सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (एक्स) पर 30 सेकेंड का एक वीडियो वायरल है. वीडियो में एक युवा अपने हाथ में एक डंडा/रॉड लिए रेलवे पटरी पर तोड़फोड़ करता दिखाई दे रहा है. उसके पास युवाओं की भारी भीड़ दिख रही है. भीड़ शोर भी मचा रही है. इस वीडियो को यूजर्स सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर कर रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि मुस्लिम समुदाय के लोग रेलवे ट्रैक के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं.
वायरल X (एक्स) पोस्ट का कैप्शन है, “ट्रेन पलटाकर ये इस्लामिक #जिहादी लोग सैकड़ों लोगों को मारने की साजिश कर रहे हैं।
इन पर कोई FIR या केस नहीं होना चाहिए, सीधे एनकाउंटर करना चाहिए.”

Fact Check/Verification
मुस्लिम समुदाय के युवक द्वारा रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाने के दावे से वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल लेंस की मदद से सर्च किया. इस दौरान हमें 8 अप्रैल, 2025 को रेल मंत्रालय के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट किया गया एक वीडियो मिला. ये वही वीडियो है, जो सोशल मीडिया पर हाल का बताकर सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. रेल मंत्रालय ने इस वीडियो को पुराना बताया है और अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा है.


अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने वायरल वीडियो के कुछ और कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च किया. इस दौरान हमें News18 Bihar के आधिकारिक X हैंडल से 27 जनवरी, 2022 को पोस्ट की गई एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो मौजूद है. बतौर रिपोर्ट, रेलवे ट्रैक के स्लीपर लॉक को तोड़ने का यह वीडियो, बिहार के सीतामढ़ी का है और वीडियो में दिख रहे लोग छात्र हैं जो आंदोलन कर रहे थे.
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News18 Bihar की इस रिपोर्ट को आधार मानते हुए हमने ‘सीतामढ़ी में आंदोलन के दौरान छात्रों ने स्लीपर लॉक को तोड़ा’ कीवर्ड को गूगल सर्च किया. इस दौरान हमें ETV Bharat द्वारा 27 जनवरी, 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की एनटीपीसी परीक्षा के नतीजों में गड़बड़ी के आरोप में बिहार और उत्तर प्रदेश के छात्रों ने प्रदर्शन किया था.
इन प्रदर्शनों में छात्रों ने कई ट्रेनों में आग लगाई और कई स्टेशनों पर पत्थरबाज़ी भी की थी. जिसके बाद रेलवे ने एनटीपीसी और ग्रुप डी की परीक्षाएं रद्द कर दी थीं. वायरल वीडियो उसी प्रदर्शन के दौरान का है. जनवरी 2022 में इस घटना को लेकर कई मीडिया संस्थानों ने रिपोर्ट प्रकाशित की थी. रिपोर्ट्स को यहां, यहां और यहां पढ़ा जा सकता है.
Conclusion
हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट होता है कि तीन साल पहले बिहार के सीतामढ़ी में हुए छात्र आंदोलन का वीडियो, हालिया बताकर झूठे सांप्रदायिक दावे से शेयर किया जा रहा है.
Sources
X Post by Ministry of Railways
X Post & YouTube Video by News18 Bihar
Media Report by ETV Bharat.