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Fact Check: आचार संहिता लागू होने के बाद सड़क किनारे लगे पार्टियों के पोस्टर्स को उतारने में ‘आप’ के साथ चुनाव आयोग ने किया भेदभाव? जानें सच

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
आचार संहिता लागू होने के बाद भाजपा के झंडों को छोड़कर आम आदमी पार्टी के झंडे/होर्डिंग उतारे जा रहे हैं।
Fact
वीडियो आचार संहिता लागू होने से पहले का है। वीडियो में ‘आप’ के पोस्टर नहीं, बल्कि कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष के पोस्टर हटाए जा रहे थे।

सोशल मीडिया पर 25 सेकंड का एक वीडियो इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि आचार संहिता लागू होने के बाद भाजपा के झंडों को छोड़कर आम आदमी पार्टी के झंडे/होर्डिंग उतारे जा रहे हैं।

गौरतलब है कि कथित आबकारी नीति घोटाले को लेकर 21 मार्च 2024 को ED ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को गिरफ़्तार कर लिया गया था। इसके बाद दिल्ली की मंत्री आतिशी ने ‘एक्स’ पोस्ट के जरिये दावा किया कि दिल्ली के आईटीओ स्थित आम आदमी पार्टी कार्यालय को भी सील कर दिया गया है।

इसी बीच एक वीडियो वायरल है, जिसमें नज़र आ रहा है कि खंभों पर लगे किसी प्रत्याशी के पोस्टर हटाए जा रहे हैं, जबकि भाजपा के झंडे खंभों पर लगे हुए हैं। इस वीडियो को शेयर कर कहा जा रहा है कि ”ये है चुनाव आयोग का निष्पक्ष चुनाव, भाजपा का झंडा लहरा रहा है उसे नहीं उतारा जा रहा है और आम आदमी पार्टी का झंडा/होर्डिंग उतारा जा रहा है। क्या चुनाव आयोग कुछ करेगा या इसे भी #SupremeCourt #CJI को देखना पड़ेगा।” साथ में चुनाव आयोग के आधिकारिक हैंडल को टैग किया गया है।

Courtesy: X/@UmeshCol

ऐसे अन्य वायरल पोस्ट को यहाँ देखें।

Fact Check/Verification

जांच की शुरुआत में वीडियो को गौर से देखने पर हम पाते हैं कि वीडियो पर ‘NSUIRAJASTHANOFFICIAL’ नामक इंस्टाग्राम हैंडल का वॉटर मार्क लगा हुआ है।

Courtesy: Instagram/@nsuirajasthanofficial

‘@nsuirajasthanofficial’ के इंस्टाग्राम हैंडल को खंगालने पर हमने पाया कि इस पेज से वीडियो को 14 जनवरी 2024 को शेयर किया गया था, जबकि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा आचार संहिता 16 मार्च 2024 को लागू की गयी थी। इसका मतलब यह हुआ कि दावे के साथ शेयर किया गया वीडियो आचार संहिता लागू होने से पहले का है।

Courtesy: Instagram/@nsuirajasthanofficial

एनएसयूआई के इंस्टाग्राम पोस्ट के कैप्शन में सूबे की सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा गया है कि भजनलाल सरकार एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ के जयपुर आगमन पर डर गई है, जिसके चलते सरकार द्वारा उनके पोस्टर्स उतरवाए जा रहे हैं। वीडियो को ज़ूम करके देखने पर भी हमने पाया कि पोस्टर पर विनोद जाखड़ लिखा हुआ है।

गूगल पर कुछ कीवर्ड सर्च करने पर पता चला कि विनोद जाखड़ कांग्रेस से जुड़े एक नेता हैं। कई विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि 7 जनवरी को कांग्रेस ने विनोद जाखड़ को राजस्थान NSUI का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था।

Courtesy: Amar Ujala

Conclusion

अपनी जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि वायरल दावा भ्रामक है। यह वीडियो आचार संहिता लागू होने से पहले का है।

Result: Missing Context

Sources
Post shared by NSUI Rajasthan on 14 January 2024.
Report published by Mint on 16th March 2024.
Report published by Hindustan on 7th January 2024.
Report published by Amar Ujala on 7th January 2024.

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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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