सोशल मीडिया पर खून से लथपथ एक व्यक्ति की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर में कुछ गुंडों से एक युवती की सुरक्षा करते वक्त व्यक्ति घायल हो गया है। घटनाक्रम के दौरान व्यक्ति को तीन गोलियां लगी, जिसके बाद से उसकी स्थिति गंभीर है।

Fact check / Verification
रेप की कई घटनाओं के चलते इस दिनों उत्तर प्रदेश सुर्ख़ियों में है। हाथरस मामले की सुनवाई कोर्ट में चल ही रही थी कि सूबे में एक के बाद एक कई अन्य मामले भी सामने आए। इसी बीच newschecker के कुछ यूज़र्स ने हमें व्हाट्सअप पर उपरोक्त तस्वीर का सच जानने के लिए अनुरोध किया है।
ट्विटर एडवांस्ड सर्च के माध्यम सेखोजने पर पता चला कि वायरल दावा ट्विटर पर भी खूब वायरल है।
ट्विटर पर वायरल हो रहे पोस्ट में हमने गौर किया तो पाया कि यहाँ शाहजहाँपुर की जगह पट्टी के गुंडों की बात की जा रही थी। इसके साथ ही वायरल पोस्ट में हमें घायल व्यक्ति की एक दूसरी तस्वीर भी मिली।
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने उपरोक्त तस्वीर को रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से गूगल पर खोजना शुरू किया। इस दौरान गूगल पर मिले परिणामों से हमें पता चला कि वायरल तस्वीर ट्विटर पर Chetan singh हैसटैग के साथ भी वायरल थी।

जिसके बाद हमने प्राप्त तस्वीर को गूगल पर ‘Chetan Singh’ कीवर्ड्स से भी खोजा। खोज के दौरान हमें वायरल तस्वीर Punjab kesari नाम की वेबसाइट पर 14 मार्च साल 2019 को पंजाबी भाषा में छपे एक लेख में मिली।

गूगल ट्रांसलेटर की सहायता से हमने जाना कि वायरल तस्वीर की घटना पंजाब के पट्टी विधानसभा सीट की थी। जहां एक युवती का अपहरण करने आये 6 कार सवारों से पटियाला आप पार्टी के जिला अध्यक्ष चेतन सिंह ने रोका। इस दौरान अपहरणकर्ताओं ने चेतन पर गोलियां भी चलायीं।
पंजाब केसरी की वेबसाइट पर उपरोक्त मिली जानकारी की पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजा। इस दौरान हमें पंजाब से आप पार्टी के सह अध्यक्ष ‘डॉ बलबीर सिंह’ का साल 2019 में किया गया एक ट्वीट मिला। इस दौरान ट्वीट में उन्होंने चेतन सिंह की बहादुरी की चर्चा करते हुए मामले की पूरी जानकारी दी है।
ट्विटर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री का भी उक्त मामले पर एक ट्वीट मिला। जहां उन्होंने चेतन की बहादुरी की तारीफ करते हुए उनकी जल्द सलामती की दुआ की। साथ ही इस घटना पर उन्होंने पंजाब के लॉ एंड आर्डर की भी निंदा की।
Conclusion
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से पता चल कि वायरल तस्वीर हाल की नहीं बल्कि साल 2019 की है। साथ ही तस्वीर के साथ वायरल हो रहा दावा भी भ्रामक है।असल में वायरल तस्वीर की घटना पंजाब के पट्टी विधानसभा क्षेत्र की है, इसका यूपी से कोई संबंध नहीं है।
Result- Misleading
Our Sources
https://jagbani.punjabkesari.in/punjab/news/girl-kidnap-1068530
https://twitter.com/ArvindKejriwal/status/1106161183101456388
https://twitter.com/AAPbalbir/status/1106185269873524737
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