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अमेरिका में मनाए जाने वाले थैंक्सगिविंग (Thanksgiving) के बाद पड़ने वाले शुक्रवार को वहां ब्लैक फ्राइडे (Black Friday) कहा जाता है। दरअसल, थैंक्सगिविंग के अगले दिन से ही लोग क्रिसमस (Christmas) की खरीदारी शुरू करते हैं और थैंक्सगिविंग नवंबर के आखिरी गुरुवार को मनाया जाता है। ऐसा बीते कुछ वक्त से नहीं हो रहा बल्कि ये परंपरा कई साल पुरानी है इतनी पुरानी कि तब इस शुक्रवार को Black Friday भी नहीं कहा जाता था।
Black Friday का नाम असल में 24 सितंबर 1869 से जुड़ा है जब अमेरिकी शेयर मार्केट को बड़ा झटका लगा था। नुकसान इतना ज्यादा था कि इस दिन को Black Friday कहा गया।
1950 में लोगों ने थैंक्सगिविंग के अगले दिन बीमारी का बहाना बना कर छुट्टी लेना शुरू कर दिया ताकि वो चार दिन छुट्टियों का आनंद ले सकें और आराम से खरीदारी कर सकें। छुट्टी लेने वालों की संख्या इतनी बड़ गई कि कंपनियों ने शुक्रवार को छुट्टी ही घोषित कर दी।
Black Friday नाम सबसे पहले 1966 में एक मैग्जीन में छापा गया जहां लिखा था कि फिलिडेल्फिया की पुलिस ने भारी जाम और दुकानों में भीड़ को देखते हुए इस दिन को ये नाम दिया है। छुट्टी होने के कारण सड़कों पर इतना जाम लगाने लगा कि पुलिस परेशान हो गई। भीड़ और जाम के चलते कई हिंसक घटनाएं भी होने लगी और इस तरह इस शुक्रवार को Black Friday कहा जाने लगा।
2008 में मंदी के चलते अमेरिका की छुट्टियों में होने वाली ब्रिक्री (Holiday Sale) पिछले साल के मुकाबले 4.6% गिर गई, बिक्री दर का रिकॉर्ड रखने के बाद से ऐसा पहली बार हो रहा था जब बिक्री में गिरावट देखी गई हो। 2009 में Black Friday के दिन बिक्री में 0.3% की बढ़ोतरी हुई। इस दिन लोगों ने बाकि छुट्टियों के मुकाबले सबसे ज्यादा खरीदारी की। मंदी खत्म होते–होते ये बिक्री दर 2010 में 5.2% हो गई।
2011 में पहली बार दुकानदारों ने थैंक्सगिविंग की शाम को दुकाने खोली जिसकी बिक्री Black Friday को मिलाकर सबसे ज्यादा रही। 2010 के मुकाबले इस साल छुट्टियों के दौरान हुई बिक्री में 4.6% की बढ़ोतरी देखी गई। 2013 में Black Friday के दिन हुई बिक्री का हिसाब रखना बंद कर दिया गया और इस तरह शुरू हुआ Black Friday Sale का सिलसिला।
Black Friday को दुकानदार इतना ज्यादा डिस्काउंट देने लगे कि आधी रात से ही दुकानों पर लोगों की भारी भीड़ लगने लगी। हर साल मारपीट, भगदड़ के कई मामले भी सामने आने लगे। जिसे देखते हुए विक्रेता इसे Black eye Friday भी कहने लगे हैं ताकि लोग समान खरीदे लेकिन इस तरह की घटनाओं से भी बचें।
Black Friday Sale अब केवल अमेरिका तक सीमित नहीं है दुनियाभर के कई देशों में उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए Black Friday Sale दी जा रही हैं।
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