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Fact Check
अमेज़न और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों के भारी डिस्काउंट वाले सेल की शुरुआत के बीच सोशल मीडिया पर Myntra का बॉयकॉट शुरू हो गया है। एक पोस्ट शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ई-कॉमर्स कंपनी Myntra ने हिंदू धर्म और उनके देवी-देवताओं का अपमान किया है। पोस्ट में कृष्ण और द्रौपदी का एक कार्टून बना हुआ है, जिसे लेकर लोग कह रहे हैं की Myntra ने हिन्दू धर्म का अपमान किया है।
ट्विटर यूजर्स ने वायरल तस्वीर शेयर कर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस बोम्मई से Myntra पर कार्रवाई करने की मांग की है।
पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है।
फेसबुक पर भी कई यूजर्स ने Myntra का बॉयकॉट करते हुए वायरल तस्वीर को शेयर किया है।
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 23 सितंबर से कई ई-कॉमर्स कंपनियों ने अपनी सबसे बड़ी सेल की शुरुआत कर दी है। जहां एक ओर अमेज़न ने Great Indian Festival Sale शुरू किया है वहीं, फ्लिपकार्ट की ओर से Big Billion Days की शुरुआत की गई है। इस दौरान इन ई-कॉमर्स साइट्स पर स्मार्टफोन, गैजेट, कपड़े समेत अन्य समानों पर भारी छूट मिल रहा है। इसी बीच सोशल पर एक पोस्ट शेयर कर दावा किया जा रहा है कि Myntra ने हिंदू धर्म और उनके देवी-देवताओं का अपमान किया है।
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने ‘Boycott Myntra’ कीवर्ड को गूगल सर्च किया। हमें अगस्त 2016 में इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, वायरल हो रहा ग्राफिक एक विज्ञापन डिजाइन करने वाली वेबसाइट ScrollDroll द्वारा बनाया गया था और इसमें Myntra की कोई भूमिका नहीं थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस तस्वीर पर विवाद बढ़ने के बाद ScrollDroll ने माफी मांगी थी। इसके साथ ही विज्ञापन कंपनी ने ये भी स्पष्ट किया कि इस विज्ञापन से Myntra का कोई संबंध नहीं है।
साल 2016 में इस खबर को Times of India, Abp News समेत कई मीडिया संस्थानों ने प्रकाशित किया था।
पड़ताल के दौरान हमें Myntra के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से अगस्त 2016 में किया गया एक ट्विटर थ्रेड भी मिला। ई-कॉमर्स कंपनी ने साफ किया था कि वायरल ग्राफिक से उसका कोई लेना-देना नहीं है और वो ऐसे ग्राफिक को बढ़ावा नहीं देती है। कंपनी ने यह भी लिखा कि वो डिजाइन किसी थर्ड पार्टी द्वारा बिना सहमति या जानकारी के बनाया गया था। Myntra ने अपने ट्विटर थ्रेड में बिना सहमति के डिजाइन बनाकर भ्रम फैलानी वाली कंपनी पर कानूनी कार्रवाही की बात का भी उल्लेख किया है।
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इसके अलावा, हमें इस पूरे घटनाक्रम पर इंडिया टुडे की 2016 में छपी एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, इस विवाद की शुरुआत बीजेपी नेता गीता एस कपूर के एक ट्वीट से हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई के अंधेरी वेस्ट की बीजेपी महिला विंग की सदस्य गीता ने एक ग्राफिक ट्वीट किया, जिसमें भगवान कृष्ण को Myntra ऐप्प की मदद से साड़ी ऑर्डर करते हुए दिखाया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि विवादित ग्राफिक छह महीने पहले ग्राफिक कार्ड डिजाइन करने वाली कंपनी ScrollDroll की एक सीरिज का हिस्सा था। कंपनी ने इस सीरीज में ऐसे और विज्ञापन बनाए हैं।
इस तरह हमारी पड़ताल में स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर Myntra द्वारा हिन्दू धर्म का अपमान किए जाने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा भ्रामक है। असल में उस विज्ञापन को एक अन्य कंपनी ने 6 साल पहले डिजाइन किया था और इसका Myntra से कोई संबंध नहीं है।
Our Sources
Report Published by Indian Express, ABP News, Times of India in August 2016
Tweet by Myntra on August 26, 2016
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Saurabh Pandey
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