लाम पार्टी महिलाओं और पुरूषों के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट तक अलग करना चाहती थी। लेकिन 2018 में इस्लाम पार्टी Molenbeek और Anderlechit सीट से हाथ धो बैठी।
कुछ दिनों पहले ट्विटर पर इस्लाम पार्टी को लेकर एक दावा किया जा रहा था जिसके साथ एक न्यूज़ चैनल का वीडियो वायरल हो रहा था।
Two from a Muslim party had won in a municipal election in Belgium. What did they immediately demand?
* Setting up of an Islamic State.
* Nationwide Sharia law.
Interestingly, this report says Muslims would support Left and socialists till an Islamic party came along 🙂 pic.twitter.com/OQop19NbN5— Abhijit Majumder (@abhijitmajumder) November 5, 2019
YouTube खंगालने पर हमने वायरल वीडियो को 2012 का पाया है। यह वीडियो उस दौरान का है जब 4 लोगों ने मिलकर लोकल चुनाव के लिए इस्लाम पार्टी बनाई थी।
हमारी पड़ताल में हमने वायरल दावे को गलत पाया है। 2012 में बेल्जियम में लोकल चुनाव के दौरान इस्लाम पार्टी बनाई गई थी लेकिन 2018 में वह पार्टी हार गई। यदि हम साल 2019 की बात करें तो अभी बेल्जियम में कोई मुस्लिम राजनीतिक पार्टी नहीं है। लोगों को भ्रमित करने के लिए सोशल मीडिया पर ऐसा दावा किया जा रहा है।
Tools Used:
- Google Keywords Search
- You Tube Search
Result: False