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अमित शाह और The Wire के बीच में चल रहे केस को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि गृहमंत्री अमित शाह के बेटे पर झूठा आरोप लगाने पर “The Wire” ने केस हारने के बाद SC में माफीनामे की पेशकश की है। बीजेपी के पूर्व सांसद हरिओम पांडे ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर इस दावे को शेयर किया है। पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां पर देखा जा सकता है।
CrowdTangle पर मिले डाटा के मुताबिक अभी तक सैकड़ों लोग इस तस्वीर को ट्विटर और फेसबुक पर शेयर कर चुके हैं। डाटा के मुताबिक अभी तक बीजेपी के पूर्व सांसद हरिओम पांडेय @hariompandeyMP की पोस्ट को सबसे ज्यादा रिट्वीट और लाइक्स मिले हैं। लेख लिखे जाने तक Hariom Pandey की ट्विटर पोस्ट पर 394 रिट्वीट और 1.3k लाइक्स थे। जबकि फेसबुक पर Tarun Rathi की पोस्ट को सबसे ज्यादा लाइक और शेयर मिले हैं। पोस्ट से जुड़े अर्काइव लिंक को यहां और यहां देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें इस केस से जुड़ी कई जानकारियां मिली। सर्च के दौरान हमें ‘द वायर’ की एक रिपोर्ट मिली। जिसे 9 अक्टूबर 2017 को प्रकाशित किया गया था।
अपनी इस रिपोर्ट में ‘The Wire’ ने दावा किया था कि अमित शाह के बेटे जय अमित भाई शाह की स्वामित्व वाली कंपनी का सालाना टर्नओवर अमित शाह के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद 16,000 गुना बढ़ा।
इस मामले में और जानकारी जुटाने के लिए हमने गूगल पर एक बार फिर से कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें ABP News की एक रिपोर्ट मिली। जिसे 9 अक्टूबर 2017 को प्रकाशित किया गया था। ABP की इस रिपोर्ट के मुताबिक ‘द वायर’ की रिपोर्ट प्राकशित होने के बाद हर तरफ सिर्फ इसी मुद्दे पर चर्चा हो रही थी। विपक्ष से लेकर सोशल मीडिया तक बीजेपी और पीएम मोदी की आलोचना हो रही थी। जिसके बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल और जय अमित भाई शाह ने सामने आकर इन सभी दावों को गलत बताया था। जय अमितभाई शाह ने इन सभी दावों को गलत बताते हुए ‘द वायर’ वेवसाइट और संपादक समेत 7 लोगों के खिलाफ 100 करोड़ रुपए की मानहानी का केस कर दिया था। जय अमितभाई शाह ने ये केस गुजरात के अहमदाबाद कोर्ट में किया था।
पड़ताल के दौरान हमें Aajtak और Janstta की एक रिपोर्ट मिली। जिन्हें 28 अगस्त 2019 को प्रकाशित किया गया था। इन रिपोर्ट के मुताबिक जय भाईअमित शाह की याचिका के खिलाफ ‘The Wire’ ने गुजरात हाईकोर्ट का रूख किया। The Wire ने वहां पर एक याचिका दायर की। जिसमें ‘द वायर’ ने जय अमितभाई शाह के मानहानि के केस पर रोक लगाने की अपील कोर्ट से की थी। लेकिन गुजरात हाईकोर्ट ने मानहानी के केस पर रोक लगाने से मना कर दिया था। इसके बाद ‘द वायर’ ने अपनी यही याचिका सुप्रीम कोर्ट में डाली थी। जिसके बाद कोर्ट ने कड़े शब्दों में मीडिया की निंदा की थी। साथ ही पूछा था, ‘हमें याचिका को वापस लेने के लिए क्यों कहना चाहिए। ये काफी गंभीर मामला है, क्यों न हम इसे संज्ञान में ले और सच सामने लाए।’
इसके बाद ‘द वायर’ की पत्रकार रोहिणी सिंह ने ये केस लड़ने का फैसला किया। फिर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल मानहानी केस को रोकने की अपनी याचिका को वापस ले लिया था। इसके बाद से ही इस केस को लेकर फिलहाल कोई अपडेट सामने नहीं आई है। हमने गूगल पर कई कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया लेकिन हमें The Wire की माफी मागने वाली कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली।
छानबीन के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ा ‘द वायर’ की पत्रकार रोहिणी सिंह का एक ट्वीट मिला। जिसमें उन्होंने The Wire द्वारा माफी मांगने की सभी खबरों को गलत और फर्जी बताया था। रोहिणी ने पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ नामक यूजर के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, “पत्रकारिता के साथ-साथ आपने ‘तथ्य और सत्य’ को भी कोसों दूर छोड़ दिया। ट्रायल कोर्ट में अभी सुनवाई शुरू भी नहीं हुई है और आपने फ़ैसला भी सुना दिया। अब Whatsapp University के माध्यम से भक्त मंडली इस झूठ को फैलाएगी। कल Whatsapp के डाउन होने का सबसे बुरा असर भक्त इकोसिस्टम पर पड़ा।”
Conclusion
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक वायरल दावा गलत है। The Wire केस नहीं हारा है और न ही The Wire की तरफ से SC में माफीनामे की पेशकश की गई है। ‘द वायर’ की पत्रकार रोहिणी सिंह के मुताबिक अभी तक ट्रायल कोर्ट में इस केस की सुनवाई शुरू भी नहीं हुई है।
Result: False
Our Sources
Twitter – https://twitter.com/rohini_sgh/status/1373146527779098624
The Wire – http://thewirehindi.com/20817/amit-shah-jay-shah-narendra-modi-bjp/
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