A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
Claim-
NDTV के पूर्णतः दिवालिया होने के बाद, रोटी खरीदने के लिए रवीश कुमार ने शाहीन बाग़ में महिला के रूप में प्रदर्शन कर नाईट शिफ्ट में काम करना शुरू कर दिया है।
Verification-
ट्विटर पर शाहीन बाग़ प्रदर्शन की एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में कुछ महिलाएं अपने मुँह पर काला कपड़ा बांधकर और हाथों में तख्तियां पकड़ कर बैठी हुई हैं। पोस्ट शेयर करने वाले यूज़र का दावा है कि हिंदी समाचार चैनल NDTV के दिवालिया होने के बाद से शाहीन बाग़ में महिला की पोशाक में बैठकर रवीश कुमार ने मौन प्रदर्शन किया।
newschecker.in के एक पाठक ने व्हाट्सप्प पर हमें यह पोस्ट शेयर कर इसकी सत्यता जांचने को कहा।
अपनी पड़ताल में सबसे पहले वायरल पोस्ट में NDTV के दिवालिया होने वाले दावे की जाँच की। इस दौरान
ऑप इंडिया की वेबसाइट पर प्रकाशित एक
लेख से पता चला कि NDTV के खिलाफ FDI मानदंड का उल्लंघन करने के विरुद्ध कुछ वित्तीय मुकदमे दर्ज किये गए हैं। लेकिन अभी तक उसे दिवालिया घोषित नहीं किया गया।
इसके बाद पोस्ट में वायरल हो रही तस्वीर की खोज के लिए हमने गूगल पर सर्च किया। जहां सबसे पहले
times now की वेबसाइट पर 11 फरवरी को प्रकाशित एक
लेख में तस्वीर प्राप्त हुई।
लेख के मुताबिक उक्त तस्वीर दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने वाले दिन ली गयी थी जब शाहीन बाग में महिलाएं मौन प्रदर्शन कर रहीं थीं। इसके बाद
आजतक की वेबसाइट पर वायरल तस्वीर के साथ प्रकाशित
लेख से पूरे मामले की जानकारी प्राप्त हुई।
प्रकाशित जानकारी के मुताबिक 11 फरवरी को शाहीन बाग़ में महिलाएं मुँह पर काला कपड़ा बांधकर और हाथ में कुछ तख्तियां पकड़ कर यह बताने के लिए मौन प्रदर्शन कर रही थी कि शाहीन बाग़ किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं करता। और चुनाव का परिणाम कुछ भी हो लेकिन शाहीन बाग़ का ‘नागरिकता संशोधन अधिनियम’ और ‘भारतीय राष्ट्रीय नागरिक’ रजिस्टर के खिलाफ प्रदर्शन ऐसे ही जारी रहे गा।
तस्वीर की शिनाख्त के लिए हमने सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर बारीकी से खोजा इस दौरान तारिक अनवर नामक यूज़र के ट्विटर हैंडल से 11 फरवरी की दोपहर को शाहीन बाग़ में हो रहे प्रदर्शन का वीडियो शेयर किया गया था।
वीडियो के 18 सेकंड में वायरल तस्वीर वाली महिला को साफ़- साफ़ देखा जा सकता है।
इसके साथ ही एक और यूजर के हैंडल पर हमें एक दूसरा वीडियो प्राप्त हुआ जहां शाहीन बाग़ में 11 फरवरी की दोपहर को चल रहे मौन प्रदर्शन का वीडियो प्राप्त हुआ।
वीडियो में वही वायरल तस्वीर एक दूसरे एंगल से प्रसारित हुई। वीडियो में यह देखा जा सकता है कि प्रदर्शन दिन में हो रहा है न कि रात को साथ ही वायरल महिला के साथ कई अन्य महिलाओं और युवकों को साफ देखा जा सकता है।
ट्विटर के साथ-साथ हमें यूट्यूब के
newsnext नामक चैनल पर भी
वीडियो प्राप्त हुआ जहां यहाँ देखा जा सकता है कि प्रदर्शन के स्थान पर सैकड़ों लोगों के साथ कई अन्य मीडिया के लोग भी आये हुए थे। अगर महिला की पोषक में NDTV के रवीश कुमार वहां होते तो किसी ने इस बात का गौर जरूर किया होता। और इसके साथ ही यह खबर किसी न किसी मीडिया चैनल की हैडलाइन होती लेकिन ऐसी कोई भी खबर इंटरनेट पर मौजूद नहीं।
इन सब तथ्यों को परखने के बाद
newschecker.in टीम की पड़ताल में वायरल क्लेम गलत साबित हुआ।
Tools Used
Google Search
Reverse Image Search
Result- Fake
(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.