सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसके जरिए दावा किया गया है कि लखनऊ में पुलिस कार्रवाई के दौरान एक मुस्लिम ई-रिक्शा चालक की मौत हो गई। हालाँकि, जांच में हमने पाया कि कि लखनऊ में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान नूर मोहम्मद नामक ई-रिक्शा चालक, पुलिस की पिटाई के कारण बेहोश हो गया था, लेकिन रिक्शा चालक की मौत का दावा फ़र्ज़ी है।
लखनऊ में पुलिस कार्रवाई के दौरान मुस्लिम ई-रिक्शा चालक की मौत के दावे से 14 सेकंड का वीडियो शेयर किया जा रहा है। वीडियो में एक व्यक्ति को कंधे पर उठाकर ले जाया जा रहा है। जिसके साथ कई पुलिस वाले और भीड़ भी चलती दिख रही है। इस वीडियो को शेयर करते हुए फेसबुक पोस्ट (आर्काइव) के कैप्शन में लिखा गया है, “भारत में मुसलमान होना गुनाह है ? लखनऊ में अभी निशातगंज चौराहे के पास रोज़गार मुस्लिम ई-रिक्शा चालक को पुलिस के द्वारा मारा गया है जिससे तुरंत सड़क पर ही उसकी मौत हो गयी। Hello UP Police जांच करिए पुलिस की वर्दियों में कौन से दंगाई हैं। “
ऐसे अन्य पोस्ट्स का आर्काइव यहाँ, यहाँ और यहाँ देखें।

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Fact Check/Verification
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने ‘लखनऊ में पुलिस कार्रवाई के दौरान हुई मुस्लिम ई-रिक्शा चालक की मौत’ की-वर्ड्स को गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें उक्त मामले से जुड़ी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। दैनिक भास्कर द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि लखनऊ के निशातगंज चौराहे पर 8 मार्च 2025 की सुबह करीब 11:30 बजे लखनऊ पुलिस, अतिक्रमण विरोधी अभियान चला रही थी। इस दौरान पुलिस और नूर नामक एक ई-रिक्शा चालक के बीच बहस हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इस दौरान पुलिस ने ई-रिक्शा चालक की पिटाई कर दी और वह मौके पर ही बेहोश हो गया। इस मामले पर प्रकाशित अन्य रिपोर्ट्स यहाँ और यहाँ पढ़ें।

जांच में आगे हमने पाया कि उक्त मामले में कांस्टेबल जगपाल के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 10 मार्च, 2025 को नवभारत टाइम्स द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि लखनऊ में पुलिस कार्रवाई के दौरान मुस्लिम ई-रिक्शा चालक की मौत होने की झूठी खबर फैलाने के लिए लखनऊ पुलिस ने आईपीसी की धारा 196, 221, 353 (2), 61 (2), 352 और 7 के तहत 18 सोशल मीडिया हैंडलर्स के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

जांच में आगे हमने पाया कि लखनऊ पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल द्वारा भी इस मामले पर पोस्ट करते हुए रिक्शा चालक की मौत की बात को फ़र्ज़ी बताया है। 9 मार्च 2025 को लखनऊ पुलिस द्वारा किये गए एक्स पोस्ट (आर्काइव) में लिखा है, “थाना महानगर क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के दौरान रिक्शा चालक को सामान्य चोट आई थी, जिसकी मृत्यु सम्बन्धी अफवाह फैलाने वाले शरारती तत्वों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत करके वैधानिक कार्यवाही की गयी है।”

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Conclusion
इस तरह जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि लखनऊ में पुलिसिया कार्रवाई के दौरान नूर मोहम्मद नामक ई-रिक्शा चालक की मौत का दावा फर्जी है।
Sources
Report published by Dainik Bhaskar on 8th March 2025.
Report published by Navbharat Times on 10th March 2025.
X post by Lucknow Police on 9th March 2025.