A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
Claim-
कांग्रेस सहित कई मीडिया संस्थानों ने Indian Navy Day पर यूएस शिप की तस्वीर शेयर कर भारतीय नौसेना को दी शुभकामनाएं।
Verifification-
भारत में 4 दिसंबर को ‘Indian navy Day’ अर्थात भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है। कैलेंडर की माने तो आज ही भारतीय नौसेना दिवस है। जिसके उपलक्ष्य में सोशल मीडिया पर भारतीय नौसेना को शुभकामनाएं मिल रही हैं। इसी बीच ट्विटर पर कांग्रेस व पंजाब केसरी ने एक जहाज की तस्वीर शेयर करते हुए नौसेना को शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही उक्त तस्वीर को कई मीडिया संस्थानों ने भी अपने खबर में इस्तेमाल किया है।
The Indian Navy forced China’s People’s Liberation Army (PLA) ship to return after it entered India’s exclusive economic zone in the Andaman Sea in September, officials said on Tuesday.
The Indian Navy is the seventh largest naval force in the world. The multi-dimensional combat force has several responsibilities for safeguarding the coast, maritime warfare and rescue operations during disasters. As we celebrate the 45th Indian Navy day, here are 10 amazing facts about our ‘guardians of the oceans’.
The Indian Navy is the seventh largest naval force in the world. The multi-dimensional combat force has several responsibilities for safeguarding the coast, maritime warfare and rescue operations during disasters. As we celebrate the 45th Indian Navy day, here are 10 amazing facts about our ‘guardians of the oceans’.
तस्वीर में नजर आ रहे जहाज को देखते ही हमें जहाज भारत का न होने का अंदेशा हुआ जहां से हमारी पड़ताल आरम्भ हुई।
हमने सबसे पहले गूगल पर भारतीय नौसेना दिवस क्यों और कब से मनाया जाता है इसकी जानकारी प्राप्त की।
कब से और क्यों मनाया जाता है Indian Navy Day?
NDTV की वेबसाइट पर प्रकाशित एक लेख के मुताबिक साल 1971 से भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है। दरअसल 4 दिसंबर 1971 को भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन Trident को अंजाम दिया था। जहां भारत ने साल 1971 को indo-pak युद्ध के दौरान कराची के बंदरगाह पर सफल हमला किया था। जहां भारत ने पहली बार ‘anti ship missile का उपयोग किया था जिसमे भारत में स्वयं का कोई नुकसान न करते हुए पाकिस्तान को भारी क्षति पहुंचाया।
गुजरात के ओखला बंदरगाह से 70 मील दक्षिण की और चलने के बाद रात को भारत के 3 जंगी जहाज INS Nipat, INS Nirghat and INS Veer कराची बंदरगाह पहुंचे। जिन्होंने बंदरगाह को समुद्र के तट पर डुबाने में अपनी मुख्य भूमिका निभाई थी।
भारतीय नौसेना दिवस प्रत्येक वर्ष संयुक्त अभ्यास, मानवीय मिशन और राहत कार्यों के माध्यम से अन्य देशों के साथ समुद्री सीमाओं को सुरक्षित रखने और रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए भी मनाया जाता है।
तस्वीर की पड़ताल
नौसेना दिवस की जानकारी प्राप्त करने के उपरान्त हमने तस्वीर वाले जहाज की पड़ताल आरम्भ की। इस दौरान सबसे पहले G
captain.com नामक वेबसाइट के एक लेख में जहाज की वायरल तस्वीर प्राप्त हुई जहां उसे US आर्मी का बताया जा रहा था।
WASHINGTON – The U.S. Navy has awarded a Lockheed Martin [NYSE: LMT]-led industry team $376 million to construct the nation’s seventh Littoral Combat Ship (LCS). The fixed-price-incentive-fee contract provides funding for the second of 10 ships the Navy awarded to the Lockheed Martin team in December 2010.
उपरोक्त लेख के शीर्षक में Littoral Combat Ship का संबोधन किया गया था जिसके माध्यम से हमने गूगल पर खोजना आरम्भ किया। खोज में हमने CNBC की वेबसाइट में प्रकाशित एक लेख में भी Littoral Combat Ship के नाम से वायरल जहाज की तस्वीर प्राप्त हुई।
CNBC के लेख में जहाज को यूएस का बताकर इसका नाम USS Little Rock (LCS 9) बताया गया। लेख पढ़ने के बाद हमारा अंदेशा यकीन में बदलने लगा। अब हमने यूट्यूब पर USS little rock (LCS -9) लिखकर खंगालना आरम्भ किया। इस दौरान lockheed martin नामक यूट्यूब चैनल पर वायरल तस्वीर के साथ पूरा वीडियो प्राप्त हुआ।
वीडियो की पुष्टि के लिए हमने US Army के यूट्यूब चैनल को भी खंगाला। जहां खोज में हमें उक्त जहाज के उद्घाटन के समय के कुछ वीडियो मिले।
प्रक्षेपण
newschecker.in टीम की पड़ताल में पता चला कि वायरल जहाज की तस्वीर भारत की नहीं बल्कि यूएस की है।
Tools used
- Google Search
- Youtube Search
Result- Misleading
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.