सोशल मीडिया पर इस हफ़्ते मोरबी के मच्छू नदी पर बने केबल ब्रिज हादसे के कई कंटेंट तेजी से शेयर होते देखे गए। गुजरात के एक मंत्री की तस्वीर को शेयर कर उन्हें मोरबी पुल की निर्माणदायी कंपनी का ठेकेदार बताया जाने लगा। पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान पर हुए हमले को लेकर भी कई पुरानी तस्वीरें गलत दावे के साथ शेयर की जाने लगीं। इसी तरह कई अन्य खबरों पर भी इस हफ्ते फर्जी दावे शेयर किए गए, जिनका सच हमारी इस रिपोर्ट में पढ़ा जा सकता है।

पूर्व पाकिस्तानी पीएम इमरान खान पर हुए हालिया हमले की नहीं है यह वायरल तस्वीर
सोशल मीडिया पर पूर्व पाकिस्तानी पीएम इमरान खान की एक तस्वीर शेयर कर दावा किया जाने लगा कि यह उनकी हालिया तस्वीर है। गौरतलब है कि वह बीते 3 नवंबर को एक हमले में घायल हो गए थे। हमारी पड़ताल में पता चला कि उनकी यह तस्वीर काफी पुरानी है। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।

क्या अशोक गहलोत ने खुद स्वीकारा कि राजस्थान की जनता त्रस्त है?
सोशल मीडिया पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया गया कि उन्होंने खुद यह स्वीकार किया है कि कांग्रेस के राज में सूबे की जनता परेशान है। हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।

गुजरात के मंत्री राघवजी पटेल की तस्वीर मोरबी पुल के ठेकेदार का बताकर हो गई वायरल
सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के साथ खड़े एक व्यक्ति की तस्वीर के साथ दावा किया जाने लगा कि यह वही व्यक्ति है, जिसे राज्य सरकार ने मोरबी का पुल बनाने का ठेका दिया था। हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।

जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों ने ‘जय श्रीराम’ गाने की धुन पर नहीं किया डांस
सोशल मीडिया पर जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों का एक डांस वीडियो वायरल हो गया। दावा किया जाने लगा कि पाकिस्तान पर मिली जीत के बाद जिम्बाब्वे के खिलाड़ी ‘जय श्रीराम’ गाने की धुन पर डांस करने लगे। हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। पूरा फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।

जापानी लड़के की तस्वीर के साथ वायरल हो रहे मार्मिक दावे का यहां जानें सच
सोशल मीडिया पर एक लड़के की पीट पर बंधे एक नन्हे बच्चे की तस्वीर वायरल हो गई। दावा किया जाने लगा कि यह तस्वीर जापान की है, जब विश्वयुद्ध के दौरान अपने छोटे भाई की मौत पर इस लड़के ने वहां खड़े एक अमेरिकी सैनिक से मार्मिक बातचीत की थी। हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ। पूरा फैक्ट चेक यहां पढ़ा जा सकता है।
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