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Bihar Assembly Election 2025
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जारी कांग्रेस और आरजेडी के घोषणापत्र में गौमांस को वैध करने का वादा किया गया है.
वायरल दावा पूरी तरह से ग़लत है. बिहार चुनाव के लिए जारी महागठबंधन के घोषणापत्र में गौमांस को वैध करने जैसा कोई वादा नहीं किया गया है.
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन ने 28 अक्टूबर को ‘तेजस्वी प्रण’ नाम से घोषणापत्र जारी किया. इसके बाद सोशल मीडिया पर एक अख़बार की न्यूज़ कटिंग के ज़रिए दावा किया जा रहा है कि इस घोषणापत्र में बिहार में गौमांस को वैध करने का वादा किया गया है. वायरल पोस्ट्स में कहा जा रहा है कि मुस्लिम वोट बैंक को खुश करने के लिए हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ किया जा रहा है.
अख़बार की वायरल कटिंग में कांग्रेस के घोषणापत्र के हवाले से यह दावा किया गया है कि कांग्रेस ने मुस्लिमों के लिए कई वादे किए हैं, जिनमें लव जिहाद का समर्थन करना, मुस्लिम पर्सनल लॉ वापस लाना, गौमांस को वैध करना और सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम जजों की नियुक्ति करना शामिल है.
इसके अलावा, इसमें यह भी लिखा है कि चुनाव आयोग, महालेखा परीक्षक एवं नियंत्रक और केंद्रीय मानवाधिकार आयोग में मुस्लिमों की नियुक्ति करने, बुलडोज़र चलाने पर रोक लगाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गाज़ा यानी हमास का समर्थन करने के लिए विदेश नीति में बदलाव की बात कही गई है.
हालांकि, हमारी जांच में सामने आया कि वायरल दावा पूरी तरह से ग़लत है. बिहार चुनाव के लिए कांग्रेस या आरजेडी ने अलग से कोई घोषणापत्र जारी नहीं किया है, बल्कि महागठबंधन ने संयुक्त रूप से ‘तेजस्वी प्रण’ घोषणापत्र जारी किया है, जिसमें ऐसी किसी भी बात का ज़िक्र नहीं है.
एक एक्स यूजर ने अख़बार की यह कटिंग शेयर करते हुए लिखा, “बिहार में गौमांस को वैध कर देंगे. 18% वोट बैंक को खुश करने के लिए 82% की आस्था से खिलवाड़.” पोस्ट का आर्काइव यहां देखें.

वहीं, इसी कटिंग को फ़ेसबुक पर शेयर करते हुए एक यूज़र ने लिखा, “नौवीं फेल तेजस्वी का जंगलराज पार्ट-2 कितना खतरनाक है, जान लीजिए. बिहार में गौमांस को वैध कर देंगे…. बात गौमाता से जुड़ी है. समय रहते जाग जाओ हिंदुओ और इन यदमुल्लों से बिहार को बचा लो.” पोस्ट का आर्काइव यहां देखें. ऐसे ही दावों वाले अन्य पोस्ट यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.

बिहार में कांग्रेस महागठबंधन का हिस्सा है और चुनाव के लिए ‘इंडिया गठबंधन का संकल्प पत्र 2025’ जारी किया गया है, जिसे ‘तेजस्वी प्रण’ नाम दिया गया है. कांग्रेस पार्टी ने बिहार चुनाव के लिए अलग से अपना कोई घोषणापत्र जारी नहीं किया है.
हमने बिहार चुनाव के लिए जारी महागठबंधन के घोषणापत्र को बिंदुवार पढ़ा, लेकिन हमें इसमें सरकार में आने पर गौमांस को वैध करने, स्कूलों में बुर्के का समर्थन करने, हमास का समर्थन करने या सरकार के उच्च संस्थानों में खास तौर पर मुस्लिमों की नियुक्ति जैसी कोई बात नहीं मिली.
महागठबंधन के घोषणापत्र में ‘सांप्रदायिक सौहार्द एवं अल्पसंख्यक अधिकारों की रक्षा’ के तहत सभी अल्पसंख्यक समुदायों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने, वक्फ़ संशोधन विधेयक को स्थगित करने और वक्फ़ संपत्तियों के प्रबंधन को पारदर्शी बनाकर उसे अधिक कल्याणकारी और लाभकारी बनाने का वादा किया गया है.

लेकिन इसमें कहीं भी वे बातें नहीं मिलतीं, जिनका दावा वायरल पोस्ट में किया गया है.
यहां गौर करने वाली बात यह है कि वायरल हो रही जिस अख़बार की कटिंग में यह दावा किया गया है, उसमें केवल कांग्रेस पार्टी का ज़िक्र है, न कि महागठबंधन का. इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की तस्वीर है, जबकि बैकग्राउंड में धुंधले रूप से 5 अप्रैल 2024 की तारीख दिखाई दे रही है. जबकि बिहार चुनाव के लिए कांग्रेस, आरजेडी, वीआईपी और वाम दलों वाले महागठबंधन ने 28 अक्टूबर 2025 को अपना घोषणापत्र जारी किया था. इसके अलावा, वायरल कटिंग के आख़िरी पैराग्राफ़ में कांग्रेस के घोषणापत्र को ‘न्याय पत्र’ कहा गया है.
कांग्रेस पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए 5 अप्रैल 2024 को अपना घोषणापत्र ‘न्याय पत्र’ जारी किया था.
हमने पाया कि यह कथित अख़बार की कटिंग 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी वायरल हुई थी. उस समय कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर हूबहू यही दावा एक व्हाट्सऐप फ़ॉरवर्ड मैसेज के ज़रिए किया गया था. उस समय हमने इसका फ़ैक्ट-चेक किया था, जिसे यहां पढ़ा जा सकता है. हमारी जांच में सामने आया था कि कांग्रेस के घोषणापत्र में गौमांस को वैध करने, लव जिहाद का समर्थन करने या मुस्लिम पर्सनल लॉ वापस लाने जैसे वादों का कोई ज़िक्र नहीं था.
स्पष्ट है कि वायरल अख़बार की कटिंग में किए गए दावे न तो मौजूदा बिहार चुनाव के लिए महागठबंधन के घोषणापत्र में हैं, और न ही कांग्रेस के 2024 के लोकसभा चुनाव के घोषणापत्र में.
इसके अलावा, हमने यह भी जांचने की कोशिश की कि वायरल कटिंग असल में किस मीडिया संस्थान की है, लेकिन हम स्वतंत्र रूप से यह पता नहीं लगा सके कि इसे 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान किस अख़बार ने प्रकाशित किया था या यह किसी टूल की मदद से बनाई गई है.
स्पष्ट है कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन के घोषणापत्र में गौमांस को वैध करने जैसी किसी बात का ज़िक्र नहीं है. कांग्रेस पार्टी महागठबंधन का हिस्सा है और उसने अलग से कोई घोषणापत्र जारी नहीं किया है. वायरल दावा पूरी तरह से ग़लत है.
Sources
India Gathbandhan Ka Sankalp patra 2025 ‘Tejashvi Pran, INC
X Post by RJD, Oct 28, 2025
X Post by Tejashvi Yadav, Oct 28, 2025
Nyay Patra, Loksabha Elections 2024, INC
Report by AajTak, Oct 28, 2025
Report by Mint, Apr 5, 2024
Report by Newschecker, Apr 9, 2024
Salman
November 22, 2025
Salman
November 18, 2025
Salman
November 17, 2025