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सोशल मीडिया पर एक नग्न जोड़े की तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर को शेयर करते हुए पुलिस पर दलित परिवार को सरेआम नंगा करने का गंभीर आरोप लगाया जा रहा है। तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है, ‘महान देश की इस सच्चाई को पेश करते हुए शर्मसार हो रहा हूं। लेकिन इसको पोस्ट करना भी जरूरी है, जहां पर मीडिया विकलांग, बिकाऊ और पक्षपाती हो जाता है, वहां पर हम सभी को एक सच्चे पत्रकार की भूमिका में सामने आना पड़ता है। ये तस्वीर उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के धनकौर थाने की है। कोई प्रवीन यादव इसके इंचार्ज हैं, जिसने इस गरीब दलित दम्पत्ति को चौराहे पर इसलिए नंगा कर दिया, क्योंकि ये थाने में अपने घर हुई चोरी की घटना की शिकायत करने और चोरों को पकड़ने की मांग करने थाने में प्रवीन एस.एच.ओ. (SHO Praveen) के पास आए थे। देखिए बीच चौराहे पर बेबस पति और पत्नी को नंगा किया गया है और पास खड़ी हिजड़ों की फौज तमाशा देख रही है। अनुरोध है कि आप इस पोस्ट को इतना शेयर करें कि अपराधी एस एच ओ तक टंग जाए।’
हमारे आधिकारिक WhatsApp नंबर (9999499044) पर भी वायरल दावे की सत्यता जानने की अपील की गई थी।
वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न को यहां देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर को Google Reverse Image Search की मदद से खोजने पर, हमें 8 अक्टूबर 2015 को News Track और आज तक द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट मिली। इन दोनों रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एक ही परिवार के पांच लोगों को नग्न होकर प्रदर्शन करने के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। यह मामला ग्रेटर नोएडा के दनकौर इलाके में रहने वाले एक परिवार का है। परिवार का कहना था कि 5 अक्टूबर को तकरीबन पांच बदमाशों ने उनसे साढ़े आठ सौ रूपए के साथ, मोबाइल और मोटर साइकिल लूट ली थी। इसके साथ-साथ उन्होंने ऑटो की चाबी भी हथिया ली थी। पीड़ित परिवार कहना था कि बदमाशों ने उसकी पत्नी और भाभी के साथ भी बदलसूकी की थी।
कुछ अलग-अलग कीवर्ड्स की मदद से गूगल सर्च करने पर हमें 8 अक्टूबर 2015 को अमर उजाला द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में दनकौर के बिहारी लाल चौक के पास एक दलित परिवार के दो पुरूष और 3 महिलाओं ने लूट के आरोपियों की गिरफ्तारी ना होने के विरोध में निर्वस्त्र होकर हंगामा किया था। पुलिस ने पांचों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर जेल भेज दिया था। थानाध्यक्ष प्रवीण यादव ने मौके पर पहुंचकर उन्हें बताया कि जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा, लेकिन परिवार अपनी मांगों पर अड़ा रहा।
पड़ताल के अगले चरण में हमें India Today के आधिकारिक YouTube चैनल पर 9 अक्टूबर, 2015 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला। वीडियो में मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के दनकौर पुलिस स्टेशन में दलित परिवार के लोगों ने नग्न प्रदर्शन किया था।
वायरल दावे की तह तक जाने के लिए हमने दनकौर के एस.एच.ओ. अरविंद पाठक (SHO Arvind Pathak) से संपर्क किया। बातचीत में उन्होंने हमें बताया, “2015 की खबर को अभी का बताकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। दलित परिवार ने अपनी मर्ज़ी से कपड़े उताकर प्रदर्शन किया था। पुलिस द्वारा उस परिवार पर इस तरह की कोई हरकत नहीं की गई थी। ग्रेटर नोएडा पुलिस द्वारा इस मामले पर पहले भी कई बार स्पष्टीकरण दिया गया है।”
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Conclusion
हमारी पड़ताल में साफ होता है कि 7 अक्टूर 2015 को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के दनकौर पुलिस स्टेशन के सामने, एक परिवार ने लूट के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कपड़े उतारकर प्रदर्शन किया था। बता दें कि इन लोगों ने अपने कपड़े खुद फाड़े थे, लेकिन बाद में आरोप पुलिस वालों पर लगा दिया था।
Result: Misleading
Our Sources
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