शुक्रवार, नवम्बर 22, 2024
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Weekend Wrap- सिंचाई घोटाले से बरी हुए अजित पवार, UP में जंग खा रही हैं एंबुलेंस जैसी तमाम फेक ख़बरें

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Rajneil began his career in Google with Adwords Content Operations, moved to sales and then to Public Policy and Government Affairs. During his tenure at Google, he got a first-person view of content policy, community guidelines, product policy, and other public policy issues. Post his stint at Google, he founded a technology company before establishing Newschecker. He calls himself a product of the internet and mobile era and is determined to combat disinformation online. He looks after the day to day affairs and management of the organisation and does not participate in the editorial decisions of Newschecker.

महाराष्ट्र की राजनीति से लेकर उत्तर प्रदेश में बेकार पड़ी एंबुलेंस तक कौन-सी फेक खबरें इस हफ्तें सोशल मीडिया पर छाई रहीं, पढ़ें हमारे इस वीकेंड रैप में 

 

70000 करोड़ सिंचाई घोटाले के मामले में फंसे अजित पवार को लेकर फैलाया गया भ्रम

 

महाराष्ट्र राजनीति की खबरों में इन दिनों खूब उलट-पलट देखने को मिली इसी बीच अजित पवार के बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने वाली खबर भी खूब चर्चित हुई। इसके बाद सोशल मीडिया पर एक खबर ने खूब तूल पकड़ा जहां यह बताया गया कि साल 1999 को हुए सिंचाई घोटाले में फंसे अजित पवार को ACB ने क्लीन चिट दे दी है।

 

 

असल में महाराष्ट्र के एंटी करप्शन ब्यूरो के DG परमबीर सिंह द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक सिंचाई घोटाले में कुल 3000 मुक़दमे दर्ज किये गए थे जिनमे से 9 मामलों में ACB ने अजित पवार को शामिल नहीं पाया है।  

 

 

 

एक संप्रदाय विशेष के युवक की निर्मम हत्या करने वाले ‘शंभूलाल रैगर’ का 2 साल पुराना वीडियो फिर हुआ वायरल

ट्विटर पर एक व्यक्ति द्वारा दूसरे युवक की निर्मम हत्या करने वाला वीडियो इन दिनों खूब वायरल हुआ, दावा किया गया कि हत्या करने वाला व्यक्ति RSS से ताल्लुक रखने वाले बजरंदल का सदस्य है। 

 

 

जबकि लल्लनटॉप के यूट्यूब चैनल पर प्राप्त वीडियो के मुताबिक शंभू रैगर एक सामान्य नागरिक है, जिसने साल 2017 में इस घटना को अंजाम दिया था। वीडियो में बताया गया है कि शंभू रैगर के पड़ोसियों ने ये बताया कि वह कुछ दिनों से दिमागी रूप से बीमार था। हालांकि इस घटना के बाद शंभू रैगार को जोधपुर जेल में रखा गया है। 

 

 

NRC लागू होने के बाद त्रिपुरा CM बिप्लब देव का खो सकता है पद!

 

सोशल मीडिया पर NRC से संबंधित एक खबर बड़ी तेजी शेयर की जा रही है। जहां पोस्ट शेयर करने वाले यूजर का दावा है कि त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देव कहते है कि NRC लागू होने के बाद तो सबसे पहले मैं अपना सीएम पद खो दूँगा।  

 

 

बता दे कि नवभारत टाइम्स और इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर साल 2018  को प्रकाशित लेख से पता चला कि ‘बिलाव कुमार देव’ की नागरिकता पर इससे पूर्व भी सवाल उठाये जा चुकें है, जहाँ उन्होंने पहले भी इस पर सफाई देते हुए बताया था कि वह पूर्ण रूप से भारतीय नागरिक हैं साथ ही बताया गया कि विकिपीडिया में उनके जन्म स्थान को लेकर 21 बार बदलाव किये जा चुकें है।

 

 

उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव द्वारा चलवाई गयी ‘108’ व ‘102’ एम्बुलेंस पर लगाई रोक!

 

ट्विटर के एक पोस्ट में ‘108’ नंबर वाली कुछ जंग खाई एम्बुलेंस की एक तस्वीर साझा कर बताया गया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा चलवाई गयीं 108 व 102 नंबर की एम्बुलेंस पर रोक लगा दी है, जो अब खड़े-खड़े जंग खा रही है।  

 

 

जबकि तस्वीर को गौर से देखने पर पता चला कि एम्बुलेंस पर किसी और भाषा में लिखे हुए कुछ शब्दों के साथ एम्बुलेंस पर एक हरी पट्टी में आंध्र प्रदेश सरकार का नाम भी लिखा था। जिससे एम्बुलेंस के आंध्र प्रदेश से होने का पता चला। 

 

 

पंजाब SP के नाम से सोशल मीडिया पर वायरल हुई जम्मू कश्मीर में SP रहे परमवीर सिंह की पुरानी प्रेस कॉन्फ्रेंस की तस्वीर

 

फेसबुक पर एक पुलिस अधिकारी की प्रेस कॉन्फ़्रेंस वाली तस्वीर शेयर की गयी और कहा गया कि ये पटियाला के पुलिस अधीक्षक परमवीर सिंह है जिनका यह कहना है कि जहां मुस्लिम आबादी ज्यादा वहां कभी किसी हिन्दू को नहीं मारा गया लेकिन जहाँ हिन्दू ज्यादा संख्या में होते है वहां मुस्लिम को जरूर मारा जाता है।

 

 

जबकि साल 2017 को ANI के एक ट्वीट में वायरल तस्वीर प्राप्त हुई। ट्वीट में जम्मू कश्मीर के एस.पी परमवीर सिंह प्रेस वार्ता में 12 लोगो की गिरफ्तारी की सूचना दे रहे है।  

 

 

 

(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)

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Rajneil began his career in Google with Adwords Content Operations, moved to sales and then to Public Policy and Government Affairs. During his tenure at Google, he got a first-person view of content policy, community guidelines, product policy, and other public policy issues. Post his stint at Google, he founded a technology company before establishing Newschecker. He calls himself a product of the internet and mobile era and is determined to combat disinformation online. He looks after the day to day affairs and management of the organisation and does not participate in the editorial decisions of Newschecker.

Rajneil Kamath
Rajneil began his career in Google with Adwords Content Operations, moved to sales and then to Public Policy and Government Affairs. During his tenure at Google, he got a first-person view of content policy, community guidelines, product policy, and other public policy issues. Post his stint at Google, he founded a technology company before establishing Newschecker. He calls himself a product of the internet and mobile era and is determined to combat disinformation online. He looks after the day to day affairs and management of the organisation and does not participate in the editorial decisions of Newschecker.

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