Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.
“राजस्थान की जनता त्रस्त है”, ये बयान राजस्थान के विरोधी दल बीजेपी ने नहीं बल्कि खुद सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिया है. दरअसल, सोशल मीडिया पर अशोक गहलोत का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसके जरिए कुछ इसी तरह का दावा किया जा रहा है. वीडियो में गहलोत कार में बैठकर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहते हैं, “वेणुगोपाल जी हमारे महामंत्री हैं. उन्होंने कहा कि कोई बयानबाजी नहीं करेगा, तो हम चाहते हैं कि डिसिप्लिन का पालन सभी लोग करें. अभी हमारे सामने एक ही मकसद होना चाहिए, जनता त्रस्त है राजस्थान के अंदर…”
अशोक गहलोत के इसी वीडियो को ट्विटर और फेसबुक पर खूब शेयर किया जा रहा है. लोग वीडियो के साथ लिख रहे हैं कि चार साल से राजस्थान की सत्ता संभाल रहे गहलोत ही अब खुद स्वीकार रहे हैं कि राज्य की जनता त्रस्त है.
Fact Check/Verification
सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो का लंबा वर्जन अशोक गहलोत के यूट्यूब चैनल पर मिल गया. यह वीडियो 2 नवंबर का है, जब अशोक गहलोत ने राजस्थान के अलवर का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से भी बातचीत की थी जिसे यूट्यूब वीडियो में देखा जा सकता है.
यूट्यूब वीडियो में वायरल वीडियो वाला हिस्सा 5.45 मिनट के बाद शुरू होता है. एक पत्रकार अशोक गहलोत से सचिन पायलट के बयान को लेकर सवाल करता है. इस पर अशोक गहलोत कुछ इस तरह जवाब देते हैं,
“बयान तो नहीं देना चाहिए वैसे तो. वेणुगोपाल जी हमारे महामंत्री हैं. उन्होंने कहा है कि कोई बयानबाजी नहीं करेगा, तो हम चाहते हैं कि डिसिप्लिन का पालन सभी लोग करें. अभी हमारे सामने एक ही मकसद होना चाहिए, जनता त्रस्त है राजस्थान के अंदर, पूरे देश के अंदर. तनाव है, हिंसा हो रही है, महंगाई है, बेरोजगारी है. इसके लिए राहुल गांधी एक तरफ पसीना बहा रहे हैं. 25 किलोमीटर रोज चल रहे हैं. लाखों लोग साथ चल रहे हैं. दवाब पड़ेगा केंद्र सरकार पर इसलिए तो चल रहे हैं. हमारा ध्यान होना चाहिए कि अगली बार सरकार कैसे बनाएं. हमने इतनी स्कीमें दी राजस्थान के अंदर जितनी कभी नहीं दी गई होंगी. पूरा देश इस बात का लोहा मान रहा है. हमारे कोरोना प्रबंधन का लोहा तो पूरी दुनिया मान रही है. राजस्थान में शानदार कोरोना प्रबंधन से लोगों को बचा लिया गया जबकि अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई में ऑक्सीजन की कमी से कई लोग मारे गए थे. तो हमने जो गुड गवर्नेंस दी है उसको लेकर हम निकल पड़े हैं कि अगली बार सरकार कैसे बनाएं…
गहलोत का पूरा बयान सुनने पर यह समझ आता है कि वायरल वीडियो अधूरा है. गहलोत ने अपने बयान में सिर्फ राजस्थान की नहीं बल्कि पूरे देश की जनता को त्रस्त बताया था. साथ ही, उन्होंने यह बयान इस संदर्भ में दिया था कि जनता महंगाई, बेरोजगारी, हिंसा, तनाव के कारण त्रस्त है. ऐसा कहते हुए उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा था, ना कि खुद की सरकार पर. बयान में उन्होंने अपनी सरकार की जमकर तारीफ ही की थी. अशोक गहलोत ने पूरा वीडियो ट्वीट भी किया था.
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दरअसल, हाल ही में एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने अशोक गहलोत की तारीफ थी. इसी को लेकर सचिन पायलट ने तंज किया था कि मोदी ने गुलाम नबी आजाद की भी तारीफ की थी, लेकिन उसके बाद क्या हुआ यह सबको पता है. पायलट के इस बयान को लेकर ही अलवर में पत्रकार ने अशोक गहलोत से सवाल किया था और जवाब में उन्होंने कहा था कि ऐसी बयानबाजी से बचना चाहिए.
Conclusion
कुल मिलाकर निष्कर्ष निकलता है कि वायरल हो रहा अशोक गहलोत का यह वीडियो अधूरा है. ‘राजस्थान की जनता त्रस्त है’ वाला बयान गहलोत ने खुद ही की सरकार की बुराई के संदर्भ में नहीं दिया था. बल्कि उन्होंने कहा था कि राजस्थान सहित पूरे देश की जनता हिंसा, तनाव, महंगाई, बेरोजगारी से त्रस्त है.
Result: Missing Context
Our Sources
YouTube video uploaded on Ashok Gehlot Channel
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