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सोशल मीडिया पर यूपी के बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी के एक लेटर पैड को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार जातिवादी है। वायरल लेटर हेड को पढ़ने के बाद पता चलता है कि यह पत्र यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह को लिखा गया था।
पत्र में 17 लोगों का नाम और उन पर कथित रूप से कुल दर्ज मुकदमे लिखे गए हैं। अपर मुख्य सचिव से जानकारी मांगी गई है कि इन लोगों पर विगत तीन सालों में क्या कारवाई की गई है और मुकदमों की वर्तमान स्थिति क्या है। इस पत्र की खास बात यह है कि इस पर लिखे सभी लोगों के नाम लगभग एक खास जाति के हैं।
एक यूजर ने वायरल हुए पत्र को शेयर कर लिखा कि ‘लंभुआ के विधायक देवमणि द्विवेदी ने अपने ही सरकार से पूछा कि ठाकुर माफियाओं के घर पर बुलडोजर क्यों नहीं चल रहा है ?? नहीं चाहिए जातिवादी सरकार।’
(उपरोक्त ट्वीट को अक्षरशः लिखा गया है।)
उपरोक्त ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है।
वायरल हुए पत्र को फेसबुक पर भी शेयर किया गया है।
उपरोक्त फेसबुक पोस्ट को यहां देखा जा सकता है।
उपरोक्त फेसबुक पोस्ट को यहां देखा जा सकता है।
उपरोक्त फेसबुक पोस्ट को यहां देखा जा सकता है।
गौरतलब है कि इस समय यूपी में विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है। चुनावों के दौरान सभी राजनीतिक दल वोटों का ध्रुवीकरण करने के लिए एक दूसरे पर कटाक्ष करते ही हैं। 28 सितंबर 2020 को आज तक द्वारा प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह द्वारा कराए गए एक सर्वे में 63% जनता ने यह कहा कि योगी सरकार जातिवादी है, तो वहीं 29% लोगों ने कहा कि हमें पता नहीं। बतौर लेख आप नेता संजय सिंह ने दावा किया कि ‘प्रदेश के 39 जिलों में एक ही जाति विशेष यानी ठाकुर जाति के 46 शीर्ष अधिकारियों की तैनाती है।’ इसी बीच एक बीजेपी विधायक के लेटर हेड को शेयर कर दावा किया जाने लगा कि उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार जातिवादी है।
Fact Check/ Verification
‘उत्तरप्रदेश की वर्तमान सरकार जातिवादी है’ दावे के साथ शेयर किये गए लेटर हेड का सच जानने के लिए, हमने कुछ कीवर्ड्स का प्रयोग करते हुए गूगल पर खोजना शुरू किया। इस कड़ी में हमें 22 अगस्त 2020 को News18 द्वारा प्रकाशित एक लेख मिला। प्राप्त लेख के मुताबिक, सुल्तानपुर की लम्भुआ सीट से बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी ने वायरल लेटर हेड को फेक बताया था। बतौर लेख हजरतगंज थाने ने स्वतः संज्ञान लेते हुए ‘इस मामले में धारा 419, 420, 465, 469, 471, 505(1)(b), 505(2), 153A, 153B और 66 IT Act में मुकदमा दर्ज किया था।’ पत्र को देखने पर पता चलता है कि यह 20 अगस्त 2020 को लिखा गया है।
मामले की तह तक जाने के लिए हमने बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें 21 अगस्त 2020 को देवमणि द्विवेदी द्वारा किया गया एक ट्वीट मिला। प्राप्त ट्वीट के कैप्शन में लिखा है “मुझे संदर्भित करते हुए एक फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है। मेरा सभी समर्थकों से अनुरोध है कि वह किसी बहकावे में न आएं। ऐसे अफवाह बाजों के विरुद्ध मैं वैधानिक कार्यवाही भी कराने जा रहा हूँ।”
उपरोक्त ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए हमने लंभुआ के बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी से संपर्क किया। इस दौरान उन्होंने हमें बताया कि “यह लेटर हेड फेक है, यह फेक लेटर हेड डेढ़ साल पहले मेरे संज्ञान में आया था, इस मामले में FIR भी दर्ज हुआ था।”
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Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी के नाम पर वायरल हुआ लेटर हेड फर्जी है। उन्होंने इस तरह का कोई पत्र नहीं लिखा था।
Result: False
Our Sources
Hindi.News18.com : https://hindi.news18.com/news/uttar-pradesh/lucknow-sultanpur-bjp-mla-bjp-mla-devmani-dwivedi-fake-letter-viral-fir-in-lucknow-upas-3210460.html
Deomani Dwivedi Tweet: https://twitter.com/DeomaniMLA/status/1296862934237315072
Direct Contact To Deomani Dwivedi
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