Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.
सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाली खबर का स्क्रीनशॉट काफी वायरल हो रहा है. वायरल खबर में बताया गया है कि पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में एक मुस्लिम पिता ने अपनी सगी बेटी से निकाह कर उसे गर्भवती कर दिया. खबर में एक फोटो मौजूद है, जिसमें एक व्यक्ति दो महिलाओं के साथ खड़ा देखा जा सकता है.
यह दावा हमें Newschecker की व्हाट्सऐप्प टिपलाइन पर भी मिला।
खबर के अनुसार, 37 साल के पिता अफज़ुद्दीन अली का कहना है कि उसे ऐसा करने के लिए अल्लाह का फरमान मिला था. आगे बताया है कि जब यह बात उसके पड़ोसियों को पता चली तो वह उसे सजा देने वाले थे, लेकिन पुलिस ने उसे पहले ही हिरासत में ले लिया. इसके अलावा, मामले का खुलासा तब हुआ जब ग्रामीणों ने लड़की को पांच महीने की गर्भवती पाया. फेसबुक और ट्विटर पर इस खबर को हाल-फिलहाल का बताकर सैकड़ों लोग शेयर कर चुके हैं. इसके जरिए मुस्लिम समुदाय पर निशाना साधा जा रहा है.
Fact Check/Verification
इस खबर को कुछ कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर मिली. इस रिपोर्ट में जलपाईगुड़ी वाली इस मामले के बारे में बताया गया है. साथ में व्यक्ति और महिलाओं वाली तस्वीर भी मौजूद है. लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि खबर 20 नवंबर 2007 को प्रकाशित हुई थी.
यह भी पढ़ें…महाराष्ट्र में हिंदुत्व की रैली में मुस्लिमों ने डाली बाधा? भ्रामक है ये पोस्ट
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में लगभग वही जानकारी दी गई है जो वायरल स्क्रीनशॉट में है. रिपोर्ट में लड़की की उम्र 15 साल बताई गई है. उस समय इस मामले पर बीबीसी और नवभारत टाइम्स ने भी खबरें प्रकाशित की थीं.
खबरों के मुताबिक, अफज़ुद्दीन की शादी को लेकर उसकी बीवी सकीना राजी थी. सकीना का कहना था कि उसके पति धार्मिक व्यक्ति हैं और अल्लाह के नाम पर कभी झूठ नहीं बोलते. इसलिए वह अफज़ुद्दीन की शादी अपनी बड़ी बेटी से करवाने के लिए तैयार हो गई.
जब इस मामले का खुलासा हुआ तो पुलिस अफज़ुद्दीन और उसकी पत्नी सकीना को गावंवालों के गुस्से से बचाकर थाने ले गई थी. बाद में दोनों को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, लेकिन आपराधिक क्षेत्राधिकार नहीं होने की वजह से अफज़ुद्दीन और उसकी पत्नी को छोड़ दिया गया था.
Conclusion
यहां यह स्पष्ट हो जाता है कि वायरल स्क्रीनशॉट में बताई गई खबर सही है, लेकिन 15 साल से ज्यादा पुरानी है. खबर को हाल फिलहाल में हुई घटना बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
Rating: Missing Context
Our Sources
Report of The Times of India, published on November 20, 2007
Reports of BBC and Navbharat Times, published on November 20, 2007
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in
Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.