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उज्जैन में कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों की पुलिस द्वारा जमकर पिटाई के नाम पर शेयर किया गया पुराना वीडियो

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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि उज्जैन में कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों की पुलिस द्वारा जमकर पिटाई की गई.

उज्जैन में कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों की पुलिस द्वारा जमकर पिटाई की गई
वायरल दावे का आर्काइव लिंक

उज्जैन में मुहर्रम जुलूस के दौरान कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने को लेकर खड़ा हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. जुलूस के आयोजन कर्ता तथा मौके पर मौजूद कुछ लोग आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं, तो वहीं पुलिस ने इस मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार करते हुए पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगने का सबूत होने का दावा किया है.

The Quint से बातचीत करते हुए उज्जैन के पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शर्मा ने दावा किया, “हमारे पास इस बात के डिजिटल प्रमाण मौजूद हैं कि ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए गए थे. सबसे पहले भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने ही मामले की जानकारी दी. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और कार्रवाई की गई.”

इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि उज्जैन में कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों की पुलिस द्वारा जमकर पिटाई की गई.

Fact Check/Verification

उज्जैन में कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों की पुलिस द्वारा जमकर पिटाई के नाम पर वायरल, इस वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वीडियो को की-फ्रेम्स में बांटकर गूगल सर्च किया. हालांकि वीडियो की गुणवत्ता ठीक ना होने की वजह से हमें इस पूरी प्रक्रिया में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई.

वायरल वीडियो में दिख रहे दृश्यों के आधार पर हमने ‘two youth forced to chant pakistan murdabad slogans by army’ कीवर्ड्स को गूगल पर ढूंढा, जहां हमें कई ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स प्राप्त हुईं, जिनमें 2017 में जम्मू और कश्मीर में घटी एक ऐसी ही घटना का जिक्र है. हालांकि इन मीडिया रिपोर्ट्स में वीडियो को लेकर कोई खास जानकारी नहीं दी गई है.


साल 2017 से इंटरनेट पर मौजूद वीडियो, उज्जैन में कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों की पुलिस द्वारा जमकर पिटाई के नाम पर किया गया शेयर

इसके बाद हमने उपरोक्त मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर ‘two kashmiri youth forced to chant pakistan murdabad slogans by indian army’ कीवर्ड्स को यूट्यूब पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें यह जानकारी मिली कि वायरल वीडियो साल 2017 से 2019 के बीच भी कई बार प्रकाशित हो चुका है.


जैसा कि उपरोक्त सर्च परिणाम में देखा जा सकता है कि अधिकतर यूजर्स ने वीडियो शेयर कर यह दावा किया कि भारतीय सेना द्वारा कश्मीरी युवकों की पिटाई कर, उनसे पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगवाए गए. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पूर्व में भारतीय सेना इस तरह के आरोपों का खंडन कर चुकी है. हालांकि हम इन दोनों ही दावों की पुष्टि नहीं कर सकते.






चूंकि वायरल वीडियो साल 2017 से ही इंटरनेट पर मौजूद है तथा उज्जैन में उज्जैन में कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने की घटना 2021 में हुई है, इसी वजह से वायरल वीडियो उज्जैन में कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों की पुलिस द्वारा जमकर पिटाई का नहीं हो सकता है.

नोट: उज्जैन में कथित तौर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगने को लेकर हमारी पड़ताल अभी जारी है, इसलिए हम अभी इस बात की पुष्टि नहीं कर सकते कि उज्जैन में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे थे या नहीं. पड़ताल पूरी होने पर हम अपने लेख को अपडेट करेंगे.

Conclusion

इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि वायरल दावा भ्रामक है. उज्जैन में कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों की पुलिस द्वारा जमकर पिटाई के नाम पर शेयर किया जा रहा यह वीडियो, साल 2017 से ही इंटरनेट पर मौजूद है.

Result: Misleading


Our Sources

YouTube video published by All in One

YouTube video published by Alif Azrah

YouTube video published by Awesome News Hindi

किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044  या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Saurabh Pandey
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

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