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Claim:
जब से कुरान आई है तभी से ये कहा जा रहा है। इस्लाम स्वीकार कर खतना कटवा लो या गर्दन कटवा लो। आतंक, धोखा, डर और लालच का दूसरा नाम इस्लाम है। कभी गुलाम प्रथा और खतना प्रथा के तथ्यों का मिलान करो तो हकीकत समझ आ जाएगी।
30साल पहले??
जब से #कुरान आई है तभी से ये कहा जा रहा है।
इस्लाम स्वीकार कर खतना कटवा लो,
या गर्दन कटवा लो,
आतंक,धोखा,डर लालच का दुसरा नाम इस्लाम
कभी #दास(गुलाम) प्रथा और #खतना प्रथा के तथ्यों का मिलान करो #हकीकत समझ आ जायेगी pic.twitter.com/qCWIALX2pR— #हल्ला_बोल vs #poll_खोल (@hinduteva) January 16, 2020
Verification:
ट्विटर पर #हल्ला_बोल vs #poll_खोल नाम के यूज़र ने कुछ तस्वीरें शेयर की है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर कुरान की आयत है। वायरल तस्वीर में लिखा है कि ‘जिन लोगों ने हमारी आयतों का इनकार किया, उन्हें हम जल्द ही आग में झोकेंगे। जब भी उनकी खालें पक जाएंगी, तो हम उन्हें दूसरी खालों से बदल दिया करेंगे, ताकि वे यातना का मज़ा चखते ही रहें। निस्संदेह अल्लाह प्रभुत्त्वशाली है।
वायरल तस्वीर के साथ ट्विटर पर दावा किया जा रहा है कि जब से कुरान आई है तभी से ये कहा जा रहा है। इस्लाम स्वीकार कर खतना कटवा लो या गर्दन कटवा लो। आतंक, धोखा, डर और लालच का दूसरा नाम इस्लाम है। कभी गुलाम प्रथा और खतना प्रथा के तथ्यों का मिलान करो तो हकीकत समझ आ जाएगी।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही कुरान की तस्वीरों को खंगालने के लिए हमने अपने एक सहयोगी की मदद ली। हमारे सहयोगी जो कि इस्लाम में जानकारी रखते हैं उन्होंने वायरल तस्वीर में किए जा रहे दावे को गलत बताया है। उनकी मदद से हमने जाना कि कुरानी आयत में जो लिखा है उसका हिंदी में गलत अनुवाद कर वायरल किया जा रहा है।
वायरल तस्वीर में कुरानी आयत का जो हिंदी अनुवाद किया गया है उसका असली मतलब यह है कि-
‘बेशक अल्लाह तुमको हुकुम देता है कि तुम उनकी अमानतों को लौटा दो जिसकी वो अमानत है। बेशक अल्लाह तुमको बहुत अच्छी नसीहत करता है, बेशक अल्लाह सब कुछ सुनता और देखता है।’
दरअसल कुरानी आयत का हिंदी में जो अनुवाद किया गया है उसका सही अनुवाद कुछ इस करह है-
‘जब उस ज़माने में जंग (वॉर) हुआ करती थी, उस दौरान एक अहद (Contract) तय हुआ करता था कि अगर कोई उस अहद (Contract) के खिलाफ गया तो उसके साथ जंग की जाएगी।’
जिस आयत का अनुवाद वायरल किया जा रहा है वह कुरान की दूसरी आयत है और उसका मतलब कुछ इस तरह है।
‘ईश्वर कहता है कि जिन लोगों ने हमारी आयतों का इनकार किया उसे आग में दाखिल करेंगे जिससे उनकी चमड़ी जल जाएगी। जिसके बाद हम (अल्लाह) उसकी दूसरी चमड़ी बदल देंगे ताकि वह अपने किए कि सज़ा भुगते। बेशक अल्लाह ज़बरदस्त हिकमत वाला है।’
हमारी पड़ताल में हमने ट्विटर पर वायरल हो रही कुरान की आयत को गलत पाया है। दरअसल लोगों को भ्रमित करने के लिए कुरान की आयत का गलत अनुवाद कर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
Tools Used:
Kuran Majeed (कुरान मजीद)
Tafseer-a-Hakkani (तफ्सीर-ए-हक़्क़ानी)
Result: Misleading
(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)