Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बीबीसी ने भारत का गलत नक्शा प्रदर्शित किया है, जिसमें जम्मू कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं दिखाया गया। बीबीसी द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी पर प्रसारित की गई डॉक्यूमेंट्री से उपजे विवाद के बीच वायरल तस्वीर शेयर कर रहे लोग बीबीसी पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है।
इसके अलावा हमें यह दावा व्हट्सऐप्प टिपलाइन पर भी मिला।
दरअसल, बीते दिनों बीबीसी ने दो एपिसोड की अपनी एक डॉक्यूमेंट्री- ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ का प्रसारण किया। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इसमें पीएम नरेंद्र मोदी के शुरुआती राजनीतिक करियर को दिखाया गया है। इसका पहला एपिसोड 17 जनवरी को रिलीज हुआ था। भारत सरकार ने 20 जनवरी को इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट, 2021 के तहत अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए डॉक्यूमेंट्री पर रोक लगा दी थी।
इसी बीच कई सोशल मीडिया यूजर्स बीबीसी द्वारा बनाई गई इस डॉक्यूमेंट्री का विरोध करते नज़र आए। इस कड़ी में सोशल मीडिया पर अब एक तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बीबीसी ने भारत का गलत नक्शा प्रदर्शित किया है, जिसमें जम्मू कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं दिखाया गया।
भारतीय नक्शे को लेकर क्या कहता है कानून?
निजी पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशनों में मानचित्रों का उपयोग राष्ट्रीय मानचित्र नीति, 2005 (एनएमपी), और सर्वे ऑफ इंडिया (एसओआई), 2016 के तहत जारी किए गए विस्तृत दिशानिर्देश द्वारा शासित होता है। एसओआई और एनएमपी के तहत देश के मानचित्र डेटाबेस के रखरखाव और प्रसार के लिए जिम्मेदार है।
भारतीय नक्शे से जुड़ी सीमाओं का गलत चित्रण करने पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है। कानूनी रूप से Official Secrets Act, 1923, the Customs Act, 1962, the Criminal Law (Amendment Act) Act, 1990, जैसी धाराओंं के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
सामन्यत: भारत की सीमाओं और समुद्र तटों को गलत रूप से दर्शाने वाले मानचित्रों के प्रकाशन को भारत की क्षेत्रीय अखंडता पर सवाल उठाने के रूप में माना जाता है। इसके लिए दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति को कारावास या जुर्माना या दोनों हो सकता है।
Fact Check/Verification
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने कुछ कीवर्ड्स की मदद से ट्विटर पर सर्च करना शुरू किया। हमें Divya Gandotra Tandon के ट्वीट पर एक यूजर द्वारा किया गया रिप्लाई मिला, जिसमें बीबीसी की एक रिपोर्ट का लिंक था। साल 2015 में बीबीसी के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए इस वीडियो में वायरल तस्वीर में दिखाया गया भारत का नक्शा मौजूद था। रिपोर्ट में भारत के पीएम नरेंद्र मोदी की हवाई यात्रा पर प्रकाश डाला गया था। इससे यह स्पष्ट है कि बीबीसी की अभी वायरल हो रही तस्वीर लगभग सात साल पुरानी है।
हालांकि, बीबीसी ने 31 जनवरी 2023 को ये वीडियो अपने यूट्यूब और वेबसाइट से हटा दिया है। बीबीसी ने लिखा है, “इस वीडियो में मूल रूप से भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी की हाईप्रोफाइल इवेंट से जु़ड़ी ट्रैवेल सीरीज को दर्शाने के लिए भारत के एक गलत मानचित्र का उपयोग किया गया था। इस गलती का संज्ञान लेते हुए हमने वीडियो को हटाने का निर्णय लिया है।”
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वायरल दावे की सच्चाई जानने को लेकर Newschecker ने बीबीसी को मेल के जरिए संपर्क किया। बीबीसी के प्रवक्ता ने हमें बताया, “वायरल स्क्रीनशॉट 2015 में प्रसारित हुए बीबीसी के एक कार्यक्रम से लिया गया है। इसमें एक गलत नक्शा दिखाया गया था। हमने अब उस वीडियो को हटा दिया है। “
इसके अलावा, बीबीसी ने 2021 में भारत का अधूरा नक्शा दिखाने के संबंध में माफ़ी मांगी थी। बीबीसी ने अपने माफीनामे में बताया था कि उसने अपनी गलती सुधार ली है।
अपडेट: बीबीसी के प्रवक्ता द्वारा भेजे गए जवाब के बाद इस लेख को 03 फरवरी 2023 को अपडेट कर दिया गया।
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में स्पष्ट है कि बीबीसी की सात साल पुरानी रिपोर्ट के स्क्रीनशॉट को सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
Result: Missing Context
Our Sources
Report Published on BBC Website in 2015
Conversation with BBC Spokesperson
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