Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर एक युवक के साथ हो रही बर्बरता का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक युवक को जूते से पानी पिलाया जा रहा है। वीडियो शेयर करने वाले यूज़र्स का दावा है कि पीड़ित युवक दलित समाज से है और उसके साथ बर्बरता करने वाले हिन्दू समाज के उच्च जाति वाले लोग हैं।
ट्वीट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
सोशल मीडिया पर उक्त वीडियो को वायरल दावे के साथ कई अन्य यूज़र्स ने भी शेयर किया है।
Fact check / Verification
ट्विटर पर एक युवक के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार के वीडियो को सैकड़ों लोगों ने लाइक तथा रिट्वीट किया है। वायरल वीडियो के साथ शेयर किये जा रहे दावे की सत्यता तथा वीडियो कहाँ का है, यह जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की। पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले वीडियो को INvid टूल की सहायता से कुछ कीफ्रेम्स में तोड़ा।
इसके बाद हमने कीफ्रेम्स को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें FreePressJournal नाम की वेबसाइट पर वायरल वीडियो से संबंधित एक लेख मिला। वेबसाइट पर लेख को 16 जून साल 2020 को छापा गया था।
लेख के मुताबिक वायरल वीडियो की घटना राजस्थान के सिरोही जिले के सरदारपुरा गांव की है। जहां एक युवक को गांव की एक युवती से प्रेम प्रसंग का संबंध रखने के आरोप में पंचायत द्वारा दी गयी सजा के तहत पीटा गया साथ ही उसके साथ अमानवीय व्यवहार भी किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक युवक और युवती एक ही समुदाय के हैं।
उपरोक्त वेबसाइट पर मिली जानकारी की पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें दैनिक भास्कर भी वेबसाइट पर मामले से संबंधित एक लेख छपा मिला।
लेख के मुताबिक राजस्थान में एक गांव के कुछ लोगों ने एक युवक को गांव की ही एक स्वजातीय विवाहिता से प्रेम संबंध रखने के आरोप में पहले उसे पीटा और बाद में उसे बोतल में भर कर पेशाब तथा जूते में भरकर पानी पिलाया। लेख में बताया गया है कि उक्त घटना पाली जिले के गांव सुमेरपुर की है। जहां आरोपियों ने पीड़ित का अपहरण किया और उसे सिरोही के निकट सुपरणा (सरदारपुरा) गांव ले गए थे। बता दें कि घटना को अंजाम देने वाले विवाहिता के रिश्तेदार थे।
लेख में बताया गया है कि घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इलाके की पुलिस ने रिपोर्ट भी दर्ज की थी। जिसके बाद पुलिस युवक की तलाश में उसके घर गई जहां कोई नहीं मिला। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले परिवार के लोग कहीं चले गए हैं। घटना में ज़्यादती करने वाले पंच भी गायब हैं। पुलिस दोनों पक्षों को तलाश कर रही है।
मामले की सटीक जानकारी के लिए लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजा। जहां हमें zeenews की वेबसाइट पर मामले से संबंधित एक लेख मिला। लेख में जानकारी दी गयी है कि मामले के 6 नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही लेख में यह भी बताया गया कि मामले के दोनों पक्ष एक ही जाति के हैं।
खोज के दौरान हमें zee news के यूट्यूब चैनल पर उक्त मामले से संबंधित एक वीडियो मिला। जहां पुलिस द्वारा मामले पर मीडिया को दिए गए बयान को दिखाया गया है। इस दौरान पुलिस ने भी बताया कि मामला प्रेम-प्रसंग का है।
इसके बाद मामले की तह तक जाने के लिए हमने सुमेरपूरा थाने में भी इस नंबर (02933258422) पर सीधा संपर्क किया। जहां हमें बताया गया कि मामला प्रेम प्रसंग का है। इस दौरान जानकारी मिली कि उक्त मामले में आरोपियों को कोर्ट द्वारा सजा दी जा चुकी है। इसके साथ ही पुलिस ने जानकारी दी कि इस मामले में दोनों एक ही जाति के हैं, यह मामला किसी भी प्रकार से दलित उत्पीड़न से संबंधित नहीं है।
Conclusion
पड़ताल के दौरान मिले सभी तथ्यों से पता चला कि वायरल वीडियो क्लिप राजस्थान की है। जहां एक युवक को गांव की एक स्वजातीय विवाहिता से प्रेम प्रसंग रखने के आरोप में विवाहिता के परिजनों द्वारा पीटा गया। उक्त मामले में किसी भी प्रकार का दलित उत्पीड़न वाला एंगल नहीं है।
Result- Misleading
Our Sources
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.