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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
सोशल मीडिया पर दावा इमरान सरकार द्वारा लगाए गए लाखों वृक्षों को पाकिस्तान में लोगों ने उखाड़ फेंका, कहा इस्लाम नहीं देता पेड़ लगाने की अनुमति।
सोशल मीडिया के कई माध्यमों पर एक वीडियो बड़ी तेजी से शेयर किया जा रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कई लोग इकट्ठा होकर पेड़ों को उखाड़ रहे हैं। वीडियो को गौर से देखने पर लगता है कि ये पेड़ जल्द ही लगाए गए हैं। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स इसे पाकिस्तान का बताकर इस्लामोफोबिया एंगल देते हुए शेयर कर रहे हैं।
ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।
ट्विटर पर मेजर सुरेंद्र पुनिया नामक वेरिफाइड हैंडल द्वारा भी यह वीडियो शेयर किया गया है। पुनिया लिखते हैं कि, ‘ पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने भी भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी की नक़ल करते हुए पाकिस्तान में वृक्षारोपण का कार्य शुरू किया था। लेकिन उनके चाहने वालों ने उन्हें उखाड़ फेंका क्योंकि उन्हें लगता है कि वृक्ष लगाना इस्लाम के खिलाफ है।’
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वायरल वीडियो को लेखक तारेक फ़तेह ने भी शेयर किया है। तारेक ने भी पेड़ उखाड़ने की घटना को इस्लामिक कट्टरता से जोड़कर दावा किया है।
ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर कई अन्य हैंडल्स द्वारा भी शेयर किया गया है जिसे हजारों लोगों ने लाइक और रिट्वीट भी किया है।
ट्वीट का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
सोशल मीडिया पर कई लोगों द्वारा नवसृजित वृक्षों को उखाड़े जाने का एक वीडियो पाकिस्तान का बताते हुए इस्लामिक एंगल के साथ वायरल है। इसे ट्विटर पर कई वेरिफाइड हैंडल्स ने भी शेयर किया है। क्या इमरान खान ने हालिया दिनों में पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम आरम्भ किया था, सबसे पहले इसकी जानकारी के लिए कुछ कीवर्ड्स के माध्यम से गूगल खंगालना आरम्भ किया। इस दौरान हमें इमरान खान द्वारा 8 अगस्त को किया गया एक ट्वीट प्राप्त हुआ। ट्वीट में उन्होंने देश में एक दिन में 35 लाख पेड़ लगाए जाने की बात कहते हुए उन्होंने अपने एमपी, मंत्रियों और विधायकों सहित सबसे 9 अगस्त को एक दिन में 35 लाख पेड़ लगाने का आह्वान किया है।
कुछ कीवर्ड्स के माध्यम से खोजने पर पता चला कि इमरान द्वारा पाकिस्तान में पेड़ लगाए जाने वाली खबर को कई मीडिया संस्थानों ने भी प्रमुखता से प्रकाशित किया है।
खोज के दौरान प्राप्त परिणामों से यह तो तय था कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने बीते 9 अगस्त को देश में पेड़ लगाने की मुहिम शुरू की थी। लेकिन वायरल वीडियो की सत्यता क्या है इसकी पड़ताल आवश्यक थी। वीडियो को invid टूल की मदद से कई कीफ्रेम में बदलते हुए रिवर्स इमेज की सहायता से खोजना आरम्भ किया। इस दौरान कुछ कीवर्ड्स का प्रयोग करने पर khabarnaamaa.com नामक वेबसाइट पर वायरल वीडियो प्राप्त हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक़ इमरान खान द्वारा व्यापक पैमाने पर देश भर में लगाए जा रहे पेड़ों के क्रम में ही खैबर इलाके में एक विवादित भूमि पर भी अधिकारियों ने पेड़ लगाना आरम्भ किया था। अधिकारियों और स्थानीय लोगों के बीच विवादित भूमि को लेकर मान मनव्वल होता रहा लेकिन स्थिति बेकाबू हो गई। इसी को लेकर भीड़ उग्र हो गई और उसने लगाए गए पेड़ों को उखाड़कर फेंकना शुरू कर दिया।
पड़ताल के दौरान ही pakistantoday का भी लेख प्राप्त हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक़ विवादित भूमि पर खैबर इलाके में पेड़ लगाए जाने से नाराज लोगों ने पेड़ों को उखाड़ फेंका।
पड़ताल के दौरान पाकिस्तान के समाचार पत्र डॉन की वेबसाइट प्र प्रकाशित एक लेख मिला। इस लेख में भी जमीनी विवाद के चलते पेड़ों के उखाड़े जाने की बात कही गई है।
Conclusion
हमारी पड़ताल में यह पता चला कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने देशभर में वृक्ष लगाने का कार्यक्रम किया था। वीडियो में पेड़ उखाड़ते लोग किसी मौलाना के आदेश पर ऐसा नहीं कर रहे हैं और ना ही पेड़ लगाना इस्लाम के खिलाफ है। असल में विवादित जमीन पर पेड़ लगाए जाने से नाराज लोगों ने पेड़ उखाड़ना शुरू कर दिया। हमारी पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ।
Result- Misleading
Sources
Down- https://www.dawn.com/news/amp/1573461
pakistantoday– https://www.pakistantoday.com.pk/2020/08/09/saplings-planted-on-disputed-land-in-khyber-uprooted/
khabarnaamaa-https://khabarnaamaa.com/people-khyber-uproot-trees-planted-by-the-government/
Twitter-https://twitter.com/ImranKhanPTI/status/1292028530289709058
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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.