Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर सुदर्शन न्यूज़ द्वारा कुछ निहंग सिखों का एक वीडियो शेयर किया गया है। वीडियो में निहंग सिखों को पंजाब रोडवेज की बस पर धारदार तलवार से हमला करते हुए देखा जा सकता है। इसी वीडियो को किसान आंदोलन से जोड़कर #फर्जी किसान आंदोलन #khalistaniexposed #indiaagainstpropaganda जैसे हैशटैग्स के साथ शेयर किया जा रहा है।
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें
वायरल वीडियो को सुदर्शन न्यूज़ द्वारा शेयर किए जाने के बाद कई अन्य यूज़र्स द्वारा भी शेयर किया जा रहा है।
Fact Check / Verification
पिछले दो महीने से चल रहे किसान आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर कई भ्रामक दावे रोजाना वायरल होते रहते हैं। कभी किसान आंदोलन को पाकिस्तान समर्थित बताया जाता है तो कभी खालिस्तानी फंडेड आंदोलन। ऐसे में एक बार फिर से ट्विटर पर कुछ आक्रामक निहंग सिखों का एक वीडियो शेयर कर इसे किसान आंदोलन का बताया जा रहा है। लेकिन वायरल वीडियो को देखने पर हमें इसके पुराना होने की आशंका हुई, जिसके बाद हमने वीडियो के साथ शेयर हो रहे दावे की पड़ताल शुरू की।
पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले वायरल वीडियो को Invid टूल की सहायता से कुछ कीफ्रेम्स में तोड़ा और फिर रिवर्स इमेज टूल की मदद से गूगल पर खोजना शुरू किया। हमें वायरल वीडियो फेसबुक के Haryana news Live पेज पर प्राप्त हुआ। पेज पर वीडियो को साल 2019 में अपलोड किया गया है।
पोस्ट के मुताबिक पूरा मामला साल 2019 का है। बताया गया है कि एक बस ड्राइवर द्वारा रास्ते पर निहंग सिखों को साइड न दिए जाने के कारण नाराज सिखों ने बस पर हमला बोल दिया था।
वीडियो की सटीक जानकारी के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। जिसके बाद हमें PR24 न्यूज़ नामक यूट्यूब चैनल पर वायरल क्लिप प्राप्त हुई। इसे 23 सितंबर साल 2019 को अपलोड किया गया था। लेकिन यहाँ भी वीडियो की कोई ठोस जानकारी नहीं मिली।
इसके बाद हमने कीफ्रेम्स के साथ कुछ संबंधित कीवर्ड्स से गूगल पर खोजना शुरू किया। इस दौरान दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर एक साल पहले उक्त मामले से संबंधित एक लेख मिला, जहां पूरे घटना क्रम के बारे में बताया गया है।
लेख में दी गयी जानकारी के मुताबिक यह मामला साल 2019 का है, जहां नकोदर से कपूरथला जाने वाली सड़क के सुनड़ा पुल के पास से गुजर रहे कुछ निहंग सिखों के घोड़े से बस का किनारा टकरा गया। जिसके बाद निहंग सिखों ने आवेश में आकर बस पर कृपाणों और बरछों से हमला कर दिया।
पड़ताल के दौरान दैनिक जागरण की वेबसाइट पर भी मामले से संबंधित जानकारी मिली। यहाँ भी बताया गया है कि साल भर पहले गुस्साए निहंग सिखों ने बस पर कृपाणों और बरछों से हमला कर दिया, इसके बाद पीड़ित बस ड्राइवर ने पुलिस को सूचना दी थी।
Conclusion
वायरल वीडियो की पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से हमें पता चला कि यह मामला आपसी विवाद का है। साथ ही इसका किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है क्योंकि यह वीडियो मौजूदा दिनों का नहीं बल्कि साल 2019 का है।
Result- Misleading
Our sources
https://www.youtube.com/watch?v=ja_h97cLcZg
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.