Authors
देश में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर थमने का नाम नहीं ले रही है। पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना संक्रमण से 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस सबके बीच सबसे ज्यादा चिंता का विषय बच्चों की सेहत को लेकर बना हुआ है। विशेषज्ञों द्वारा कहा गया है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर भी आएगी जो कि बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगी। इस समय देश में केवल 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को ही वैक्सीन दी जा रही है। लेकिन अभी तक 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कोई वैक्सीन नहीं आई है। ऐसे में फेसबुक पर दावा किया जा रहा है कि (Bharat Biotech’s) भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) को 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए वैक्सीन लगाने की अनुमति मिल गई है।
इस दावे को ट्विटर और फेसबुक पर भी अलग-अलग यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
Crowd Tangle टूल पर किए गए विश्लेषण से पता चलता है कि वायरल दावे को सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया गया है।
वायरल दावे के आर्काइव वर्ज़न को यहां और यहां देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की कोवैक्सीन (Covaxin) को लेकर किए जा रहे दावे की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। Google Keywords Search की मदद से खंगालने पर हमें 4 जनवरी 2021 को प्रकाशित हुई India Today की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत बायोटेक की कोवैक्सीन दवा को Drugs Controller General of India (DCGI) द्वार ट्रायल की अनुमति दी गई है। इस वैक्सीन का ट्रायल केवल 18 साल से अधिक उम्र के लोगों पर होगा।
पड़ताल आगे बढ़ाने पर Zee News और आज तक द्वारा प्रकाशित की गई रिपोर्ट्स मिली। इन दोनों रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र सरकार ने आदेश दिया था कि 1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को भी कोरोना वैक्सीन लगेगी। 18-44 वर्ष की आयु के लोगों के लिए टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रकिया 28 अप्रैल, 2021 से शुरू हो गई थी।
क्या 18 साल से छोटे बच्चों के लिए वैक्सीन को मिली मंजूरी?
गूगल कीवर्ड सर्च की मदद से खंगालने पर हमें 12 मई 2021 को आज तक और Live Hindustan द्वारा प्रकाशित की गई रिपोर्ट्स मिली। इन दोनों रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को 2 से 18 साल के बच्चों के ऊपर ट्रायल की मंजूरी मिल गई है। 525 लोगों पर यह क्लीनिकल ट्रायल किया जाएगा। देश में अभी तक केवल दो वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है और दोनों ही वैक्सीन 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को ही लगाई जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस हर उम्र के लोगों को संक्रमित कर रहा है। लेकिन सबसे ज्यादा 50 से ज्यादा उम्र वाले लोग संक्रमित हो रहे हैं। पहले के समय में भी किसी भी टीके का मूल्यांकन सबसे पहले बड़ी उम्र के लोगों के लिए किया जाता था उसके बाद बच्चों के लिए होता है। वर्तमान में उपलब्ध टीकों का अभी तक बच्चों पर ट्रायल नहीं किया गया था।
ट्विटर खंगालने पर हमें PIB Fact Check का एक ट्वीट मिला। ट्वीट में बताया गया है कि सरकार ने हाल फिलहाल में बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान की कोई मंजूरी नहीं दी है। इस समय केवल 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए ही वैक्सीन की अनुमति दी गई है।
Read More: क्या कोरोना संकट के बीच बंगाल हिंसा के विरोध में धरने पर बैठे केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन?
Conclusion
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दावे का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को लेकर भ्रामक दावा किया जा रहा है। पड़ताल में हमने पाया कि DCGI द्वारा भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को 2 से 18 वर्ष के बच्चों पर अभी केवल ट्रायल की मंजूरी दी गई है। लेकिन अभी इस वैक्सीन को टीकाकरण के लिए मंजूरी नहीं दी गई है।
Result: Misleading
Our Sources
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in