सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप को शेयर कर दावा किया गया कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भगवान राम का अपमान किया है। वायरल क्लिप में अशोक गहलोत को बोलते हुए सुना जा सकता है कि राम में ‘रा’ का मतलब भगवान राम है और ‘म’ का मतलब मोहम्मद है।
वहीं, इंस्टाग्राम पर एक अन्य यूजर ने इस वीडियो को शेयर कर दावा किया कि सीएम गहलोत ने भगवान राम का अपमान किया है।
ट्विटर यूजर्स ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए सीएम गहलोत पर श्री राम का अपमान करने का आरोप लगाया है।
लाइव हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते दिनों राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने यूपी के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर बीजेपी पर हमला बोला था। सीएम गहलोत ने कहा था कि बीजेपी वाले, देश में नया तमाशा शुरू कर देते हैं। सदियों से हिंदू-मुस्लिम एक साथ रहते आए हैं, लेकिन बीजेपी वाले हिंदू-मुस्लिम को लड़ाते रहेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा था कि आरएसएस के लोग 100 ऐसी जगहें होंगी, जहां विवाद पैदा कर देंगे।
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप शेयर कर दावा किया जा रहा है कि अशोक गहलोत ने भगवान राम का अपमान किया है।
Fact Check/Verification
दावे का सच जानने के लिए गूगल पर ‘गहलोत राम मोहम्मद’ कीवर्ड सर्च करने पर हमें दैनिक भास्कर द्वारा 28 मई 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के अनुसार, सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान के नागौर में रामस्नेही संप्रदाय की प्रधान पीठ दरियाव धाम रेण में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने वहां मंच पर विकास के अलावा सांप्रदायिक दंगे और हिंसा पर भी अपने विचार रखे।
बतौर रिपोर्ट, अशोक गहलोत ने कहा, “दरियावजी महाराज ने कहा था कि राम में जो रा है उसका मतलब है राम और राम में जो म है, उसका मतलब है मोहम्मद। ऐसी हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक दरियावजी महाराज थे। रेण पीठ से ज्यादा कौन समझ सकता है राम का मतलब।”
अब हमने सीएम अशोक गहलोत का यूट्यूब चैनल खांगलाना शुरू किया किया। हमें सीएम अशोक गहलोत के यूट्यूब चैनल पर 28 मई 2022 को अपलोड किया गया एक वीडियो प्राप्त हुआ। वीडियो में 41 मिनट 20वें सेकेंड पर सीएम गहलोत हाथ में एक कागज लेकर पढ़ते हुए कहते हैं, “दरियावजी महराज ने कहा था जो राम में ‘रा’ है उसका मतलब राम है और जो ‘म’ है उसका मतलब मोहम्मद है। ऐसी हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक दरियावजी महाराज थे। रेण पीठ से ज्यादा कौन समझ सकता है राम का मतलब। हम राम भक्त नहीं हैं क्या, हम हिंदू भक्त नहीं हैं क्या। महात्मा गांधी ने कहा था कि मुझे गर्व है कि मैं हिंदू हूं पर दूसरे जो धर्म हैं मुस्लिम हो, सिक्ख हो, इसाई हो, पारसी या जैन हो उनका सम्मान करना मेरा धर्म है। इसमें क्या गलत बात है। हम सब हिंदू हैं। हमें गर्व है इस बात का कि हम हिंदू हैं, पर इसका मतलब यह नहीं कि हम दूसरे धर्म को नीचा दिखाएं।”
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बताते चलें कि भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) की वेबसाइट पर रामस्नेही संप्रदाय का वर्णन किया गया है। वेबसाइट के मुताबिक, राजस्थान के नागौर जिले को सदियों से संतों व भक्तों की पावनभूमि के रुप में जाना जाता रहा है। इन संतों ने विविध संप्रदायों को अस्तित्व में लाया, जिसमें रामस्नेही संप्रदाय का बहुत बड़ा योगदान रहा है। वेबसाइट के अनुसार, रामस्नेही संप्रदाय ने आम आदमी को लोकभाषा में धर्म के मर्म की बात समझाकर एक सूत्र में पिरोने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का प्रयास किया है।
Conclusion
इस तरह हमारी जांच में यह स्पष्ट हो जाता है कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत द्वारा भगवान राम का अपमान किए जाने का दावा भ्रामक है। सीएम गहलोत, रामस्नेही संप्रदाय के दरियावजी महराज को कोट करते हुए अपनी बात रख रहे थे। जिसका अधूरा वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
Result: False Context/Missing Context
Our Sources
Report Published by Dainik Bhaskar on May 28, 2022
Video Uploaded by Ashok Gehlot Youtube Channel on May 28, 2022
Article Published on IGNCA Website
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