Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.
सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक वायरल वीडियो के जरिए उन पर निशाना साधा जा रहा है. इस वीडियो में शिवराज ऑफिस में टीवी देखकर मुस्कुराते नजर आ रहे हैं. टीवी पर दो वीडियो चल रहे हैं. एक वीडियो में पुलिसकर्मी युवाओं पर लाठियां चलाते दिख रहे हैं, वहीं दूसरे में सड़क पर एक व्यक्ति को ट्रक से बांधकर घसीटते हुए देखा जा सकता है. पूरे वीडियो को देखने से ऐसा लग रहा है कि शिवराज टीवी पर चल रहे इन वीभत्स दृश्यों को देख कर हंस रहे हैं.
सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए लिख रहे हैं कि देश के बेरोजगार युवाओं पर पुलिस लाठियां बरसा रही है और प्रदेश के मुखिया इसका आनंद ले रहे हैं. साथ ही, पोस्ट में यह भी लिखा है कि इस वीडियो से युवाओं को समझना चाहिए कि सरकार में बैठे नुमाइंदे किस तरह की सोच और विचार रखते हैं. इस तरह के दावों के साथ ये वीडियो फेसबुक और ट्विटर पर काफी वायरल हो रहा है.
Fact Check/Verification
सबसे पहले हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च की मदद से ढूंढा. लेकिन इससे हमें कोई खास जानकारी नहीं मिली. वीडियो को कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर भी हमें कोई नतीजा नहीं मिला.
इसके बाद हमने शिवराज सिंह चौहान के सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालना शुरू किया. शिवराज के इंस्टाग्राम अकाउंट पर हमें ये वीडियो मिल गया. लेकिन इस वीडियो में शिवराज सिंह चौहान के टीवी पर प्रधानमंत्री मोदी का ‘मन की बात’ कार्यक्रम चलता नजर आ रहा है. यानी की वायरल वीडियो फर्जी है. मूल वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके इसे बनाया गया है.
मूल वीडियो शिवराज सिंह चौहान के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 27 जून 2021 को डाला गया था. दरअसल, एमपी के बैतूल जिले के एक गांव में लोग करोना वैक्सीन लगवाने से डर रहे थे. ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने इसी गांव के कुछ लोगों से बात की थी और गांव वालों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया था.
शिवराज सिंह चौहान इसी कार्यक्रम को टीवी पर देख रहे थे. एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई और टीवी वाले हिस्से पर लाठीचार्ज और युवक को घसीटे जाने वाले वीडियो को जोड़ दिया गया है. मूल वीडियो शिवराज सिंह चौहान के फेसबुक अकाउंट पर भी मौजूद है.
यह भी पढ़ें … बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की टूटी प्रतीमा की ये फोटो एमपी की है, बंगाल का बताकर किया जा रहा है सांप्रदायिक दावा
इसके साथ ही बता दें कि फर्जी वीडियो में टीवी पर चल रहा लाठीचार्ज का वीडियो अगस्त 2021 का है, जब भोपाल में रोजगार की मांग कर रहे युवाओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था. दूसरा वीडियो भी मध्य प्रदेश का है और अगस्त 2021 का ही है. दरअसल, नीमच जिले में एक आदिवासी को चोर समझकर भीड़ ने बुरी तरह पीटा था और उसे ट्रक के पीछे बांधकर घसीटा भी था. बाद में व्यक्ति की मौत हो गई थी.
Conclusion
हमारी जांच में यह साबित हो जाता है कि वायरल वीडियो फर्जी है. वीडियो को एडिट करके यह दिखाने की कोशिश की गई है कि शिवराज सिंह चौहान युवाओं पर हो रहे अत्याचारों का आनंद ले रहे हैं.
Result: Altered Video
Our Sources
Video uploaded on Shivraj Singh Chouhan’s Instagram Handle
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in
Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.