Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
Claim–
BJP विधायक का क्या लाजवाब स्वागत किया है इस महिला ने, आज के दौर में हर महिला को करना चाहिए ऐसा करना चाहिए।
BJP विधायक का क्या लाजवाब स्वागत कि है इस महिला ने , ऐसी महिलाओं के लिए ये आज के दौर में हर महिला को करना चाहिए #HowdyModi #मोदी_ले_डूबा
pic.twitter.com/4CPuWGb1CA— Adaa Arora मोदी ठग औफ हिन्दुस्तान (@AdaaArora11) September 24, 2019
Verification–
सोशल मीडिया पर एक वीडियो इन दिनों खूब शेयर और लाइक किया जा रहा है। वीडियो में दो महिलाओं को एक कार्यक्रम के मंच पर विराजमान अतिथि को जूते मारते हुए दिखाया गया है। वीडियो शेयर करने वाले यूज़र का दावा है कि मार खाने वाला व्यक्ति बीजेपी विधायक है।
सबसे पहले घटना के स्थान का पता लगाने के लिए वीडियो की बारीकी से जांच की। इस दौरान वीडियो में दिख रहे पोस्टर से पता चला कि घटना हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर क्षेत्र से है।
हमीरपुर क्षेत्र के विधायक का नाम गूगल पर खोजा।विधायक नरिंदर ठाकुर का नाम पता चलते ही हमने उनसे फ़ोन पर सीधा संपर्क साधा जहां उन्होंने ऐसी किसी भी घटना में खुद के शामिल होने की बात से साफ़ इंकार कर दिया।
घटना की बारीकी से जाँच के लिए हमने अपनी खोज जारी रखी। इस दौरान यूट्यूब पर हमें TV24India के चैनल पर वायरल वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो को देखने से पता चला कि महिला के चप्पलों से मार खाता व्यक्ति बीजेपी विधायक नहीं बल्कि मज़दूर संघ का प्रदेश अध्यक्ष है।
मामले की पूरी जानकारी के लिए हमने गूगल पर ‘मज़दूर संघ अध्यक्ष जूते से मार खाता’ कीवर्ड्स से घटना को खोजा। इस दौरान हमें पंजाब केसरी नामक वेबसाइट में प्रकाशित एक लेख से पूरी जानकारी प्राप्त हुई।
लेख के मुताबिक परिवहन मज़दूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष शंकर सिंह ने एचआरटीसी डिपो में तैनात बस कंडक्टर सोनू से फ़ोन पर हुई बातचीत के ऑडियो को व्हाट्सएप पर वायरल कर दिया। ऑडियो में चप्पल से मारने वाली दोनों महिलाओं के चरित्र के बारे में बात की गयी है। जिससे नाराज़ महिलाओं ने शंकर सिंह के लिए आयोजित स्वागत समारोह में माला पहनाने के बहाने उनकी चप्पल से पिटाई कर दी।
हमारी पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ।
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- Google Search
Result- Misleading
Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.