Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
Claim
वन विभाग जिस सारस को अपने साथ ले गया था वह वापस आरिफ गुर्जर के पास आ गया है.
Fact
यह दावा गलत है. सारस अभी भी वन विभाग के साथ ही है.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि वन विभाग जिस सारस को अपने साथ ले गया था वह आरिफ गुर्जर के पास लौट आया है.
बीते दिनों सोशल मीडिया में एक सारस और अमेठी निवासी आरिफ़ गुर्जर की दोस्ती की तमाम तस्वीरें और वीडियोज़ वायरल हुए थे. आरिफ़ द्वारा फेसबुक पर शेयर की गई अखबार की एक कटिंग के अनुसार अगस्त 2022 में उनको अपने खेत में एक घायल सारस मिला था, जिसे घर लाकर उन्होंने उसका उपचार कराया था. इसके बाद से ही सारस और आरिफ़ के बीच एक खास किस्म का रिश्ता बन गया था. आरिफ़ द्वारा दो दिनों पहले इंस्टाग्राम पर शेयर की गई एक रील के अनुसार उत्तर प्रदेश वन विभाग सारस को अपने साथ ले गया.
इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स एक तस्वीर शेयर कर यह दावा कर रहें हैं कि वन विभाग जिस सारस को अपने साथ ले गया था वह वापस आरिफ गुर्जर के पास आ गया है.
Fact Check/Verification
वन विभाग द्वारा अपने साथ ले जाए गए सारस के वापस आरिफ़ गुर्जर के पास आने के नाम पर शेयर किए जा रहे इस दावे की पड़ताल के लिए हमने आरिफ़ के फेसबुक, इंस्टाग्राम तथा यूट्यूब पेजों को खंगाला. आरिफ़ के इंस्टाग्राम पेज पर हमें 24 मार्च 2023 को शेयर किया हुआ एक पोस्ट प्राप्त हुआ, जिसमें उन्होंने सारस की मौजूदा हालत के बारे में अनभिज्ञता जताते हुए अपनी चिंता व्यक्त की है.
आरिफ के फेसबुक पेज पर हमें 23 मार्च, 2023 को शेयर किया गया एक पोस्ट प्राप्त हुआ, जिसमे उन्होंने सारस के वापस मिलने की बात को गलत बताया है.
आरिफ के फेसबुक पेज द्वारा शेयर किए गए एक पोस्ट में उन्होंने सारस की मौजूदा हालत तथा उसके वापस मिलने को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब दिया है.
आरिफ़ गुर्जर को सारस वापस मिलने के इस दावे की पड़ताल के लिए हमने इससे मेल खाते कई कीवर्ड्स को गूगल पर ढूंढ़़ कर इस बारे में मीडिया की राय जाननी चाही. हमें एक भी ऐसी विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई, जिसमें सारस और आरिफ़ गुर्जर के पुनर्मिलन की बात कही गई हो.
वायरल दावे के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने आरिफ़ गुर्जर से संपर्क किया. उन्होंने Newschecker को बताया कि सारस के वापस मिलने की बात गलत है. सारस उनके पास नहीं आया है, वह अब भी वन विभाग के पास ही है. Newschecker द्वारा दावे के साथ शेयर की जा रही तस्वीर के बारे पूछने पर उन्होंने बताया कि, यह तस्वीर पुरानी है. कुछ दिनों पहले गौरीगंज के निवासी शशिकांत मिश्रा उपहार लेकर मुझसे मिलने आए थे, यह तस्वीर तभी ली गई थी.
Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि वन विभाग द्वारा अपने साथ ले जाए गए सारस के वापस आरिफ़ गुर्जर के पास आने के नाम पर शेयर किया जा रहा दावा गलत है. आरिफ़ गुर्जर ने Newschecker से बातचीत में साफ किया है कि सारस अभी भी वन विभाग के साथ ही है तथा दावे के साथ शेयर की जा रही तस्वीर पुरानी है.
Result: False
Our Sources
Instagram post shared by Arif Gurjar on 24 March 2023
Facebook post shared by Arif Gurjar on 23 March 2023
Newschecker’s telephonic conversation with Arif Gurjar
Media reports
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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.